नई दिल्ली,2 जनवरी (युआईटीवी)- प्रमुख शहरों में फूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म जोमैटो ने अपने अनिवार्य प्लेटफॉर्म शुल्क को बढाकर प्रति ऑर्डर 4 रुपए कर दिए हैं,जो पूर्व में प्रति ऑर्डर तीन रुपये थे। यह बढ़ोतरी नए साल की पूर्व संध्या पर रिकॉर्ड फूड ऑर्डर से उत्साहित होकर किया गया है। 1 जनवरी 2024 से नई दरें प्रभावी हो गईं हैं।
फूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म जोमैटो ने नए साल की पूर्व संध्या पर अपने प्लेटफॉर्म शुल्क को कुछ प्रमुख बाजारों में अस्थायी रूप से नौ रुपये प्रति ऑर्डर तक बढ़ा दिया था। मंगलवार को तेजी के साथ कंपनी के शेयर खुले और सुबह में यह 126 रुपये के आसपास थे।
पिछले साल अगस्त में जोमैटो ने प्लेटफॉर्म शुल्क दो रुपये लगाया था,ताकि अपने मार्जिन में सुधार ला सके और अपनी कंपनी को लाभदायक बना सके। इस प्लेटफॉर्म शुल्क में बाद में 1 रुपये की बढ़ोतरी कर 3 रुपये कर दिया गया। अब फिर से इसे बढ़ा दिया गया है और 1 जनवरी 2024 से इसे बढ़ाकर चार रुपये कर दिया। ज़ोमैटो गोल्ड सहित सभी ग्राहकों पर नया प्लेटफॉर्म शुल्क लगाया गया है।

यदि पिछले साल से तुलना की जाए तो जोमैटो और उसके क्विक कॉमर्स प्लेटफॉर्म ब्लिंकिट में नए साल की पूर्व संध्या पर ही अब तक के सबसे ज्यादा ऑर्डर और बुकिंग देखी गईं।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर जोमैटो के संस्थापक और सीईओ दीपिंदर गोयल ने पोस्ट किया, ” नए साल की पूर्व संध्या पर हमने लगभग उतने ही ऑर्डर का वितरण किया है,जितने का वितरण हमने 15, 16, 17, 18, 19, 20 को मिलाकर किए थे। हम भविष्य को लेकर काफी उत्साहित हैं।”
ब्लिंकिट के सीईओ अलबिंदर ढींडसा ने कहा कि हमने ऑर्डर की कुल संख्या को नए साल की पूर्व संध्या पर पार कर लिया।
अलबिंदर ढींडसा ने आगे कहा कि, ” पहले ही एक दिन में हम सबसे ज्यादा ऑर्डर,ओपीएम (ऑर्डर पर मिनट) पर पहुँच गए हैं। वह एक दिन में बेचे गए चिप्स हो या एक दिन में बेचे गए सॉफ्ट ड्रिंक्स हो या टॉनिक वाटर हो या राइडर्स को एक दिन में दिए गए टिप्स हो।”
इसी बीच जोमैटो को दिल्ली और कर्नाटक के कर अधिकारियों से नोटिस मिला है। इस नोटिस के अनुसार,जोमैटो ने वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) के 4.2 करोड़ रुपये का कम भुगतान किया है। इस नोटिस के खिलाफ अपील करने की बात जोमैटो ने कहा है।