सैन फ्रांसिस्को,4 अप्रैल (युआईटीवी)- अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने लूनर टरेन व्हीकल (एलटीवी) को चाँद की सतह को एक्सप्लोर करने के लिए विकसित करने का निर्णय लिया है। अपोलो 15, 16 और 17 मिशन के अंतरिक्ष यात्रियों द्वारा बैटरी चालित लूनर रोविंग व्हीकल का उपयोग चंद्रमा पर किया गया था। इसे “मून बग्गी” उपनाम से भी जाना जाता है। गुरुवार को नासा ने कहा कि लूनर टेरेन व्हीकल (एलटीवी) बग्गी के उत्तराधिकारी हैं और एलटीवी को विकसित करने के लिए तीन कंपनी इंटुएटिव मशीन्स, लूनर आउटपोस्ट और वेंचुरी एस्ट्रोलैब का नासा ने चयन किया है।
नासा ने बताया कि चंद्रमा पर एजेंसी के आर्टेमिस कैंपेन के दौरान यह व्हीकल साइंटिफिक रिसर्च करने में सहायता प्रदान करेगा। साथ ही मंगल ग्रह पर जो ह्यूमन मिशन की तैयारी की जा रही है,उसमें भी साइंटिफिक रिसर्च करने में यह व्हीकल मददगार होगा।
ह्यूस्टन में नासा के जॉनसन स्पेस सेंटर के निदेशक वैनेसा विच ने एक प्रेस बयान में कहा कि,हम आर्टेमिस जनरेशन के लूनर एक्सप्लोरिंग व्हीकल के विकास की उम्मीद करते हैं,जिसे चंद्रमा को एक्सप्लोर करने के लिए विकसित किया जा रहा है।
वैनेसा विच ने कहा कि यह वाहन चंद्रमा की सतह पर हमारे अंतरिक्ष यात्रियों की क्षमता में काफी वृद्धि करेगा,जो उन्हें विज्ञान का पता लगाने और संचालन करने में मदद करेगा। साथ ही यह एक विज्ञान मंच के रूप में चालक दल के मिशनों के बीच कार्य भी करेगा ।
नासा के योजना के मुताबिक,एलटीवी का उपयोग आर्टेमिस 5 मिशन के लिए किया जाना है। चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर कठिन-से-कठिन स्थितियों को संभालने के लिए इसे सक्षम और परिपक्व होना होगा। इसमें अत्याधुनिक संचार और नेविगेशन प्रणालियों की जरुरत है। साथ ही इसमें ऐसे उन्नत तकनीकों की भी आवश्यकता होगी,जो स्वायत्त ड्राइविंग और बिजली प्रबंधन की प्रक्रिया को सुचारू रूप से संचालित कर सके।
चालक दल एलटीवी का उपयोग चंद्रमा की सतह का पता लगाने, नमूने एकत्र करने,जिस दूरी को पैदल तय कर पाना कठिन है,उतने दूर तक तक वैज्ञानिक उपकरणों को ले जाने के लिए किया जाएगा। इसलिए बहुत सारे मिशनों के संचालन के लिए एलटीवी महत्वपूर्ण होगा।
वाशिंगटन में नासा हेड क्वार्टर्स के चीफ एक्सप्लोरेशन साइंसटिस्ट जैकब ब्लीचर ने कहा, जिस लोकेशन पर हम नहीं पहुँच पाएँगे, उन लोकेशन की यात्रा के लिए हम एलटीवी का इस्तेमाल करेंगे। जिससे एक्सप्लोर और डिस्कवरी करने की हमारी क्षमता में वृद्धि होगी।
नासा अंतरिक्ष यात्रियों को आर्टेमिस के माध्यम से चंद्रमा को एक्सप्लोर करने के लिए भेजेगा।