नई दिल्ली,26 जून (युआईटीवी)- केन्या में हजारों लोग कर संबंधी विधेयक के खिलाफ हिंसक विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। केन्या में हिंसक विरोध प्रदर्शन सरकार की प्रस्तावित कर बढ़ोतरी के खिलाफ किया जा रहा है,जिसमें संसद के एक हिस्से में प्रदर्शनकारियों ने आग लगा दी। संसद के बाहर लगे बैरिकेट्स को पार कर प्रदर्शनकारी अंदर घुस गए और संसद भवन में आग लगा दी। इस दौरान पुलिस ने परिस्थिति को संभालने के लिए फायरिंग की।
नैरोबी में इस हिंसक विरोध प्रदर्शन में कम-से-कम पाँच लोग मारे गए,जबकि 150 से भी अधिक लोग घायल हो गए हैं। ऐसे में भारत ने वहाँ रह रहे अपने नागरिकों के लिए एडवाइजरी जारी की है।
केन्या में रह रहे अपने नागरिकों को भारत ने सलाह दी कि सरकार द्वारा पूर्वी अफ्रीकी देश में प्रस्तावित कर बढ़ोतरी के खिलाफ जो हिंसक विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं,उसके बीच आप सभी लोग अधिक-से-अधिक सावधानी बरतें और जरुरी नहीं होने पर घर से बाहर न निकले।
मंगलवार को हजारों लोगों के केन्या की संसद में घुसकर एक हिस्से में आग लगाए जाने के बाद पुलिस ने बिगड़ती परिस्थिति को संभालने के लिए आँसू गैस और गोलियाँ चलाईं। मंगलवार को जो “हिंसा और अराजकता” हुई है,उसके खिलाफ केन्या के राष्ट्रपति विलियम रूटो ने सख्त कार्रवाई करने की बात कही है।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर केन्या में भारतीय वाणिज्य दूतावास ने पोस्ट की गई सलाह में कहा कि मौजूदा समय में जो तनावपूर्ण स्थिति बनी हुई है,उसे देखते हुए केन्या में रह रहे सभी भारतीयों को सलाह दी जाती है कि वे अपने को सुरक्षित रखने के लिए अत्यधिक सावधानी बरतें,गैर-जरूरी आवाजाही को प्रतिबंधित करें तथा जब तक स्थिति ठीक नहीं हो जाती है,तब तक आप सभी विरोध और हिंसा से प्रभावित क्षेत्रों में जाने से बचें।
इसमें सभी लोगों से निवेदन किया गया कि अपडेट रहने के लिए स्थानीय समाचार,मिशन की वेबसाइट तथा सोशल मीडिया हैंडल को फॉलो करते रहे।
केन्या में बिगड़ती हुई परिस्थिति को संभालने के लिए सेना को भी पुलिस की मदद के लिए तैनात किया गया है। प्रदर्शनकारियों के खिलाफ पानी की बौछार,आँसू गैस,रबर की गोलियों का इस्तेमाल किया गया है। एक संयुक्त बयान में एमनेस्टी केन्या सहित कई गैर सरकारी संगठनों ने बताया कि इस हिंसक विरोध प्रदर्शन में पांच लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी गई है और 31 घायल हो गए।