किंग चार्ल्स तृतीय के साथ भारतीय पुरुष और महिला क्रिकेट टीम (तस्वीर क्रेडिट@Dubeyjilive)

भारतीय पुरुष और महिला क्रिकेट टीम की किंग चार्ल्स तृतीय से मुलाकात,लॉर्ड्स टेस्ट में हार के बाद भी टीम का उत्साह बरकरार

लंदन,16 जुलाई (युआईटीवी)- लंदन के ऐतिहासिक सेंट जेम्स पैलेस में भारतीय पुरुष और महिला क्रिकेट टीमों ने ब्रिटेन के सम्राट किंग चार्ल्स तृतीय से मुलाकात की। यह खास मुलाकात भारतीय पुरुष क्रिकेट टीम के इंग्लैंड के खिलाफ रोमांचक टेस्ट मैच में 22 रन से हारने के एक दिन बाद हुई। इंग्लैंड ने इस जीत के साथ पाँच मैचों की टेस्ट सीरीज में 2-1 की बढ़त बना ली है,लेकिन इस मुलाकात ने खिलाड़ियों के चेहरे पर मुस्कान वापस ला दी।

भारतीय पुरुष क्रिकेट टीम हेड कोच गौतम गंभीर और युवा कप्तान शुभमन गिल की अगुवाई में किंग चार्ल्स तृतीय से मिलने पहुँची। इस दौरान भारतीय महिला क्रिकेट टीम की खिलाड़ी भी मौजूद थीं,जो इंग्लैंड में चल रही तीन वनडे मैचों की सीरीज खेलने आई हैं। दोनों टीमों के खिलाड़ियों के लिए यह मुलाकात एक ऐतिहासिक पल साबित हुई,खासकर उन युवा खिलाड़ियों के लिए,जिन्होंने पहली बार किसी सम्राट से मुलाकात की।

यह मुलाकात क्लेरेंस हाउस गार्डन के शांत और खूबसूरत वातावरण में हुई। किंग चार्ल्स तृतीय ने भारतीय खिलाड़ियों के साथ कुछ बेहतरीन पल बिताए। इस दौरान किंग और खिलाड़ियों के बीच हल्की-फुल्की बातचीत हुई और क्रिकेट के प्रति उनकी रुचि भी सामने आई। भारतीय खिलाड़ियों के लिए यह मुलाकात बेहद खास रही, क्योंकि यहाँ उन्होंने औपचारिकता के बजाय एक सहज और खुशनुमा माहौल महसूस किया।

मुलाकात का यह खुशनुमा माहौल भारतीय पुरुष टीम के लिए राहत भरा था। एक दिन पहले लॉर्ड्स टेस्ट में हार के बावजूद खिलाड़ियों का उत्साह बरकरार था। टीम इंडिया को इस टेस्ट में जीत के लिए 193 रन की जरूरत थी। हालाँकि,टीम ने 112 रन के स्कोर पर ही 8 विकेट गंवा दिए थे,जिससे इंग्लैंड की जीत लगभग तय मानी जा रही थी।

लेकिन इसके बाद रवींद्र जडेजा ने कमाल का प्रदर्शन किया। उन्होंने पहले जसप्रीत बुमराह और फिर मोहम्मद सिराज के साथ मिलकर इंग्लैंड को कड़ा मुकाबला दिया। इन खिलाड़ियों ने इंग्लिश टीम को आखिरी पलों तक जीत के लिए तरसाए रखा।

भारत जीत से केवल 23 रन दूर था,तभी भाग्य ने साथ नहीं दिया। मोहम्मद सिराज इंग्लैंड के स्पिनर शोएब बशीर की गेंद पर ‘प्लेड-ऑन’ हो गए। गेंद उनके बल्ले से लगकर विकेट से टकरा गई और भारत की जीत की उम्मीद टूट गई। भारत की पूरी टीम 170 रन पर ऑल आउट हो गई और इंग्लैंड ने यह मुकाबला 22 रन से जीत लिया।

हालाँकि,हार के बावजूद जडेजा,बुमराह और सिराज की प्रशंसा की जा रही है। जडेजा ने 181 गेंदों में शानदार नाबाद 61 रन बनाए और अंत तक डटे रहे। बुमराह और सिराज ने भी जिस तरह साहस और जुझारूपन दिखाया,उसने भारतीय क्रिकेट प्रशंसकों का दिल जीत लिया।

इंग्लैंड ने इस जीत के साथ पाँच मैचों की टेस्ट सीरीज में 2-1 की बढ़त हासिल कर ली है। अब सीरीज का चौथा टेस्ट मैच 23 जुलाई से ओल्ड ट्रैफर्ड में खेला जाएगा। भारतीय टीम के लिए यह मुकाबला बेहद अहम होगा,क्योंकि सीरीज में वापसी का यही सबसे अच्छा मौका है।

किंग चार्ल्स तृतीय से मुलाकात ने भारतीय खिलाड़ियों के आत्मविश्वास को और मजबूत किया। कई युवा खिलाड़ियों के लिए यह अनुभव बेहद प्रेरणादायक रहा। लॉर्ड्स टेस्ट की हार के बावजूद खिलाड़ियों के चेहरों पर मुस्कान थी और टीम का माहौल खुशनुमा दिखाई दिया।

इस मुलाकात से यह भी साबित हुआ कि भारतीय क्रिकेटर्स केवल मैदान पर ही नहीं, बल्कि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी अपनी गरिमा और शिष्टाचार के लिए सराहे जाते हैं। किंग चार्ल्स तृतीय ने भारतीय खिलाड़ियों की तारीफ करते हुए उनके खेलभावना और जुझारूपन को सराहा।