अहमदाबाद,16 मई (युआईटीवी)- भारत में राष्ट्रीय सुरक्षा और विदेश नीति के बदलते परिप्रेक्ष्य के बीच,अदाणी एयरपोर्ट होल्डिंग्स लिमिटेड (एएएचएल) ने एक बड़ा कदम उठाते हुए तुर्किये की दो कंपनियों सेलेबी और ड्रैगनपास के साथ अपने व्यावसायिक समझौतों को तत्काल प्रभाव से समाप्त कर दिया है। यह फैसला केंद्र सरकार द्वारा सेलेबी एयरपोर्ट सर्विसेज इंडिया प्राइवेट लिमिटेड की सुरक्षा मंजूरी रद्द किए जाने के बाद लिया गया है।
अदाणी एयरपोर्ट्स के एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि मुंबई के छत्रपति शिवाजी महाराज इंटरनेशनल एयरपोर्ट (सीएसएमआईए) और अहमदाबाद के सरदार वल्लभभाई पटेल इंटरनेशनल एयरपोर्ट (एसवीपीआईए) पर ग्राउंड हैंडलिंग सेवाएँ प्रदान कर रही तुर्की की कंपनी सेलेबी के साथ किया गया रियायत समझौता समाप्त कर दिया गया है। अब सेलेबी को इन दोनों एयरपोर्ट्स पर अपनी सभी ग्राउंड हैंडलिंग सुविधाएँ तत्काल प्रभाव से अदाणी समूह को सौंपनी होंगी।
बयान में यह भी कहा गया कि इस परिवर्तन के बावजूद,नई ग्राउंड हैंडलिंग एजेंसियों के माध्यम से एयरलाइनों को बिना किसी रुकावट के सेवाएँ मिलती रहेंगी।
सीएसएमआईए और एसवीपीआईए के प्रवक्ताओं ने स्पष्ट किया है कि सेलेबी के सभी मौजूदा कर्मचारियों को उनकी मौजूदा शर्तों के आधार पर नई एजेंसियों में स्थानांतरित किया जाएगा,जिससे न तो उनके रोजगार पर कोई असर पड़ेगा और न ही संचालन पर। एयरपोर्ट्स की ओर से यह आश्वासन भी दिया गया कि यात्रियों को सेवाओं की गुणवत्ता में कोई कमी नहीं देखने को मिलेगी।
अदाणी एयरपोर्ट्स ने इससे पहले ड्रैगनपास नामक तुर्की की कंपनी,जो यात्रियों को एयरपोर्ट लाउंज एक्सेस की सुविधा देती थी के साथ भी अपने साझेदारी को समाप्त कर दिया था। अब ड्रैगनपास के ग्राहक भारत के अदाणी समूह द्वारा प्रबंधित एयरपोर्ट्स पर लाउंज सेवाओं का लाभ नहीं उठा सकेंगे।
अदाणी एयरपोर्ट्स के प्रवक्ता ने इस फैसले की पुष्टि करते हुए कहा, “ड्रैगनपास के साथ हमारा सहयोग तत्काल प्रभाव से समाप्त कर दिया गया है। हालाँकि,इस बदलाव का अन्य ग्राहकों या समग्र लाउंज अनुभव पर कोई असर नहीं पड़ेगा।”
इस पूरे घटनाक्रम की जड़ केंद्र सरकार द्वारा उठाए गए एक सख्त कदम में है। नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने गुरुवार को एक अधिसूचना जारी कर कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा के हित में सेलेबी एयरपोर्ट सर्विसेज इंडिया प्राइवेट लिमिटेड की सुरक्षा मंजूरी तत्काल प्रभाव से रद्द की जाती है।
यह निर्णय भारत और पाकिस्तान के बीच चल रहे तनाव और तुर्की द्वारा पाकिस्तान को मिल रहे निरंतर समर्थन के मद्देनज़र लिया गया है। तुर्की ने हाल के समय में कश्मीर और भारत की आतंरिक नीति पर कई बार पाकिस्तान के पक्ष में बयान दिए हैं,जिससे भारत और तुर्की के बीच राजनयिक संबंधों में तनाव आ गया है।
इस घटनाक्रम को लेकर भारतीय कारोबारी संगठनों में भी हलचल है। पहले ही कई व्यापारी संगठन तुर्की और अजरबैजान से व्यापारिक बहिष्कार की चेतावनी दे चुके हैं। अब अदाणी जैसे प्रमुख कारोबारी समूह द्वारा इस प्रकार की कार्यवाही से संकेत मिलते हैं कि भारत में निजी क्षेत्र भी राष्ट्रीय सुरक्षा और विदेश नीति के संदर्भ में सख्ती दिखाने को तैयार है।
सेलेबी एयरपोर्ट सर्विसेज तुर्की की एक प्रमुख ग्राउंड हैंडलिंग कंपनी है,जो भारत में 2009 से सक्रिय है। यह मुंबई,दिल्ली,अहमदाबाद समेत देश के कई एयरपोर्ट्स पर कार्गो हैंडलिंग,पैसेंजर सेवाएँ,रैम्प सर्विस आदि उपलब्ध कराती रही है। सेलेबी का भारत में कार्यकाल अच्छा रहा है,लेकिन अब इसकी सुरक्षा मंजूरी रद्द होने के बाद, इसका भारत में भविष्य अधर में है।
जैसा कि देखा गया है,भारत की सरकार और कंपनियाँ अब राष्ट्रीय हितों को प्राथमिकता देने की नीति पर काम कर रही हैं। भले ही सेलेबी और ड्रैगनपास जैसी कंपनियाँ तकनीकी रूप से कुशल हों,लेकिन यदि इनसे जुड़े जोखिम राष्ट्रीय सुरक्षा को प्रभावित करते हैं,तो समझौते रद्द करने में संकोच नहीं किया जाएगा।
अदाणी एयरपोर्ट्स द्वारा सेलेबी और ड्रैगनपास के साथ समझौते समाप्त करना सिर्फ एक व्यावसायिक निर्णय नहीं,बल्कि भारत की कूटनीतिक और सामरिक प्राथमिकताओं का प्रतिबिंब है। यह संदेश स्पष्ट है कि भारत अब उन कंपनियों के साथ कोई साझेदारी नहीं करेगा,जो प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से उन देशों से जुड़ी हों जो भारत के हितों के विरुद्ध कार्य कर रहे हों।
यह घटनाक्रम यह भी दर्शाता है कि निजी क्षेत्र अब सिर्फ लाभ नहीं,बल्कि देशभक्ति के मूल्य और सुरक्षा को भी अपने निर्णयों का आधार बना रहा है। आने वाले दिनों में अन्य कंपनियों द्वारा भी ऐसे कदम देखने को मिल सकते हैं,जिससे भारत का कारोबारी और कूटनीतिक रुख और मजबूत होता जाएगा।