ओला इलेक्ट्रिक

सरकार से नोटिस मिलने के बाद ओला इलेक्ट्रिक के शेयर में आई गिरावट

नई दिल्ली,8 अक्टूबर (युआईटीवी)- ओला इलेक्ट्रिक के शेयर में मंगलवार के कारोबारी सत्र में फिर से गिरावट देखने को मिली। सुबह के समय शेयर की कीमत गिरकर 86 रुपये तक पहुँच गई थी, लेकिन बाद में इसमें थोड़ी सुधार आई और सुबह 10:44 बजे के आसपास यह 2 प्रतिशत की गिरावट के साथ 89 रुपये पर ट्रेड कर रहा था। ओला इलेक्ट्रिक के इलेक्ट्रिक स्कूटरों की क्वालिटी और सर्विस को लेकर सोशल मीडिया पर लगातार ग्राहकों की नाराजगी देखने को मिल रही है। इस असंतोष के चलते कंपनी को सरकार की ओर से नोटिस भी जारी किया गया है।

ओला इलेक्ट्रिक की समस्याओं का सिलसिला यहीं खत्म नहीं होता। हाल ही में, कंपनी ने स्टॉक एक्सचेंज को सूचित किया कि उन्हें सेंट्रल कंज्यूमर प्रोटेक्शन अथॉरिटी (सीसीपीए) से एक कारण बताओ नोटिस प्राप्त हुआ है। कंपनी को इस नोटिस का जवाब देने के लिए 15 दिनों का समय दिया गया है, जिसमें उन्हें समर्थित दस्तावेजों के साथ अपना पक्ष प्रस्तुत करना होगा।

सीसीपीए के नोटिस में यह आरोप लगाया गया है कि ओला इलेक्ट्रिक कंज्यूमर प्रोटेक्शन एक्ट, 2019 के कई प्रावधानों का उल्लंघन कर रही है। इसमें मुख्य रूप से ग्राहकों से जुड़ी शिकायतों का उल्लेख किया गया है, जिनमें स्कूटरों की मैन्युफैक्चरिंग में खराबी, बुकिंग के रद्द होने पर रिफंड न देना, सर्विसिंग के बावजूद स्कूटरों में फिर से समस्याएँ आना, बैटरी से संबंधित दिक्कतें और ग्राहकों से अधिक पैसे वसूलने जैसी गंभीर मुद्दे शामिल हैं।

पिछले साल सितंबर से उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय द्वारा संचालित की जाने वाली नेशनल कंज्यूमर हेल्पलाइन को ओला इलेक्ट्रिक से संबंधित लगभग 10,644 शिकायतें प्राप्त हुई हैं। ये शिकायतें मुख्य रूप से ओला इलेक्ट्रिक की सर्विसिंग और क्वालिटी से जुड़ी समस्याओं पर केंद्रित हैं, जिससे ग्राहकों में असंतोष बढ़ता जा रहा है।

उपभोक्ता मामलों के विभाग की सचिव निधि खरे ने इस स्थिति पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि सीसीपीए ओला इलेक्ट्रिक के खिलाफ आई बड़ी संख्या में शिकायतों पर गंभीरता से विचार कर रहा है। उन्होंने यह भी बताया कि ये शिकायतें विशेष रूप से सर्विसिंग से जुड़ी समस्याओं के बारे में हैं,जो ग्राहकों को संतुष्ट नहीं कर पा रही हैं।

ओला इलेक्ट्रिक के सामने अब यह बड़ी चुनौती है कि वह किस तरह से अपने ग्राहकों के असंतोष को दूर करती है। कंपनी को यह सुनिश्चित करना होगा कि वह सीसीपीए के नोटिस का समय पर और उचित उत्तर दे,ताकि वह ग्राहकों के विश्वास को फिर से हासिल कर सके। सरकार द्वारा उठाए गए कदमों से साफ है कि उपभोक्ता अधिकारों की सुरक्षा के लिए इस मामले को गंभीरता से लिया जा रहा है। उम्मीद की जा रही है कि ओला इलेक्ट्रिक जल्द ही इन समस्याओं का समाधान करेगी और ग्राहकों की उम्मीदों पर खरा उतरेगी।

कुल मिलाकर, ओला इलेक्ट्रिक को वर्तमान में कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है, जिनमें मुख्य रूप से क्वालिटी, सर्विस और कस्टमर सपोर्ट शामिल हैं। कंपनी को अपनी ब्रांड छवि को बनाए रखने के लिए इन समस्याओं का शीघ्रता से समाधान करना होगा, ताकि वह बाजार में अपनी पकड़ को और मजबूत कर सके।