नई दिल्ली,19 जुलाई (युआईटीवी)- अनुभवी भारतीय बल्लेबाज अजिंक्य रहाणे ने बहुप्रतीक्षित चौथे टेस्ट मैच से कुछ ही दिन पहले टीम इंडिया के कोच गौतम गंभीर और उभरते सितारे शुभमन गिल से एक साहसिक और सामयिक अनुरोध करके क्रिकेट जगत में हलचल मचा दी है। भारतीय टीम जब दबदबे की जंग के लिए तैयार है,रहाणे के शब्दों ने क्रिकेट प्रशंसकों और विशेषज्ञों,दोनों के बीच अटकलों और बहस को हवा दे दी है।
रहाणे,जो हमेशा अपने शांत स्वभाव और तीक्ष्ण क्रिकेटिंग बुद्धि के लिए जाने जाते हैं, ने लंबे प्रारूप में मानसिक लचीलेपन और स्पष्ट संवाद के महत्व पर ज़ोर दिया। मीडिया से बातचीत में,उन्होंने गंभीर से ड्रेसिंग रूम में निडर रवैया अपनाने का आग्रह किया और गिल को ज़्यादा ज़िम्मेदारी के साथ पारी को आगे बढ़ाने की सलाह दी। रहाणे के अनुसार,गिल में प्रतिभा और तकनीक का अद्भुत मिश्रण है,लेकिन अब समय आ गया है कि वह अच्छी शुरुआत को मैच-परिभाषित पारी में बदलें।
यह सीरीज़ के उस अहम मोड़ पर आया है,जहाँ शीर्ष क्रम में निरंतरता की कमी खल रही है। गिल ने जहाँ अपनी प्रतिभा की झलक दिखाई है,वहीं रहाणे का मानना है कि इस युवा खिलाड़ी को आगे आकर बल्लेबाजी क्रम में नेतृत्वकारी भूमिका निभानी होगी।
रहाणे ने गंभीर की आक्रामक मानसिकता और उनके नए मार्गदर्शक की भूमिका की भी प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि गंभीर की निडर ऊर्जा भारत की सीरीज़ जीत की राह में अहम साबित हो सकती है। रहाणे ने कहा, “यह सब विश्वास की बात है और गौतम जैसे खिलाड़ी के टीम में होने से आत्म-संदेह की कोई गुंजाइश नहीं रहती।”
चौथे टेस्ट के लिए टीम के फिर से संगठित होने पर सभी की निगाहें इस बात पर टिकी होंगी कि क्या गिल इस अवसर पर खरे उतर पाएँगे और क्या गंभीर का प्रभाव भारत की रणनीति और क्रियान्वयन में बदलाव लाएगा।