वाशिंगटन,13 जून (युआईटीवी)- गुजरात के अहमदाबाद में हुए भयावह विमान हादसे ने न सिर्फ भारत,बल्कि पूरे विश्व को झकझोर कर रख दिया है। इस त्रासदी में एयर इंडिया की फ्लाइट AI-171,जो बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर थी,उड़ान भरने के कुछ ही मिनटों बाद क्रैश हो गई। हादसे में 242 लोग सवार थे,जिनमें यात्री,चालक दल और पायलट शामिल थे। घटना पर अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी प्रतिक्रियाएँ आ रही हैं। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस घटना को विमानन इतिहास की सबसे बुरी घटनाओं में से एक करार दिया है।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया। उन्होंने कहा, “विमान हादसा बहुत भयानक था। मैंने भारत को बता दिया है कि हम जो भी मदद कर सकते हैं,करेंगे। भारत एक बड़ा और मजबूत देश है,मुझे यकीन है कि वे इसे संभाल लेंगे,लेकिन अगर उन्हें किसी भी मदद की आवश्यकता है,तो हम तुरंत वहाँ मौजूद रहेंगे।”
ट्रंप ने आगे कहा कि वह इस त्रासदी को लेकर बेहद चिंतित हैं। उन्होंने इस दुर्घटना को इतिहास की सबसे दुखद विमानन घटनाओं में से एक बताया और आशंका जताई कि हादसे की वजह इंजन की शक्ति कम हो जाना हो सकती है। उनके मुताबिक,”विमान सामान्य रूप से उड़ रहा था,लेकिन शायद टेकऑफ़ के कुछ देर बाद तकनीकी खराबी हो गई। यह सचमुच एक भयानक क्षण था।”
एयर इंडिया के सीईओ और प्रबंध निदेशक कैम्पबेल विल्सन ने भी इस दुर्घटना पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि यह एयर इंडिया के इतिहास का सबसे कठिन दिन है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर साझा किए गए वीडियो संदेश में उन्होंने कहा, “यह एयर इंडिया में हम सभी के लिए बेहद कठिन दिन है। हमारे दिल उन सभी के साथ हैं,जो इस त्रासदी से प्रभावित हुए हैं-यात्री, चालक दल, उनके परिवार और प्रियजन।”
विल्सन ने बताया कि घटना के तुरंत बाद सभी घायलों को स्थानीय अस्पतालों में भर्ती कराया गया और एयर इंडिया की तरफ से एक विशेष स्वास्थ्य टीम अहमदाबाद भेजी जा रही है,ताकि स्थानीय प्रशासन और अस्पतालों को और सहयोग मिल सके।
विल्सन ने बताया कि एयर इंडिया ने इस आपात स्थिति को देखते हुए एक समर्पित हेल्पलाइन नंबर शुरू किया है,ताकि यात्री के परिजन और मित्र अपने प्रियजनों के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकें। हेल्पलाइन नंबर है: 1800 5691 444।
उन्होंने कहा, “हम जानते हैं कि बहुत से लोग अपने प्रियजनों के बारे में चिंतित हैं। हम हर प्रयास कर रहे हैं कि उन्हें तत्काल और सटीक जानकारी मिल सके। एयर इंडिया की एक विशेष टीम 24×7 काम कर रही है,ताकि यात्रियों के परिवारों को हर संभव सहयोग दिया जा सके।”
डोनाल्ड ट्रंप के बयान के बाद यह भी साफ हो गया है कि अमेरिका तकनीकी और मानवीय सहायता देने को तैयार है। इससे पहले अमेरिकी फेडरल एविएशन एजेंसी (एफएए) और नेशनल ट्रांसपोर्टेशन सेफ्टी बोर्ड (एनटीएसबी) ने भी भारत को हरसंभव तकनीकी सहयोग देने की बात कही थी। अमेरिका ने संकेत दिया है कि यदि भारत ने सहयोग माँगा, तो एफएए और एनटीएसबी की एक संयुक्त विशेषज्ञ टीम जाँच में शामिल हो सकती है।
विमान, जो लंदन के गैटविक एयरपोर्ट की ओर उड़ान भर रहा था,टेकऑफ़ के कुछ मिनट बाद अहमदाबाद के मेघानीनगर इलाके में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। चश्मदीदों के अनुसार,आसमान में काले धुएँ के गुबार उठते देखे गए और तेज धमाके की आवाज सुनाई दी। इसके बाद मौके पर फायर ब्रिगेड,एनडीआरएफ,स्थानीय पुलिस और आपदा प्रबंधन टीमें तुरंत पहुँची और राहत कार्य शुरू किया गया।
घायलों को तत्काल इलाज के लिए सिविल अस्पताल और अन्य निकटवर्ती मेडिकल संस्थानों में पहुँचाया गया।
अहमदाबाद विमान हादसा एक राष्ट्रीय त्रासदी बन चुका है,जिसकी गूँज अंतर्राष्ट्रीय मंचों तक पहुँच रही है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की संवेदनात्मक प्रतिक्रिया और एयर इंडिया सीईओ कैम्पबेल विल्सन की सक्रियता यह दर्शाती है कि यह घटना न केवल भारत के लिए,बल्कि वैश्विक स्तर पर भी एक गंभीर विमानन चिंता का विषय बन गई है।
सरकार,एयर इंडिया और अंतर्राष्ट्रीय एजेंसियाँ मिलकर हादसे की संपूर्ण जाँच में जुटी हुई हैं,ताकि न केवल दुर्घटना के कारणों का पता लगाया जा सके,बल्कि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति को भी रोका जा सके।
इस दर्दनाक क्षण में,देश और दुनिया की संवेदनाएँ पीड़ितों और उनके परिजनों के साथ हैं।