कनाडा के प्रधानमंत्री मार्क कार्नी और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की (तस्वीर क्रेडिट@yanni_vision)

कनाडा ने यूक्रेन को नई सैन्य सहायता की घोषणा की,जेलेंस्की ने जताया आभार

ओटावा,25 अगस्त (युआईटीवी)- कनाडा के प्रधानमंत्री मार्क कार्नी ने यूक्रेन की राजधानी कीव में सोमवार को एक महत्वपूर्ण घोषणा की। उन्होंने कहा कि कनाडा, रूस के खिलाफ जारी युद्ध में यूक्रेन की सैन्य क्षमताओं को मजबूत करने के लिए नई और व्यापक सैन्य सहायता देगा। प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से जारी आधिकारिक बयान में बताया गया कि इस सहायता पैकेज का उद्देश्य यूक्रेन को तत्काल सैन्य आवश्यकताओं की आपूर्ति करना और उसकी दीर्घकालिक रक्षा संरचना को मजबूत बनाना है। यह घोषणा ऐसे समय में की गई है,जब यूक्रेन लगातार रूसी हमलों का सामना कर रहा है और पश्चिमी देशों से अधिक सहायता की अपेक्षा कर रहा है।

दरअसल,जून में कनाडा के कनानास्किस में आयोजित जी-7 शिखर सम्मेलन में ओटावा ने यूक्रेन के लिए 2 अरब कनाडाई डॉलर (करीब 1.45 अरब अमेरिकी डॉलर) की वित्तीय प्रतिबद्धता जताई थी। इसी प्रतिबद्धता को आगे बढ़ाते हुए अब कनाडा ने स्पष्ट कर दिया है कि यह धनराशि किन-किन मदों में खर्च की जाएगी और किस तरह यूक्रेन की रक्षा आवश्यकताओं को पूरा किया जाएगा।

आधिकारिक जानकारी के मुताबिक,कुल 2 अरब कनाडाई डॉलर की प्रतिबद्धता में से लगभग 835 मिलियन कनाडाई डॉलर (603 मिलियन अमेरिकी डॉलर) यूक्रेन के लिए कई अहम उपकरणों की खरीद पर खर्च होंगे। इसमें बख्तरबंद वाहन,चिकित्सा उपकरण,स्पेयर पार्ट्स,छोटे हथियार,गोला-बारूद और विस्फोटक शामिल हैं। इसके अलावा,यूक्रेन की सेना को अतिरिक्त ड्रोन क्षमताएँ भी प्रदान की जाएँगी,जो मौजूदा हालात में रूस के खिलाफ लड़ाई में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती हैं।

सहायता पैकेज का एक बड़ा हिस्सा यानी लगभग 680 मिलियन कनाडाई डॉलर (491 मिलियन अमेरिकी डॉलर) यूक्रेन की वायु रक्षा प्रणाली को मजबूत करने के लिए निर्धारित किया गया है। इसके अंतर्गत संयुक्त राज्य अमेरिका से आधुनिक सैन्य उपकरणों की खरीद की जाएगी। यह कदम यूक्रेन की उस लगातार माँग के अनुरूप है,जिसमें उसने रूस के मिसाइल और ड्रोन हमलों से बचाव के लिए अत्याधुनिक एयर डिफेंस सिस्टम उपलब्ध कराने की अपील की थी।

वहीं,लगभग 220 मिलियन कनाडाई डॉलर (159 मिलियन अमेरिकी डॉलर) ड्रोन, काउंटर-ड्रोन और इलेक्ट्रॉनिक युद्ध क्षमताओं की खरीद पर खर्च होंगे। इसमें खास बात यह है कि इस क्षेत्र में कनाडा और यूक्रेन की इंडस्ट्री मिलकर संयुक्त उद्यम स्थापित करेंगी। इससे न केवल यूक्रेन की सैन्य क्षमता में वृद्धि होगी बल्कि दीर्घकालिक स्तर पर दोनों देशों के बीच तकनीकी सहयोग और औद्योगिक साझेदारी भी मजबूत होगी।

यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने इस घोषणा का स्वागत करते हुए कहा कि कनाडा की ओर से यह प्रतिबद्धता मौजूदा हालात में बेहद महत्वपूर्ण है। उन्होंने विशेष रूप से इस बात की सराहना की कि कनाडा नाटो की प्राथमिकता प्राप्त यूक्रेन आवश्यकता सूची पहल के तहत अमेरिकी हथियार खरीदने के लिए 500 मिलियन अमेरिकी डॉलर आवंटित करने को तैयार है। जेलेंस्की ने कहा कि यह सहयोग रूस के खिलाफ युद्ध में यूक्रेन को और मजबूत बनाएगा और उसकी रक्षा क्षमता को नए स्तर पर ले जाएगा।

सिर्फ सैन्य सहायता ही नहीं,बल्कि जेलेंस्की ने कनाडा के साथ ऊर्जा क्षेत्र में सहयोग का भी प्रस्ताव रखा। उन्होंने कहा कि यूक्रेन के पास पर्याप्त बंदरगाह अवसंरचना और भंडारण सुविधाएँ मौजूद हैं,जिनका उपयोग कनाडाई गैस की आपूर्ति और वितरण के लिए किया जा सकता है। उनका मानना है कि इससे न केवल यूक्रेन की ऊर्जा आवश्यकताओं की पूर्ति होगी,बल्कि कनाडा के लिए भी यूरोप के ऊर्जा बाजार में प्रवेश करने का एक नया अवसर पैदा होगा।

जेलेंस्की ने आगे उम्मीद जताई कि कनाडा यूक्रेन के लिए सुरक्षा गारंटी लागू करने में सक्रिय भूमिका निभाएगा। उन्होंने कहा कि रूस के साथ जारी संघर्ष के इस कठिन दौर में केवल हथियार और तकनीकी सहयोग ही नहीं,बल्कि राजनीतिक और सुरक्षा आश्वासन भी उतने ही आवश्यक हैं।

कनाडा की यह नई पहल यह दर्शाती है कि पश्चिमी सहयोगी देश अब भी यूक्रेन के साथ खड़े हैं और उसे समर्थन देने के लिए तैयार हैं। वहीं,यह कदम रूस और उसके सहयोगी देशों के लिए भी एक सशक्त संदेश है कि युद्ध की दिशा चाहे जैसी भी हो,पश्चिमी देश यूक्रेन को अकेला नहीं छोड़ेंगे।

करीब तीन साल से जारी इस संघर्ष में यूक्रेन ने भारी मानवीय और आर्थिक क्षति झेली है। ऐसे में कनाडा जैसे देशों की सहायता उसे न केवल सैन्य रूप से मजबूत करेगी,बल्कि अंतर्राष्ट्रीय मंच पर भी उसका मनोबल ऊँचा रखेगी।