नई दिल्ली,27 फरवरी (युआईटीवी)- क्रॉस वोटिंग की चिंता के बीच मंगलवार को तीन राज्यों यूपी,हिमाचल,कर्नाटक की 15 राज्यसभा सीटों के लिए चुनाव हो रहा है ।
पहले ही 56 सीटों के लिए 41 उम्मीदवार को निर्विरोध चुना जा चुका है। भाजपा प्रमुख जे.पी.नड्डा,पूर्व कांग्रेस प्रमुख सोनिया गांधी,केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव,पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण और एल. मुरुगन निर्वाचित लोगों में शामिल हैं।
11 उम्मीदवार उत्तर प्रदेश में मैदान में हैं। भाजपा के पास सात सदस्यों और सपा के पास तीन सदस्यों को भेजने की संख्या है। संजय सेठ भाजपा के आठवें उम्मीदवार हैं,जिनके कारण यह मुकाबला काँटे का हो गया है। ऐसा माना जा रहा है कि एनडीए के साथ गठबंधन करने वाले राष्ट्रीय लोक दल के अतिरिक्त वोटों पर बीजेपी को भरोसा है।
भाजपा ने अपने तरफ से मैदान में पूर्व केंद्रीय मंत्री आर.पी.एन. सिंह,प्रदेश के वरिष्ठ नेता अमरपाल मौर्य,पूर्व सांसद चौधरी तेजवीर सिंह,पार्टी प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी,पूर्व मंत्री संगीता बलवंत (बिंद),आगरा के पूर्व मेयर नवीन जैन और पूर्व विधायक साधना सिंह को उतारा है।
वहीं सपा ने अपनी ओर से मैदान में सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी आलोक रंजन,अभिनेत्री-सांसद जया बच्चन और दलित नेता रामजी लाल सुमन को उतारा है।
कर्नाटक में सोमवार को सत्तारूढ़ कांग्रेस ने एक निजी होटल में अपने विधायकों को स्थानांतरित कर दिया। वहाँ राज्यसभा की चार सीटें हैं और उम्मीदवार पाँच हैं। कांग्रेस के तरफ से चुनाव में मौजूदा राज्यसभा सांसद सैयद नासिर हुसैन,पूर्व केंद्रीय मंत्री अजय माकन और जी.सी. चन्द्रशेखर को उतारा गया है। भाजपा-जद(एस) गठबंधन के उम्मीदवार कुपेंद्र रेड्डी हैं और भाजपा के पूर्व एमएलसी नारायणसा भंडागे चुनाव लड़ रहे हैं।
हिमाचल प्रदेश में राज्य की एकमात्र सीट पर कांग्रेस के अभिषेक मनु सिंघवी के खिलाफ भाजपा ने हर्ष महाजन को मैदान में उतारकर इस मुकाबले को मजबूत कर दिया है। यहाँ भाजपा के पास 25 और कांग्रेस के पास 40 विधायक हैं। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के लिए इस चुनाव को प्रतिष्ठा की लड़ाई के रूप में देखा जा रहा है।
