देवघर सड़क हादसा (तस्वीर क्रेडिट@IrfanAnsariMLA)

देवघर में कांवड़ियों से भरी बस दुर्घटनाग्रस्त,5 श्रद्धालुओं की मौत,प्रधानमंत्री मोदी सहित नेताओं ने जताया शोक

नई दिल्ली/राँची,29 जुलाई (युआईटीवी)- झारखंड के देवघर में मंगलवार को हुए दर्दनाक सड़क हादसे ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया। सावन माह के पवित्र कांवड़ यात्रा के दौरान एक बस के दुर्घटनाग्रस्त हो जाने से पाँच श्रद्धालुओं की जान चली गई,जबकि 20 से अधिक घायल हो गए। हादसे की खबर फैलते ही पूरे राज्य में शोक की लहर दौड़ गई और देशभर से संवेदनाएँ आने लगीं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी घटना पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना प्रकट की और घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की।

यह हादसा उस समय हुआ,जब कांवड़ियों को लेकर जा रही बस देवघर से बासुकीनाथ धाम की ओर जा रही थी। रास्ते में मोहनपुर थाना क्षेत्र के जमुनिया चौक पर बस अनियंत्रित होकर पलट गई। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार बस में क्षमता से अधिक लोग सवार थे और सड़क पर तेज रफ्तार होने के चलते चालक नियंत्रण खो बैठा। स्थानीय प्रशासन को जैसे ही दुर्घटना की जानकारी मिली,राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया गया। घायलों को नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है, जहाँ कई की हालत गंभीर बताई जा रही है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस भीषण हादसे पर गहरा शोक व्यक्त किया। मंगलवार को प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से जारी बयान में कहा गया कि प्रधानमंत्री ने देवघर की सड़क दुर्घटना को अत्यंत दुखद बताया है। उन्होंने कहा कि इस दुर्घटना में जिन श्रद्धालुओं की जान गई है,उनके परिजनों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएँ हैं। ईश्वर उन्हें यह अपार पीड़ा सहने की शक्ति दे। साथ ही उन्होंने सभी घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना की।

राज्यपाल संतोष गंगवार ने भी घटना को अत्यंत पीड़ादायक बताया। उन्होंने एक्स (पूर्व ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए लिखा कि देवघर से बासुकीनाथ जा रही कांवरियों की बस के दुर्घटनाग्रस्त होने का समाचार अत्यंत दुखद है। मैं दिवंगत श्रद्धालुओं के परिजनों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करता हूँ और बाबा भोलेनाथ से प्रार्थना करता हूँ कि घायल श्रद्धालु जल्द स्वस्थ हों।

राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता बाबूलाल मरांडी ने दुर्घटना को अत्यंत व्यथित करने वाली घटना करार दिया। उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए कहा कि प्रशासन को चाहिए कि वह घायलों के समुचित इलाज की व्यवस्था तत्काल सुनिश्चित करे। साथ ही उन्होंने यह प्रार्थना की कि बाबा बैद्यनाथ दिवंगत आत्माओं को शांति प्रदान करें और शोक संतप्त परिवारों को यह दुख सहने की शक्ति दे।

वहीं केंद्रीय मंत्री और झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा ने भी इस घटना पर गहरा दुख जताया। उन्होंने लिखा कि देवघर के मोहनपुर स्थित जमुनिया चौक पर कांवड़ियों से भरी बस के दुर्घटनाग्रस्त होने की खबर अत्यंत दुखद और हृदयविदारक है। कई श्रद्धालुओं की असमय मृत्यु का समाचार बेहद पीड़ादायक है। उन्होंने ईश्वर से दिवंगत आत्माओं की शांति के लिए प्रार्थना की और घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की।

इस हादसे ने सावन के इस पवित्र अवसर पर भक्ति में डूबे वातावरण को गहरे शोक में बदल दिया है। कांवड़ यात्रा,जो कि पूरे उत्तर भारत में आस्था और श्रद्धा का प्रतीक मानी जाती है,उसमें इस प्रकार की दुर्घटना से लोगों का मन द्रवित हो उठा है। हजारों श्रद्धालु इस समय झारखंड के देवघर और बासुकीनाथ धाम की ओर यात्रा कर रहे हैं और ऐसे में इस तरह की घटना यात्रा की व्यवस्थाओं पर भी सवाल खड़े करती है।

स्थानीय प्रशासन की ओर से कहा गया है कि घायलों को तुरंत राहत पहुँचाई गई और चिकित्सकीय सहायता उपलब्ध कराई जा रही है। जिला प्रशासन ने जाँच के आदेश दे दिए हैं कि बस कैसे पलटी और उसमें कितने यात्री सवार थे। प्रारंभिक जाँच में तेज रफ्तार और ओवरलोडिंग को दुर्घटना का संभावित कारण माना जा रहा है।

यह घटना आस्था और मानव जीवन की सुरक्षा के बीच संतुलन बनाए रखने की सख्त आवश्यकता को रेखांकित करती है। आने वाले दिनों में उम्मीद की जा रही है कि प्रशासन यात्रा मार्गों पर यातायात नियंत्रण और सुरक्षा उपायों को और सख्ती से लागू करेगा ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।

फिलहाल,देवघर में मातम पसरा हुआ है और पूरा राज्य शोक की स्थिति में है। देश के कोने-कोने से श्रद्धालुओं की इस दुर्घटना पर सहानुभूति और प्रार्थनाएँ आ रही हैं। दुर्घटना से घायल श्रद्धालुओं का इलाज जारी है और प्रशासन उनके पूर्ण स्वस्थ होने के लिए प्रयासरत है।