ट्रंप और पुतिन

डोनाल्ड ट्रंप का बड़ा ऐलान,यूक्रेन को मिलेगा ‘पैट्रियट एयर डिफेंस सिस्टम’,रूस पर बड़ा बयान जल्द

वाशिंगटन,14 जुलाई (युआईटीवी)- अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रविवार को एक बड़ा बयान देते हुए कहा कि अमेरिका जल्द ही यूक्रेन को ‘पैट्रियट एयर डिफेंस सिस्टम’ भेजेगा। यह घोषणा ऐसे समय में हुई है,जब रूस-यूक्रेन युद्ध का कोई अंत नजर नहीं आ रहा और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन युद्धविराम के किसी भी प्रयास को ठुकरा रहे हैं। ट्रंप की टिप्पणी से साफ है कि वे पुतिन की रणनीति से नाखुश हैं और यूक्रेन को सुरक्षा सहायता देकर रूस पर दबाव बढ़ाने की योजना बना रहे हैं।

मैरीलैंड के ज्वाइंट बेस एंड्रयूज पर डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि अमेरिका यूक्रेन को पैट्रियट एयर डिफेंस सिस्टम भेजेगा,क्योंकि उन्हें इसकी सख्त जरूरत है। उन्होंने रूसी राष्ट्रपति पुतिन पर निशाना साधते हुए कहा कि पुतिन दिन में शांति की बातें करते हैं और रात में बमबारी करते हैं,जो उन्हें स्वीकार नहीं है।

ट्रंप ने स्पष्ट किया कि अभी यह तय नहीं हुआ है कि कितने पैट्रियट सिस्टम यूक्रेन को दिए जाएँगे,लेकिन कुछ तो भेजे ही जाएँगे,क्योंकि यूक्रेन को अपनी रक्षा के लिए इनकी बेहद आवश्यकता है।

‘पैट्रियट’ (पैट्रियट एमआईएम-104) अमेरिका का सबसे आधुनिक सतह से हवा में मार करने वाला मिसाइल डिफेंस सिस्टम है। यह न केवल दुश्मन के लड़ाकू विमानों, बल्कि बैलिस्टिक और क्रूज मिसाइलों को भी रोकने में सक्षम है। इसकी खासियत यह है कि यह दुश्मन की हवाई गतिविधियों का बहुत सटीकता से पता लगाकर उन्हें निष्क्रिय कर सकता है।

यूक्रेन,जो बीते दो वर्षों से रूसी हवाई हमलों का लगातार सामना कर रहा है,उसे इस तरह के सिस्टम की जरूरत काफी समय से महसूस की जा रही थी।

डोनाल्ड ट्रंप ने पिछले सप्ताह यूरोप में नाटो सहयोगियों को हथियार बेचने का फैसला किया है,ताकि वे इन हथियारों को आगे यूक्रेन को सौंप सकें। उन्होंने यह भी कहा कि अमेरिका नाटो के जरिए ही यूक्रेन को एडवांस हथियार भेजेगा और नाटो देश इसके लिए अमेरिका को पूरी कीमत चुकाएँगे।

ट्रंप ने कहा कि अमेरिका यूक्रेन को उन्नत सैन्य टुकड़ियाँ भेजेगा और इसके बदले नाटो देश अमेरिका को पूरी लागत का भुगतान करेंगे,यानी सहायता पूरी तरह भुगतान आधारित होगी।

इसका तात्पर्य यह है कि अमेरिका अब हथियारों की आपूर्ति में केवल रणनीतिक भूमिका नहीं निभा रहा,बल्कि अब यह वाणिज्यिक और सैन्य साझेदारी के रूप में नाटो और यूक्रेन के साथ खड़ा है।

डोनाल्ड ट्रंप ने यह भी संकेत दिया कि वे सोमवार को रूस के संबंध में एक “बड़ा बयान” देने वाले हैं। हालाँकि,उन्होंने इसके विवरण साझा नहीं किए,लेकिन कयास लगाए जा रहे हैं कि यह बयान रूस के खिलाफ नए प्रतिबंधों,सैन्य रणनीति या कूटनीतिक कार्रवाई से जुड़ा हो सकता है।

यह बयान ऐसे समय में आने वाला है,जब रूस-यूक्रेन युद्ध अपने तीसरे वर्ष में प्रवेश कर चुका है और पुतिन की सेना लगातार यूक्रेन के पूर्वी क्षेत्रों में बमबारी कर रही है।

डोनाल्ड ट्रंप इस सप्ताह नाटो महासचिव मार्क रट से मुलाकात करेंगे। यह बैठक वाशिंगटन डीसी में होगी और इसमें यूक्रेन को दी जा रही सैन्य सहायता,भविष्य की रणनीति और हथियारों की आपूर्ति के तंत्र पर चर्चा होगी। ट्रंप की यह पहल दिखाती है कि अमेरिका नाटो के जरिए यूरोप में सुरक्षा संतुलन बनाए रखने की कोशिश कर रहा है और साथ ही यह संदेश भी देना चाहता है कि वह यूक्रेन को कमजोर नहीं होने देगा।

डोनाल्ड ट्रंप की घोषणा यूक्रेन के लिए एक महत्वपूर्ण सामरिक समर्थन साबित हो सकती है। पैट्रियट डिफेंस सिस्टम की आपूर्ति रूस की वायु शक्ति को चुनौती देने में मदद कर सकती है। साथ ही ट्रंप की पुतिन के खिलाफ तीखी टिप्पणियाँ और आने वाला ‘बड़ा बयान’ इस बात का संकेत हैं कि अमेरिका यूक्रेन युद्ध को निर्णायक मोड़ पर लाने की कोशिशों में जुटा है।

ट्रंप का यह कदम न केवल रूस पर रणनीतिक दबाव बढ़ाने का प्रयास है,बल्कि नाटो के भीतर अमेरिका की केंद्रीय भूमिका को दोबारा स्थापित करने की दिशा में भी एक संकेत माना जा सकता है। अब सबकी नजरें इस सप्ताह होने वाली घोषणाओं और नाटो महासचिव के साथ होने वाली बैठक पर टिकी हैं,जो यूक्रेन युद्ध के अगले चरण को तय कर सकती है।