भोजपुर,22 जुलाई (युआईटीवी)- बिहार के भोजपुर जिले के बिहिया थाना क्षेत्र में मंगलवार सुबह पुलिस और कुख्यात अपराधियों के बीच हुई मुठभेड़ ने इलाके में सनसनी फैला दी। यह मुठभेड़ चंदन मिश्रा हत्याकांड से जुड़े अपराधियों को पकड़ने के लिए चलाए गए अभियान के तहत हुई। बिहार पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) और भोजपुर पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में तीन अपराधियों को पकड़ा गया,जिनमें से दो गोली लगने से घायल हुए हैं। यह मुठभेड़ मंगलवार सुबह तड़के लगभग पाँच बजे हुई,जब पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर इलाके को घेराबंदी कर अपराधियों की तलाश शुरू की।
जानकारी के अनुसार,एसटीएफ को गुप्त सूचना मिली थी कि चंदन मिश्रा की हत्या में शामिल तीन हमलावर बिहिया रेलवे स्टेशन के पास हथियारों के साथ छिपे हुए हैं और किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की फिराक में हैं। सूचना के बाद एसटीएफ पटना और भोजपुर पुलिस की एक संयुक्त टीम को मौके पर भेजा गया। पुलिस ने क्षेत्र की घेराबंदी कर जैसे ही आगे बढ़ने की कोशिश की,अपराधियों ने पुलिस दल पर ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने और आत्मरक्षा के लिए जवाबी कार्रवाई की,जिसके दौरान दो अपराधियों के पैरों में गोली लगी, जबकि तीसरे को पुलिस ने बिना घायल किए मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया।
घटना के बाद घायल अपराधियों को तुरंत आरा सदर अस्पताल भेजा गया,जहाँ उनका इलाज चल रहा है। दोनों अपराधियों की पहचान बलवंत कुमार सिंह और रविरंजन कुमार सिंह के रूप में हुई है। तीसरे आरोपी का नाम अभिषेक कुमार बताया गया है। पुलिस ने मौके से दो पिस्टल,एक देसी कट्टा,दो मैगजीन और चार जिंदा कारतूस बरामद किए हैं। पुलिस के अनुसार,अपराधियों ने मुठभेड़ के दौरान भागने की भी कोशिश की,लेकिन पुलिस की सतर्कता के कारण वे सफल नहीं हो सके।
भोजपुर पुलिस अधीक्षक कार्यालय द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति में बताया गया कि मंगलवार सुबह तड़के पाँच बजे के करीब पुलिस और एसटीएफ का आमना-सामना अपराधियों से हुआ। टीम ने अपराधियों को पहले आत्मसमर्पण करने के लिए कहा, लेकिन उन्होंने आत्मसमर्पण के बजाय पुलिस पर गोलियाँ बरसानी शुरू कर दीं। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने फायरिंग की,जिसमें दो अपराधी गोली लगने से घायल हुए। गिरफ्तार किए गए तीनों अपराधियों को पुलिस हिरासत में ले लिया गया है और उनसे पूछताछ की जा रही है।
पुलिस ने बताया कि प्राथमिक पूछताछ में अपराधियों ने कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। उन्होंने स्वीकार किया है कि वे न केवल चंदन मिश्रा हत्याकांड में शामिल थे, बल्कि पटना के पारस हॉस्पिटल में हुई हत्या की घटना में भी अन्य अपराधियों के साथ सक्रिय रूप से शामिल रहे। पुलिस का मानना है कि इस मुठभेड़ और पूछताछ से चंदन मिश्रा हत्याकांड के पीछे की साजिश और इसमें शामिल बाकी फरार अपराधियों की गिरफ्तारी में मदद मिलेगी।
गिरफ्तार अपराधियों की पहचान के संबंध में पुलिस ने जानकारी दी कि बलवंत कुमार सिंह बक्सर जिले के जंगबहादुर सिंह का बेटा है,जबकि रविरंजन कुमार सिंह भोजपुर के केश्वर सिंह का पुत्र है। तीसरा आरोपी अभिषेक कुमार भी बक्सर जिले का रहने वाला है और उसके पिता का नाम गोपाल प्रसाद है। तीनों लंबे समय से आपराधिक गतिविधियों में लिप्त रहे हैं और इनके खिलाफ विभिन्न थानों में कई मामले दर्ज हैं।
मुठभेड़ के दौरान जिस प्रकार अपराधियों ने पुलिस पर सीधे गोलियाँ चलानी शुरू कीं,उससे साफ है कि वे किसी भी कीमत पर गिरफ्तारी से बचना चाहते थे। पुलिस सूत्रों का कहना है कि आरोपी किसी ग्रामीण को भी निशाना बनाने की फिराक में थे, लेकिन समय रहते की गई पुलिस कार्रवाई के कारण एक बड़ी वारदात टल गई। घटना के बाद इलाके में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है और पुलिस टीम लगातार फरार अपराधियों की तलाश में छापेमारी कर रही है।
चंदन मिश्रा हत्याकांड हाल के दिनों में भोजपुर जिले की सबसे चर्चित आपराधिक घटनाओं में से एक रहा है। इस मामले को सुलझाने के लिए पुलिस लंबे समय से प्रयासरत थी। अब इन तीन आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद पुलिस को उम्मीद है कि हत्याकांड के पीछे की पूरी साजिश और इसमें शामिल मुख्य मास्टरमाइंड का भी पता लगाया जा सकेगा।
स्थानीय लोगों के अनुसार,मुठभेड़ के दौरान पुलिस और अपराधियों के बीच हुई फायरिंग की आवाजें सुनकर इलाके में अफरा-तफरी का माहौल बन गया था। ग्रामीणों ने घरों में खुद को बंद कर लिया और पुलिस ने पूरे क्षेत्र की नाकाबंदी कर दी। पुलिस की त्वरित कार्रवाई की सराहना करते हुए स्थानीय लोगों ने कहा कि यदि समय पर कार्रवाई नहीं की जाती,तो अपराधी और भी बड़ी वारदात को अंजाम दे सकते थे।
एसटीएफ और भोजपुर पुलिस की इस संयुक्त कार्रवाई को अपराध के खिलाफ बड़ी सफलता के रूप में देखा जा रहा है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि अपराधियों के नेटवर्क को ध्वस्त करने के लिए लगातार छापेमारी अभियान जारी रहेगा। तीनों आरोपियों से पूछताछ में और भी कई आपराधिक मामलों के खुलासे की उम्मीद है।
पुलिस अधीक्षक ने कहा कि इन अपराधियों की गिरफ्तारी से न केवल चंदन मिश्रा हत्याकांड के सिलसिले में अहम सबूत हाथ लगे हैं,बल्कि इससे आपराधिक गिरोहों के हौसले भी पस्त होंगे। उन्होंने साफ किया कि कानून के खिलाफ जाने वालों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा और जिले में अपराधियों के लिए कोई जगह नहीं है।