भारतीय क्रिकेट टीम के मुख्य कोच गौतम गंभीर (तस्वीर क्रेडिट@Poojab1177)

भारतीय क्रिकेट टीम के मुख्य कोच गौतम गंभीर को मिली जान से मारने की धमकी,पुलिस में शिकायत दर्ज,जाँच में जुटी पुलिस

नई दिल्ली,24 अप्रैल (युआईटीवी)- जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले के बीच देश में सुरक्षा को लेकर एक और चिंता उभरकर सामने आई है। भारतीय क्रिकेट टीम के मुख्य कोच और पूर्व अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेटर गौतम गंभीर को आतंकी संगठन आईएसआईएस की ओर से जान से मारने की धमकी मिली है। गंभीर को यह धमकी एक अज्ञात ईमेल के जरिए भेजी गई,जिसके बाद उन्होंने 23 अप्रैल को दिल्ली पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों को इसकी जानकारी दी।

गंभीर ने इस ईमेल की जानकारी मिलने के तुरंत बाद राजेंद्र नगर थाने के एसएचओ और डीसीपी सेंट्रल से संपर्क कर शिकायत दर्ज करवाई। उन्होंने अपनी शिकायत में कहा कि उन्हें और उनके परिवार को खतरा है और उन्होंने सुरक्षा बढ़ाने की माँग की है। गंभीर ने यह सुनिश्चित करने की माँग की है कि न केवल उन्हें,बल्कि उनके परिजनों को भी पुलिस सुरक्षा मुहैया कराई जाए।

शिकायत मिलते ही दिल्ली पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जाँच शुरू कर दी है। इस केस को साइबर क्राइम यूनिट को सौंपा गया है,जो तकनीकी विशेषज्ञों की मदद से ईमेल की उत्पत्ति का पता लगाने में जुटी है। जाँच में अब तक यह सामने आया है कि ईमेल भेजने वाले की पहचान अभी तक नहीं हो पाई है,लेकिन आईपी एड्रेस,सर्वर लोकेशन और डिजिटल ट्रेस के आधार पर जल्द ही ठोस सुराग मिलने की उम्मीद है।

फिलहाल यह स्पष्ट नहीं है कि यह धमकी वास्तव में आतंकी संगठन आईएसआईएस से संबंधित है या नहीं। पुलिस इस पहलू पर भी जाँच कर रही है कि कहीं यह किसी शरारती तत्व या पूर्व इतिहास रखने वाले व्यक्ति द्वारा भेजी गई फर्जी धमकी तो नहीं। हालाँकि,मौजूदा सुरक्षा माहौल और हालिया आतंकी गतिविधियों को देखते हुए इस ईमेल को नजरअंदाज नहीं किया जा रहा है।

यह पहली बार नहीं है जब गौतम गंभीर को ऐसी धमकियाँ मिली हैं। इससे पहले नवंबर 2021 में भी उन्हें इसी तरह का ईमेल भेजा गया था,जिसमें उन्हें और उनके परिवार को नुकसान पहुँचाने की चेतावनी दी गई थी। उस समय भी पुलिस ने गंभीर की सुरक्षा में इजाफा किया था और मामले की गहन जाँच की थी।

यह घटना ऐसे समय पर सामने आई है,जब जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद पूरे देश में सुरक्षा एजेंसियाँ हाई अलर्ट पर हैं। इस हमले में 26 निर्दोष लोगों की जान चली गई थी और कई घायल हो गए थे। इसके बाद भारत सरकार ने पाकिस्तान के खिलाफ सख्त रुख अपनाते हुए कई राजनयिक और सैन्य कदम उठाए हैं। ऐसे माहौल में गंभीर को मिली धमकी को राष्ट्रीय सुरक्षा से जोड़कर देखा जा रहा है।

गौतम गंभीर को मिली जानलेवा धमकी ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि न केवल देश के सीमावर्ती इलाके,बल्कि सार्वजनिक जीवन से जुड़े प्रमुख लोग भी आतंकवादियों के निशाने पर हैं। दिल्ली पुलिस इस मामले को प्राथमिकता के आधार पर हैंडल कर रही है और जल्द ही दोषी की पहचान कर कठोर कार्रवाई का भरोसा दिला रही है। देश की सुरक्षा एजेंसियाँ लगातार सतर्क हैं और हर खतरे से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।