नई दिल्ली,11 जून (युआईटीवी)- इंदौर के नवविवाहित जोड़े राजा (29) और सोनम रघुवंशी (25) 20 मई, 2025 को मेघालय में अपने हनीमून पर निकले थे। तीन दिन बाद, 23 मई को,वे चेरापूंजी के नोंग्रियाट क्षेत्र के पास ट्रेकिंग के बाद गायब हो गए। राजा का क्षत-विक्षत शव,उसका गला कटा हुआ और कीमती सामान गायब लगभग दस दिन बाद वेई सवाडोंग फॉल्स के पास एक घाटी के तल पर पाया गया,जिसके बाद हत्या की जाँच शुरू हुई।
हत्या के बाद,सोनम ने कथित तौर पर नाटकीय ढंग से भागना शुरू कर दिया। पुलिस का आरोप है कि उसने 2,000 किलोमीटर से ज़्यादा की यात्रा की। उसने सबसे पहले इंदौर,मध्य प्रदेश लौटी,जहाँ वह अपने कथित प्रेमी से किराए के मकान में मिली। वहाँ से,वह पूर्वी उत्तर प्रदेश की ओर चली गई। उसका पीछा गाजीपुर में एक सड़क किनारे ढाबे पर जाकर खत्म हुआ। वहाँ,अस्त-व्यस्त और भावनात्मक रूप से परेशान,उसने अपने भाई को फ़ोन किया और जल्द ही अधिकारियों ने उसे पकड़ लिया।
जाँचकर्ताओं का दावा है कि सोनम ने हनीमून के दौरान अपने कथित प्रेमी राज कुशवाह सहित चार लोगों को काम पर रखकर अपने पति की हत्या की साजिश रची थी। एक स्थानीय खासी गाइड की गवाही ने इसमें अहम भूमिका निभाई। उसने बताया कि राजा के गायब होने से ठीक पहले उसने जोड़े को तीन अज्ञात लोगों के साथ देखा था। इसके अलावा सबूतों में सीसीटीवी फुटेज,मोबाइल फोन रिकॉर्ड और फोरेंसिक विसंगतियाँ शामिल हैं,जैसे कि राजा की कथित मौत के बाद उनके अकाउंट से सुबह-सुबह सोशल मीडिया पर पोस्ट किया गया।
पुलिस द्वारा पर्याप्त सबूत पेश किए जाने के बाद सोनम ने कथित तौर पर अपनी भूमिका कबूल कर ली। संलिप्तता स्वीकार करते हुए वह फूट-फूट कर रोने लगी। सोनम और उसके तीन संदिग्ध साथी- आकाश राजपूत,विशाल सिंह चौहान और आनंद कुर्मी को गिरफ्तार कर लिया गया है,जबकि चौथा संदिग्ध अभी भी फरार है।
राजा के परिवार,खास तौर पर उनके भाई ने शुरू में देरी से जवाब देने के लिए अधिकारियों की आलोचना की थी। उन्होंने तब से सोनम के कथित दोष को स्वीकार कर ली है,जबकि सोनम के पिता का कहना है कि उसका अपहरण हुआ था और वह उसकी संलिप्तता से इनकार करते हैं,यहाँ तक कि सीबीआई जाँच की माँग भी करते हैं। मेघालय एसआईटी सबूत इकट्ठा करने और कानूनी कार्यवाही को अंतिम रूप देने में लगी हुई है।
सोनम रघुवंशी पर अपने हनीमून के दौरान अपने पति की हत्या की योजना बनाने और फिर 2,000 किलोमीटर से अधिक की दूरी तय करके कई राज्यों से भागने का आरोप है। पुलिस का आरोप है कि उसने अपने साथियों के साथ मिलकर काम किया और आखिरकार उत्तर प्रदेश के एक ढाबे पर पकड़े जाने के बाद उसने आत्मसमर्पण कर दिया। मामले की गहन जाँच जारी है।