इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स (तस्वीर क्रेडिट@RaviBarnwa24684)

भारत-इंग्लैंड टेस्ट सीरीज का निर्णायक मुकाबला: चोट के चलते कप्तान बेन स्टोक्स बाहर, इंग्लैंड ने की प्लेइंग इलेवन की घोषणा

नई दिल्ली,30 जुलाई (युआईटीवी)- भारत और इंग्लैंड के बीच चल रही पाँच मैचों की रोमांचक टेस्ट सीरीज का अंतिम और निर्णायक मुकाबला 31 जुलाई से लंदन के केनिंग्टन ओवल मैदान में खेला जाएगा। इस अहम टेस्ट मैच से पहले इंग्लैंड को एक बड़ा झटका लगा है,क्योंकि उसके कप्तान और स्टार ऑलराउंडर बेन स्टोक्स कंधे की चोट के चलते इस मुकाबले से बाहर हो गए हैं। स्टोक्स की अनुपस्थिति न केवल इंग्लैंड की रणनीति को प्रभावित करेगी,बल्कि टीम के संतुलन पर भी बड़ा असर डाल सकती है।

बेन स्टोक्स इस सीरीज में इंग्लैंड के सबसे प्रभावशाली खिलाड़ियों में शामिल रहे हैं। उन्होंने चार टेस्ट मैचों में 304 रन बनाए हैं,जिसमें मैनचेस्टर टेस्ट में लगाया गया एक शानदार शतक भी शामिल है। बल्लेबाजी के अलावा गेंदबाजी में भी उन्होंने अहम योगदान दिया है और अब तक 17 विकेट लेकर सीरीज में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज रहे हैं। उन्होंने एक पारी में पाँच विकेट भी चटकाए थे। उनके इस ऑलराउंड प्रदर्शन के दम पर वे तीसरे और चौथे टेस्ट में प्लेयर ऑफ द मैच चुने गए थे।

स्टोक्स के अलावा इंग्लैंड की प्लेइंग इलेवन से तीन और खिलाड़ी बाहर हो गए हैं। स्पिनर लियाम डॉसन,तेज गेंदबाज जोफ्रा आर्चर और पेसर ब्रायडन कार्स भी अंतिम टेस्ट में नहीं खेलेंगे। टीम में चार नए चेहरों को शामिल किया गया है। सरे के तेज गेंदबाज गस एटकिंसन और जेमी ओवरटन के साथ-साथ नॉटिंघमशायर के पेसर जोश टंग को टीम में मौका दिया गया है। इसके अलावा युवा बल्लेबाज जैकब बेथेल को भी टीम में शामिल किया गया है,जो छठे नंबर पर बल्लेबाजी करेंगे। इंग्लैंड की यह नई और बदली हुई टीम अंतिम टेस्ट मैच में सीरीज जीतने के इरादे से मैदान में उतरेगी।

फिलहाल पाँच मैचों की सीरीज में इंग्लैंड 2-1 से आगे है और उसके पास इस मुकाबले को जीतकर सीरीज अपने नाम करने का सुनहरा मौका है। वहीं,भारत की नजरें इस मैच को जीतकर सीरीज को 2-2 से बराबरी पर समाप्त करने पर टिकी होंगी। हालाँकि,भारत के लिए यह राह आसान नहीं होगी,क्योंकि ओवल के मैदान पर टीम इंडिया का रिकॉर्ड बहुत प्रभावशाली नहीं रहा है। भारत ने इस मैदान पर अब तक 15 टेस्ट मैच खेले हैं,जिनमें से सिर्फ दो में ही उसे जीत मिली है। पहली जीत 1971 में आई थी,जब अजीत वाडेकर भारतीय टीम के कप्तान थे और इंग्लैंड की धरती पर भारत ने पहली बार सीरीज जीती थी। इसके बाद 2021 में विराट कोहली की कप्तानी में भारत ने ओवल में दूसरी बार जीत दर्ज की थी।

ओवल की पिच पर आमतौर पर बल्लेबाजों को मदद मिलती है,लेकिन जैसे-जैसे मैच आगे बढ़ता है,स्पिनर्स और रिवर्स स्विंग को भी भूमिका मिलती है। ऐसे में भारत को अपने स्पिन आक्रमण और तेज गेंदबाजों की लाइन लेंथ पर विशेष ध्यान देना होगा। भारत के लिए इस मैच में रोहित शर्मा की कप्तानी में मजबूत वापसी की उम्मीद की जा रही है। बल्लेबाजी में विराट कोहली,शुभमन गिल और यशस्वी जायसवाल जैसे बल्लेबाजों से बड़ी पारी की अपेक्षा रहेगी,जबकि गेंदबाजी में जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद सिराज और रविचंद्रन अश्विन पर जिम्मेदारी होगी।

स्टोक्स की गैरमौजूदगी भारत के लिए राहत की खबर जरूर हो सकती है,लेकिन इंग्लैंड की युवा टीम को कमज़ोर आंकना किसी भी तरह से समझदारी नहीं होगी। इंग्लैंड के पास आक्रामक बल्लेबाजों की एक लंबी फेहरिस्त है और साथ ही घरेलू परिस्थितियों का फायदा भी उन्हें मिलेगा। ऐसे में दोनों टीमों के बीच यह मुकाबला बेहद कांटे का रहने की उम्मीद है।

इस निर्णायक मैच का नतीजा न केवल इस सीरीज के विजेता का फैसला करेगा, बल्कि दोनों टीमों के विश्व टेस्ट चैंपियनशिप अभियान को भी नई दिशा देगा। भारत जहाँ विदेशी धरती पर एक और ऐतिहासिक सीरीज ड्रॉ कराने की कोशिश करेगा, वहीं इंग्लैंड घरेलू दर्शकों के सामने जीत के साथ समापन की उम्मीद करेगा। ऐसे में क्रिकेट प्रेमियों को 31 जुलाई से शुरू हो रहे इस मुकाबले में भरपूर रोमांच,रणनीति और प्रतिस्पर्धा देखने को मिलेगी।

पाँचवें टेस्ट मुकाबले के लिए इंग्लैंड की प्लेइंग इलेवन: ⁠

ओली पोप (कप्तान),जैक क्रॉली,जो रूट,बेन डकेट,हैरी ब्रुक, जेमी स्मिथ (विकेटकीपर),जैकब बेथेल,क्रिस वोक्स, जेमी ओवरटन, गस एटकिंसन,जोश टंग।