मुंबई,8 फरवरी (युआईटीवी)- भारत आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) के क्षेत्र में अपने कदम बढ़ा रहा है। एआई के क्षेत्र में देश को आत्मनिर्भर बनने में सहयोग करने के लिए माइक्रोसॉफ्ट के चेयरमैन और सीईओ सत्या नडेला ने कहा कि माइक्रोसॉफ्ट एआई वर्कफोर्स को बढ़ावा देगा। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) के साथ हर सेक्टर तथा इंडस्ट्री को बदलने के लिए सशक्त बनाएगा।
अपने संबोधन के दौरान सीईओ सत्या नडेला ने घोषणा किया कि एआई युग में भारत की क्षमता को मजबूत करने के लिए भारत में 2025 तक माइक्रोसॉफ्ट 2 मिलियन लोगों को एआई कौशल के अवसर प्रदान करेगा।
नडेला ने कहा कि, ” एआई के वादे को भारत हकीकत में बदलने की क्षमता रखता है। हम व्यापक रूप से पब्लिक और प्राइवेट सेक्टर में साझेदारी के लिए प्रतिबद्ध हैं,ताकि पूरे देश में नए अवसर प्रदान करने में सहयोग कर सके और देश के एआई स्किल्स गैप को कम करने में भी मदद कर सकें।”
माइक्रोसॉफ्ट के चेयरमैन और सीईओ सत्या नडेला ने माइक्रोसॉफ्ट कोपायलट के बारे में कहा कि कंपनी के अन्य एआई सॉल्यूशन के माइक्रोसॉफ्ट कोपायलट लोगों और संगठनों को तीव्रता से आगे बढ़ाने में सहायता कर रहा है,जिससे काम बेहतर गुणवत्ता के साथ पूरा हो रहा है और यह उत्पादन बढ़ाने में भी सहयोग कर रहा है।
पहले से ही भारत के कई संगठन जैसे-इंफोसिस (NS:INFY),एक्सिस बैंक (NS:AXBK),एलटीआईमाइंडट्री,एचसीएल टेक (NS:HCLT) इत्यादि नवीनीकरण (इनोवेशन) में तेजी लाने के लिए कोपायलट का उपयोग माइक्रोसॉफ्ट 365 और गिटहब कोपायलट के लिए कर रहा है।
माइक्रोसॉफ्ट ने कहा कि ऐसे 150 से भी अधिक संगठन हैं,जो पहले से ही ईकॉमर्स,विमानन,कृषि इत्यादि में इनोवेशन कर रहे हैं। इसके अलावा तेजी से बढ़ते उपभोक्ता वस्तुओं जैसे इंडस्ट्री में एज़्योर ओपनएआई सर्विस के साथ ये संगठन इनोवेशन कर रहे हैं। माइक्रोसॉफ्ट ने आगे बताया कि एआई प्रोजेक्ट्स पर भारत में संगठनों द्वारा खर्च किए गए प्रत्येक अमेरिकी डॉलर पर औसतन 3.86 डॉलर का रिटर्न प्राप्त हो रहा है।
एक जेनरेटिव एआई वर्चुअल एजेंट जिसका नाम एआईजी है,उसे फ्लैग कैरियर एयरलाइन एयर इंडिया ने तैनात किया है। एक दिन में 6,000 से अधिक सवालों का प्रबंधन यह चार भाषाओं में करता है। इसे मार्च 2023 में लॉन्च किया गया था और इसने अब तक 5 लाख से अधिक ग्राहकों के सवालों का सफलतापूर्वक जवाब दिया है।
माइक्रोसॉफ्ट अपने चौथे डेटा सेंटर क्षेत्र के जल्द ही लाइव होने की तैयारी कर रहा है। किसी भी अन्य क्लाउड प्रोवाइडर की तुलना में जियो के सहयोग से डेटा सेंटरों के साथ, माइक्रोसॉफ्ट देश में अधिक डेटासेंटर क्षेत्रों का दावा करता है।