बीएसएफ

जम्मू-कश्मीर सीमा पर घुसपैठ की कोशिश नाकाम नाकाम,बीएसएफ ने सात आतंकियों को किया ढेर

जम्मू, 9 मई (युआईटीवी)- जम्मू-कश्मीर में भारत-पाकिस्तान सीमा पर हालात लगातार तनावपूर्ण होते जा रहे हैं। सीमा पार से आतंकी घुसपैठ और गोलीबारी की घटनाएँ बढ़ती जा रही हैं। इस बीच,सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ ) ने अपनी सतर्कता और बहादुरी से एक बड़ी आतंकी साजिश को नाकाम किया है। वहीं,बारामुला जिले में पाकिस्तान की ओर से की गई गोलीबारी में एक महिला की मौत और एक अन्य के घायल होने की खबर से स्थानीय लोग दहशत में हैं।

8 मई 2025 की रात करीब 11 बजे, जम्मू-कश्मीर के सांबा सेक्टर में बीएसएफ के जवानों ने संदिग्ध हलचल देखी। त्वरित प्रतिक्रिया के तहत बीएसएफ ने तुरंत ऑपरेशन शुरू किया,जिसमें उन्होंने जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े माने जा रहे 7 आतंकियों को मार गिराया। बीएसएफ जम्मू ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर इस ऑपरेशन की पुष्टि करते हुए कहा, “8 मई 2025 को लगभग 23:00 बजे, बीएसएफ ने जम्मू-कश्मीर के सांबा जिले में अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर एक बड़ी घुसपैठ की कोशिश को नाकाम कर दिया।”

सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक,घुसपैठ करने वाले 10-12 आतंकियों के एक समूह ने भारतीय सीमा में दाखिल होने की कोशिश की थी। हालाँकि,बीएसएफ की जवाबी कार्रवाई में केवल 7 आतंकी मारे गए,जबकि बाकी आतंकी अँधेरे का फायदा उठाकर वापस पाकिस्तान की ओर भागने में सफल रहे।

इस ऑपरेशन में मारे गए आतंकियों के पास से अत्याधुनिक हथियार,ग्रेनेड और संचार उपकरण बरामद किए गए हैं,जिससे यह स्पष्ट होता है कि यह हमला अच्छी तरह से योजना बनाकर किया गया था। माना जा रहा है कि ये आतंकी जैश-ए-मोहम्मद संगठन से जुड़े थे और इनका मकसद भारत के भीतर घुसकर आतंकी वारदात अंजाम देना था।

सांबा सेक्टर में चल रहे सघन सर्च ऑपरेशन के तहत बीएसएफ पूरे इलाके को खंगाल रही है,ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि कोई आतंकी सीमा पार कर भीतर न पहुँच पाया हो।

दूसरी ओर,कश्मीर के बारामुला जिले के उरी इलाके में पाकिस्तान की ओर से की गई सीमा पार गोलीबारी ने एक निर्दोष परिवार को झकझोर दिया। मोहुरा के पास रजरवानी से बारामुला जा रहा एक वाहन इस गोलीबारी की चपेट में आ गया,जिसमें नरगिस बेगम नामक महिला की मौके पर ही मौत हो गई,जबकि उनके साथ यात्रा कर रहीं हफीजा बानो गंभीर रूप से घायल हो गईं।

हफीजा को तुरंत इलाज के लिए बारामुला के गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज (जीएमसी) ले जाया गया, जहाँ उनकी हालत अब स्थिर बताई जा रही है। यह घटना न सिर्फ पीड़ित परिवार के लिए,बल्कि पूरे इलाके के लिए दहशत और चिंता का कारण बन गई है।

इस गोलीबारी के बाद इलाके में सुरक्षा बलों की तैनाती बढ़ा दी गई है और स्थानीय प्रशासन ने लोगों से घरों में रहने की अपील की है। वहीं,हालात को देखते हुए जम्मू-कश्मीर के कई स्कूलों को सोमवार तक बंद कर दिया गया है।

इस विषय पर जम्मू-कश्मीर प्रशासन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि, “सोमवार को स्कूलों को फिर से खोलने पर विचार किया जाएगा। यह फैसला मौजूदा स्थिति के आधार पर लिया जाएगा।”

जम्मू-कश्मीर की सीमा पर बढ़ते तनाव और पाकिस्तान की ओर से लगातार हो रही आतंकवादी गतिविधियों के बीच भारत ने साफ संकेत दे दिया है कि वह अपनी सुरक्षा के साथ कोई समझौता नहीं करेगा। सांबा में बीएसएफ की कार्रवाई ने साबित कर दिया है कि भारतीय सुरक्षाबल किसी भी हालात से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।

हालाँकि,नागरिकों की सुरक्षा को लेकर चिंता बनी हुई है। बारामुला जैसी घटनाएँ दर्शाती हैं कि पाकिस्तान अब सीमा पार हमलों के साथ-साथ नागरिक ठिकानों को भी निशाना बना रहा है,जो कि एक गंभीर मानवीय संकट की चेतावनी है।

भारत सरकार और सुरक्षाबल इस समय सतर्कता,संयम और सख्ती तीनों के संतुलन के साथ काम कर रहे हैं। आने वाले दिनों में यह देखना अहम होगा कि यह तनाव क्या किसी निर्णायक मोड़ की ओर बढ़ रहा है या वैश्विक दबाव के चलते इसमें ठहराव आता है।