रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (आरसीबी) (तस्वीर क्रेडिट@Swapnil02031994)

आईपीएल 2025: आरसीबी को रास नहीं आ रहा घरेलू मैदान,पीबीकेएस से हारने के बाद आरसीबी के नाम जुड़ा आईपीएल इतिहास का अनचाहा रिकॉर्ड

नई दिल्ली,19 अप्रैल (युआईटीवी)- आईपीएल 2025 के 34वें मुकाबले में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (आरसीबी ) की टीम को एक और घरेलू हार का सामना करना पड़ा, जब एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में पंजाब किंग्स (पीबीकेएस) ने उन्हें 5 विकेट से हरा दिया। यह मुकाबला बारिश की वजह से सिर्फ 14 ओवर का कर दिया गया था, जिसमें आरसीबी पहले बल्लेबाज़ी करते हुए 9 विकेट पर 95 रन ही बना सकी। जवाब में पंजाब की टीम ने 12.1 ओवर में लक्ष्य हासिल कर लिया।

इस हार के साथ आरसीबी को अपने घरेलू मैदान पर यह 46वीं हार मिली,जो आईपीएल इतिहास में किसी भी टीम द्वारा किसी एक मैदान पर सबसे अधिक है। इस सीजन में आरसीबी एक भी घरेलू मैच जीत नहीं पाई है। इससे पहले उन्हें गुजरात टाइटंस (जीटी) और दिल्ली कैपिटल्स (डीसी) से भी इसी मैदान पर हार मिली थी।

दिलचस्प बात यह रही कि आरसीबी की ये तीनों हारें पहले बल्लेबाज़ी करते हुए आई हैं। इससे यह संकेत मिलता है कि टीम को टॉस जीतकर पहले गेंदबाज़ी करनी चाहिए,लेकिन रणनीति में यह बदलाव अब तक नजर नहीं आया।

आरसीबी के स्टार बल्लेबाज और भारत के पूर्व कप्तान विराट कोहली का बल्ला इस सीजन में अपने घरेलू मैदान पर खामोश रहा है। उन्होंने एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में अब तक केवल 30 रन बनाए हैं,वो भी 10 की औसत से।

इसके उलट,कोहली ने बाहर के मैदानों पर शानदार प्रदर्शन किया है और 109.50 की औसत से 249 रन बना चुके हैं। यह आँकड़े बताते हैं कि कोहली को अपने घरेलू मैदान पर लय नहीं मिल पा रही है,जबकि बाहर वो मैच जिताऊ पारियाँ खेल रहे हैं।

18 अप्रैल की तारीख आरसीबी के लिए शायद ही कभी शुभ रही हो। 18 अप्रैल 2008 को आईपीएल के पहले सीज़न के मैच में,टीम का सातवां विकेट 43 रनों पर गिरा था और ठीक 17 साल बाद 18 अप्रैल 2025 को,आरसीबी का सातवां विकेट 42 रन के स्कोर पर गिरा,यह एक अद्भुत संयोग है।

इतना ही नहीं,दोनों ही मुकाबलों में विराट कोहली केवल 1 रन बनाकर आउट हुए। यह संयोग क्रिकेट प्रेमियों और आँकड़ों के दीवानों के लिए किसी चौंकाने वाले तथ्य से कम नहीं है।

रजत पाटीदार और टिम डेविड इस मैच में आरसीबी के लिए केवल दो बल्लेबाज दहाई के आँकड़े तक पहुँच सके। रजत पाटीदार ने 18 गेंदों में 23 रन बनाए,जबकि टिम डेविड ने शानदार बल्लेबाज़ी करते हुए केवल 26 गेंदों में 50 रन ठोके,लेकिन कोई और बल्लेबाज़ टिक नहीं पाया।

इस प्रदर्शन के बावजूद टीम का स्कोर सिर्फ 95 रन तक पहुँच सका,जो 14 ओवर के मैच के लिहाज से एक कमज़ोर स्कोर कहा जाएगा।

रजत पाटीदार ने इस मुकाबले में एक और उपलब्धि हासिल की। उन्होंने अपने आईपीएल करियर के 1,000 रन पूरे कर लिए हैं और वह ऐसा करने वाले तीसरे सबसे तेज़ भारतीय बल्लेबाज़ बन गए हैं। उन्होंने 626 गेंदों में यह आँकड़ा छुआ, जबकि उनसे तेज़ केवल दो खिलाड़ी वीरेंद्र सहवाग और यूसुफ पठान रहे हैं। वीरेंद्र सहवाग ने यह आँकड़ा 604 गेंदों में और यूसुफ पठान ने 617 गेंदों में छुआ है।

पाटीदार का यह रिकॉर्ड उन्हें भारतीय टी20 क्रिकेट के उभरते सितारों में शुमार करता है। उनका स्ट्राइक रेट भी इस सीजन शानदार रहा है और वे लगातार मिडल ऑर्डर में फिनिशर की भूमिका निभा रहे हैं।

लक्ष्य का पीछा करते हुए पंजाब किंग्स की बल्लेबाज़ी सधी हुई नजर आई। शिखर धवन की अगुवाई में टीम ने लगातार विकेट खोने के बावजूद 12.1 ओवर में टारगेट चेज कर लिया। पीबीकेएस के बल्लेबाजों ने जोखिम भरे शॉट्स से बचते हुए पेस और स्पिन के खिलाफ संतुलित प्रदर्शन किया।

आरसीबी के लिए यह मैच कई मोर्चों पर निराशाजनक रहा। न तो बल्लेबाज़ी चली,न गेंदबाज़ी में धार दिखी और कप्तानी रणनीति पर भी सवाल खड़े हुए। वहीं पंजाब किंग्स ने विपरीत परिस्थितियों में संयम और रणनीति से काम लिया और दो अंक हासिल किए।

अब सवाल यह है कि क्या आरसीबी एम चिन्नास्वामी स्टेडियम पर अपनी हार की लय को तोड़ पाएगी या यह मैदान उनके लिए एक ‘अलभ्य किला’ ही बना रहेगा। आने वाले मैचों में यह देखना दिलचस्प होगा कि टीम इस मानसिक दबाव से कैसे उबरती है।