नई दिल्ली,3 मई (युआईटीवी)- आईपीएल 2025 के 51वें मैच में गुजरात टाइटंस और सनराइजर्स हैदराबाद की टीमें आमने-सामने थीं। मुकाबला अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में खेला गया,जहाँ गुजरात टाइटंस ने 38 रनों से जीत दर्ज की,लेकिन इस मैच में गुजरात के कप्तान शुभमन गिल का व्यवहार चर्चा का विषय बन गया। गिल मैदान पर दो बार अंपायरों से बहस करते और गुस्से में नजर आए, जिसका वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
पहली घटना तब हुई जब शुभमन गिल खुद बल्लेबाजी कर रहे थे। उन्होंने 38 गेंदों में 76 रनों की तूफानी पारी खेली,जिसमें 10 चौके और 2 छक्के शामिल थे,लेकिन इसके बाद वह रन आउट हो गए। रन आउट के फैसले पर गिल संतुष्ट नहीं थे और उन्होंने फोर्थ अंपायर से बहस की। उनकी नाराजगी और तीखी प्रतिक्रिया ने सबका ध्यान खींचा और इस घटना को लेकर भी काफी चर्चा हुई।
दूसरी और सबसे विवादित घटना मैच की दूसरी पारी के दौरान हुई जब सनराइजर्स हैदराबाद बल्लेबाजी कर रही थी। एसआरएच की पारी के 14वें ओवर की चौथी गेंद पर गुजरात की टीम ने अभिषेक शर्मा के खिलाफ एलबीडब्ल्यू की अपील की। फील्ड अंपायर ने अपील को खारिज कर दिया,जिस पर गिल ने तुरंत डीआरएस का सहारा लिया,लेकिन थर्ड अंपायर ने “अंपायर कॉल” के तहत फील्ड अंपायर का फैसला बरकरार रखा और अभिषेक शर्मा को नॉट आउट करार दिया।
इस फैसले के बाद शुभमन गिल बेहद नाराज हो गए। उन्होंने अपना आपा खोते हुए बीच मैदान अंपायर से तीखी बहस की। गिल को काफी देर तक गुस्से में अंपायर से बात करते हुए देखा गया। इस बहस में अभिषेक शर्मा,जो गिल के दोस्त भी हैं,बीच-बचाव करते हुए नजर आए और उन्हें शांत करने की कोशिश की,लेकिन गिल का गुस्सा कम नहीं हुआ और उनकी नाराजगी कैमरे में साफ नजर आई।
यह पूरी घटना सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है और प्रशंसकों के बीच चर्चा का विषय बन गई है। क्रिकेट विशेषज्ञों और पूर्व खिलाड़ियों ने भी गिल के व्यवहार पर सवाल उठाए हैं। कुछ का मानना है कि एक कप्तान को मैदान पर संयम बरतना चाहिए और अंपायरों के फैसले का सम्मान करना चाहिए। वहीं, कुछ लोग गिल की नाराजगी को सही ठहरा रहे हैं, क्योंकि डीआरएस में “अंपायर कॉल” कई बार विवाद का कारण बन चुका है।
इस विवाद के बाद शुभमन गिल पर बीसीसीआई की आचार संहिता के उल्लंघन का आरोप लग सकता है। अगर उन्हें दोषी पाया गया,तो उन पर जुर्माना लगाया जा सकता है या उन्हें चेतावनी दी जा सकती है। कप्तान होने के नाते उन पर कड़ी नजर रखी जा रही है और आने वाले दिनों में बोर्ड की ओर से अनुशासनात्मक कार्रवाई की जा सकती है।
मैच की बात करें तो गुजरात टाइटंस ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवर में 6 विकेट पर 224 रन बनाए। इस पारी में सबसे बड़ी भूमिका शुभमन गिल ने निभाई, जिन्होंने 76 रनों की शानदार पारी खेली। उनके अलावा साई सुदर्शन और डेविड मिलर ने भी अहम योगदान दिया। जवाब में सनराइजर्स हैदराबाद की टीम 186 रन ही बना सकी और गुजरात ने मैच 38 रनों से अपने नाम किया।
हालाँकि,टीम ने जीत हासिल की,लेकिन कप्तान गिल का गुस्सा पूरे मैच पर हावी रहा। उनका यह व्यवहार आने वाले मैचों और उनके नेतृत्व पर भी असर डाल सकता है। क्रिकेट एक जेंटलमैन का खेल माना जाता है और मैदान पर संयम रखना एक कप्तान की जिम्मेदारी होती है। अब देखना यह है कि बीसीसीआई इस मामले पर क्या कदम उठाती है और क्या शुभमन गिल को अपने इस व्यवहार के लिए कोई सजा मिलती है या नहीं।