मनोज बाजपेयी

इरफान खान,मनोज बाजपेयी और अनुराग कश्यप के साथ चाय पर चर्चाएँ: निखिल आडवाणी

मुंबई,16 नवंबर (युआईटीवी)- निर्देशक निखिल आडवाणी ने हाल ही में दिवंगत अभिनेता इरफान खान, मनोज बाजपेयी और फिल्मकार अनुराग कश्यप के साथ बिताए पलों को याद किया। उन्होंने बताया कि कैसे एक साधारण कप चाय उनकी बातचीत का केंद्र बिंदु बन गया और उनकी दोस्ती को मजबूत किया।

निखिल आडवाणी ने साइरस ब्रोचा के पॉडकास्ट ‘साइरस सेज’ पर उन दिनों की बात की जब वे इन कलाकारों के साथ समय बिताते थे। उन्होंने कहा, “हम सभी – मनोज बाजपेयी, इरफान खान,अनुराग कश्यप साथ में घूमते थे। उन दिनों किसी के पास ज्यादा पैसे नहीं होते थे। नियम यह था कि खाना साथ खा सकते हो,लेकिन शराब चाहिए,तो अपना इंतजाम आपको खुद करना पड़ेगा। हम सब अपने हिस्से का लेकर लाते थे और फिर छत पर इकट्ठा होकर दो-तीन दिन तक केवल बातें किया करते थे।”

निखिल ने बताया कि उनकी बातचीत सिर्फ सिनेमा तक सीमित नहीं थी,बल्कि इसमें जिंदगी और चाय जैसे छोटे लेकिन गहरे विषय भी शामिल थे।बनारस,कानपुर और बरेली की चाय पर उनकी चर्चाएँ इतनी गहन थीं कि यह मुद्दा भी लंबी बहस का कारण बन जाता था। उन्होंने कहा, “मैं साउथ बॉम्बे का लड़का था और इन शहरों की चाय को लेकर इतनी गंभीर चर्चा को समझ नहीं पाता था। वे इस विषय पर इतनी शुद्ध हिंदी में बातें करते थे कि मुझे लगता था कि मैं किसी और दुनिया में आ गया हूँ ।”

निखिल ने फिल्म निर्माता करण जौहर से जुड़ा एक दिलचस्प किस्सा भी साझा किया। उन्होंने बताया कि वे और करण जौहर पड़ोसी थे और जब भी मौका मिलता था,वे करण को चिढ़ाते थे। चिढ़ाने का कोई मौका वे नहीं छोड़ते थे।

निखिल आडवाणी अपने निर्देशन के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने ‘बाटला हाउस,’ ‘दिल्ली सफारी,’ ‘सलाम-ए-इश्क,’ ‘पटियाला हाउस’ और ‘चाँदनी चौक टू चाइना’ जैसी फिल्मों से दर्शकों का दिल जीता है। उनकी नई वेब सीरीज ‘फ्रीडम एट मिडनाइट’ हाल ही में 15 नवंबर को सोनी लिव पर रिलीज हुई है।

यह सीरीज डोमिनिक लैपियर और लैरी कॉलिन्स की प्रसिद्ध किताब से प्रेरित है। इसका निर्देशन और निर्माण निखिल ने खुद किया है। सीरीज में सिद्धांत गुप्ता,चिराग वोहरा और राजेंद्र चावला मुख्य भूमिकाओं में हैं।

चाय के जरिए पनपी दोस्ती और उनकी गहरी बातचीत ने निखिल आडवाणी के जीवन और दृष्टिकोण को खास तौर पर प्रभावित किया। इरफान,मनोज और अनुराग के साथ बिताए ये पल उनके लिए हमेशा खास रहेंगे। यह अनुभव केवल चाय पर चर्चा नहीं था,बल्कि जीवन और सिनेमा के प्रति उनके साझा प्रेम का प्रतीक था।