एमसीजी में दर्शकों की उपस्थिति (तस्वीर क्रेडिट@mufaddal_vohra)

मेलबर्न बॉक्सिंग डे टेस्ट में एमसीजी में दर्शकों की उपस्थिति ने बनाया नया रिकॉर्ड,भारत-ऑस्ट्रेलिया की टीमें हुईं खुश

मेलबर्न,30 दिसंबर (युआईटीवी)- भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड (एमसीजी) पर खेले जा रहे रहा बॉक्सिंग डे टेस्ट मैच इस समय दुनिया भर में चर्चा का विषय बना हुआ है। इसने स्टेडियम में दर्शकों की उपस्थिति के मामले में एक नया रिकॉर्ड स्थापित किया है। बॉक्सिंग डे टेस्ट के इस चौथे मैच ने 1936/37 में ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच खेले गए छह दिन के टेस्ट मैच का रिकॉर्ड तोड़ दिया है,जब कुल 3,50,534 दर्शक मैच देखने के लिए आए थे।

अब तक इस बॉक्सिंग डे टेस्ट में पाँच दिन के खेल के दौरान ऐतिहासिक मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड में कुल 3,51,104 दर्शक मैदान में मौजूद रहे हैं,जो ऑस्ट्रेलिया में किसी भी टेस्ट मैच के लिए अब तक की सबसे बड़ी संख्या है। क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने इस ऐतिहासिक उपलब्धि को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर साझा करते हुए लिखा, “मेलबर्न,आपका धन्यवाद। एक नया ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट रिकॉर्ड,एक एमसीजी रिकॉर्ड और इतिहास रच दिया गया है।” यह एक बड़ी उपलब्धि है,क्योंकि मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड,जो कि एक ऐतिहासिक स्थल है,में इस तरह की भारी भीड़ को देखना क्रिकेट के इतिहास में एक महत्वपूर्ण क्षण है।

इस मैच के पहले दिन 87,242 दर्शक स्टेडियम में उपस्थित हुए थे,जो बॉक्सिंग डे टेस्ट के किसी भी दिन में सबसे अधिक दर्शक संख्या रही। तीसरे दिन 83,073 दर्शक मैदान में आए,जो उस दिन के लिए नया रिकॉर्ड था। इस भारी भीड़ के कारण स्टाफ को आयोजन और व्यवस्था को संभालने में काफी मेहनत करनी पड़ी। खासकर भारत से आए प्रशंसकों की संख्या ने स्टेडियम को एक त्योहार जैसा माहौल बना दिया। भारतीय समर्थकों का उत्साह देखने लायक था और यह मैच एक अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट आयोजन के रूप में पूरी दुनिया में चर्चित हो गया।

इससे पहले बॉक्सिंग डे टेस्ट के लिए सबसे ज्यादा दर्शकों का रिकॉर्ड 2013/14 की एशेज सीरीज में था,जब कुल 2,71,865 दर्शक स्टेडियम में आए थे। इस टेस्ट मैच ने दर्शकों की संख्या को पार कर एक नया मील का पत्थर स्थापित किया। इस प्रकार, इस मैच ने न केवल खेल के लिहाज से,बल्कि दर्शकों की संख्या के संदर्भ में भी क्रिकेट की दुनिया में इतिहास रचा है।

अब अगर हम मैच की बात करें,तो भारत को इस मैच में चौथी पारी में 340 रनों का लक्ष्य दिया गया है। जवाब में,भारतीय टीम ने 5वें दिन के दूसरे सेशन तक 3 विकेट के नुकसान पर 95 रन बना लिए हैं। भारतीय बल्लेबाजों ने इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए कड़ी मेहनत की है और उनका उद्देश्य इस मैच को ड्रॉ कराने का है। हालाँकि,भारत के प्रमुख बल्लेबाज इस मैच में अपनी भूमिका निभाने में विफल रहे। कप्तान रोहित शर्मा,केएल राहुल और विराट कोहली सस्ते में आउट हो गए। रोहित शर्मा सिर्फ 9 रन बनाकर पैट कमिंस का शिकार हो गए,जबकि केएल राहुल बिना खाता खोले आउट हो गए और उन्हें ऑस्ट्रेलिया के कप्तान ने पवेलियन भेजा। वहीं, विराट कोहली भी केवल 5 रन बनाकर मिशेल स्टार्क के हाथों आउट हो गए।

हालाँकि,भारत के ओपनिंग बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल ने अर्धशतक बनाकर टीम की उम्मीदों को जीवित रखा है। साथ ही विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत भी उनका साथ दे रहे हैं। दोनों बाएँ हाथ के बल्लेबाज अपने स्वाभाविक आक्रमक खेल से थोड़ा विपरीत खेल रहे हैं और डिफेंसिव खेल पर अधिक ध्यान दे रहे हैं। यशस्वी और ऋषभ की साझेदारी अब भारतीय टीम के लिए महत्वपूर्ण बन गई है और यदि ये दोनों बल्लेबाज इस साझेदारी को लंबा खींचने में सफल रहते हैं,तो भारत के पास ड्रॉ की संभावना बनी रह सकती है।

इस मैच ने अब तक दर्शकों के लिहाज से इतिहास रचा है,लेकिन खेल के लिहाज से भारतीय टीम को इस मैच में चुनौती का सामना करना पड़ रहा है। भविष्य में यह मैच न केवल खेल के हिसाब से,बल्कि रिकॉर्डों के संदर्भ में भी याद किया जाएगा।