वाशिंगटन,8 फरवरी (युआईटीवी)- भारत और रूस के निकटता पर भारतीय-अमेरिकी रिपब्लिकन राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार निक्की हेली ने कहा कि अमेरिकी नेतृत्व पर भारत को भरोसा नहीं है,इसलिए वह रूस के निकट है और रूस के साथ साझेदारी करता है
51 वर्षीय संयुक्त राष्ट्र की पूर्व राजदूत निक्की हेली ने फॉक्स बिजनेस न्यूज के चार्ल्स पायने के साथ एक साक्षात्कार में कहा कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से उन्होंने बात की है।
भारत को अमेरिका द्वारा रूस से सस्ता तेल खरीदने की अनुमति दिए जाने संबंधी सवालों पर पूर्व डिप्लोमैट और रिपब्लिकन पार्टी से राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी की रेस में शामिल निक्की हेली ने जवाब दिया कि, ” भारत रूस के साथ नहीं,बल्कि हमारे साथ साझेदारी करना चाहता है। लेकिन समस्या यह है कि भारत को जीत के लिए अमेरिकी नेतृत्व पर भरोसा नहीं है। अमेरिकी नेतृत्व को वे कमजोर समझते हैं और अमेरिका पर लीडर के तौर पर भारत को भरोसा नहीं है।”
रूस से दूरी बनाने के लिए दुनिया भर के देशों को यूक्रेन और उसके सहयोगियों द्वारा मनाने के प्रयास किए जा रहे हैं,लेकिन इसके बावजूद भी भारत तेल की खरीददारी मध्य एशियाई राष्ट्र से कर रहा है और इसमें तेजी भी आई है।
जबकि रूस-यूक्रेन युद्ध की शुरुआत में पश्चिमी देशों ने रूसी तेल आयात में कटौती की। व्हाइट हाउस के एक अधिकारी ने बताया कि भारत सहित प्रत्येक संप्रभु देश को अधिकार है कि वे किसी भी देश से तेल की खरीददारी कर सकते हैं।
निक्की हेली ने कहा कि, ” भारत हमेशा चतुराई से काम करता है। भारत को रूस से बहुत सारे सैन्य उपकरण मिलते हैं,इसलिए वे हमेशा रूस से निकटता बनाए रखते हैं। उन्होंने कहा कि अमेरिका को अपनी कमजोरी को दूर करने की जरूरत है और चीजों को बेहतर करने के लिए अमेरिका को समस्या को “स्वीकार” करना होगा।”
आगे उन्होंने कहा कि, ” पहले तो आपको अपनी समस्या को स्वीकारने की आवश्यकता है। हमें अपना गठबंधन बनाने की शुरुआत भी कर देनी चाहिए। ”
जापान और भारत का उदाहरण देते हुए निक्की हेली ने कहा कि चीन पर इन देशों ने अपनी निर्भरता को कम करने के प्रयास किए हैं ।