नई दिल्ली,10 मई (युआईटीवी)- भारत-पाक सीमा पर एक बार फिर से तनाव चरम पर पहुंच गया है। पाकिस्तान की ओर से हाल ही में बढ़ी हुई ड्रोन गतिविधियों और हमलों के जवाब में भारतीय सेना ने बड़ी और निर्णायक कार्रवाई की है। भारत ने न केवल पाकिस्तान के एक पोस्ट को तबाह किया, बल्कि उस आतंकी लॉन्च पैड को भी पूरी तरह नष्ट कर दिया, जहां से भारत में ड्रोन हमलों की साजिश रची जा रही थी। यह जवाब भारत की तरफ से पाकिस्तान की नापाक हरकतों पर एक सटीक और करारा प्रहार है।
बीते कुछ दिनों में पाकिस्तान ने बिना किसी उकसावे के ड्रोन हमलों में तेजी लाई है। ट्यूब लॉन्च किए गए सशस्त्र ड्रोन भारत में सैन्य और नागरिक ठिकानों को निशाना बनाने की कोशिश कर रहे थे। शनिवार सुबह लगभग 5 बजे,पंजाब के अमृतसर के खासा कैंट क्षेत्र में एक बार फिर दुश्मन के कई ड्रोन देखे गए,लेकिन इस बार भारतीय एयर डिफेंस पूरी तरह तैयार थी। सभी दुश्मन ड्रोन को तत्काल कार्रवाई में नष्ट कर दिया गया।
भारतीय सेना ने स्पष्ट शब्दों में कहा है कि भारत की संप्रभुता का उल्लंघन और नागरिकों की सुरक्षा को खतरे में डालना पूरी तरह अस्वीकार्य है। सेना ने भरोसा दिलाया कि देश के खिलाफ किसी भी साजिश को कामयाब नहीं होने दिया जाएगा।
भारतीय सेना के मुताबिक,यह आइसोलेटेड घटना नहीं है,बल्कि यह पाकिस्तान की एक संगठित रणनीति का हिस्सा है। जम्मू-कश्मीर के बारामुला से लेकर गुजरात के भुज तक,कुल 26 स्थानों पर पाकिस्तानी ड्रोन देखे गए हैं। इनमें कई ड्रोन सशस्त्र (हथियारबंद) थे,जो बड़े पैमाने पर नुकसान पहुँचाने में सक्षम थे।
जिन स्थानों से ड्रोन गतिविधियों की रिपोर्ट मिली है,उनमें जम्मू-कश्मीर: बारामुला, श्रीनगर,अवंतीपोरा,नगरोटा,जम्मू, पंजाब: पठानकोट,फिरोजपुर, फाजिल्का,लालगढ़ जट्टा, राजस्थान: जैसलमेर, बाड़मेर,गुजरात: भुज, कुवारबेट,लखी नाला शामिल हैं।
इन सभी स्थानों पर सैन्य और नागरिक प्रतिष्ठानों को लक्ष्य बनाने की कोशिश की गई थी,लेकिन भारतीय सुरक्षा बलों की सतर्कता और तकनीकी श्रेष्ठता के कारण हर हमले को नाकाम कर दिया गया।
भारतीय सेना की जवाबी कार्रवाई केवल रक्षात्मक नहीं रही,बल्कि आक्रामक और निर्णायक रही,जहाँ से ड्रोन लॉन्च किए जा रहे थे,उस पाकिस्तानी पोस्ट और आतंकवादी लॉन्च पैड को पूरी तरह नष्ट कर दिया गया है। यह कार्रवाई आतंकवाद और ड्रोन युद्ध के खिलाफ एक मजबूत संदेश है।
सेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि यह ऑपरेशन पूरी प्लानिंग के साथ अंजाम दिया गया और इसका उद्देश्य न केवल जवाब देना था,बल्कि पाकिस्तान की भविष्य की साजिशों को भी रोकना था।
ड्रोन हमलों का प्रभाव केवल सैन्य ठिकानों तक सीमित नहीं रहा। पंजाब के फिरोजपुर जिले में एक सशस्त्र ड्रोन ने नागरिक क्षेत्र को निशाना बनाया,जिसमें एक परिवार का सदस्य गंभीर रूप से घायल हो गया। घायलों को त्वरित चिकित्सा सहायता दी गई है और सुरक्षा बलों ने क्षेत्र को पूरी तरह से सुरक्षित कर लिया है।
यह घटना बताती है कि पाकिस्तान की यह रणनीति न केवल सैन्य टकराव है,बल्कि आम नागरिकों को भी जानबूझकर निशाना बनाने की कोशिश है,जो अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार कानूनों के खिलाफ है।
मौजूदा हालात को देखते हुए भारतीय सेना और वायु रक्षा इकाइयाँ हाई अलर्ट पर हैं। सभी संवेदनशील स्थानों पर काउंटर-ड्रोन सिस्टम्स तैनात कर दिए गए हैं। सेना हर संभावित खतरे पर पैनी नजर रख रही है। श्रीनगर एयरपोर्ट और अवंतीपोरा एयरबेस जैसे महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों की सुरक्षा और मजबूत कर दी गई है।
भारतीय सशस्त्र बलों ने सीमा पर बसे नागरिकों से अपील की है कि वे अनावश्यक रूप से बाहर न निकलें और अफवाहों से दूर रहें। उन्हें केवल सरकारी दिशा-निर्देशों का पालन करने की सलाह दी गई है।
भारतीय सेना और सुरक्षा एजेंसियों की त्वरित कार्रवाई के कारण स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है,लेकिन खतरा टला नहीं है। पाकिस्तान की तरफ से ड्रोन युद्ध जैसी नई रणनीति अपनाई जा रही है,जिसमें सटीकता,गति और दूरी से हमला करने की क्षमता होती है। भारत इन चुनौतियों से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है।
भारतीय सेना का रुख स्पष्ट है — देश की संप्रभुता,नागरिकों की सुरक्षा और सीमाओं की पवित्रता के साथ कोई समझौता नहीं होगा। यदि कोई देश या आतंकी संगठन भारत के खिलाफ कोई भी साजिश करेगा,तो उसका जवाब उसी भाषा में दिया जाएगा।
भारतीय सेना की यह कार्रवाई सिर्फ एक सैन्य ऑपरेशन नहीं,बल्कि एक रणनीतिक संदेश है कि पाकिस्तान की हर हरकत का जवाब मिलेगा और वह भी कड़े और निर्णायक तरीके से। ड्रोन और तकनीकी युद्ध के इस नए युग में भारत न केवल सतर्क है,बल्कि हर चुनौती का डटकर मुकाबला करने को तैयार है।
भारत की जनता,सेना और सरकार तीनों एक स्वर में खड़े हैं और हर हमले का जवाब उसी ताकत से देंगे। क्योंकि भारत की सुरक्षा में कोई समझौता नहीं किया जा सकता।