वीरेंद्र सहवाग (तस्वीर क्रेडिट@Lalityadav_0007)

पाकिस्तान के हमलों पर वीरेंद्र सहवाग और खिलाड़ियों ने दी तीखी प्रतिक्रिया,सोशल मीडिया पर उठी एकजुटता की आवाज़

नई दिल्ली,10 मई (युआईटीवी)- भारत-पाकिस्तान के बीच एक बार फिर हालात तनावपूर्ण हो गए हैं। पाकिस्तान द्वारा जम्मू और पश्चिमी सीमा पर कई सैन्य ठिकानों पर हवाई हमले किए गए,जिसे भारत के एयर डिफेंस सिस्टम ने सफलतापूर्वक नाकाम कर दिया। इस आक्रामक हरकत के बाद देशभर में रोष है और यही गुस्सा सोशल मीडिया पर भी दिखाई दे रहा है।

इस पूरे घटनाक्रम पर पूर्व भारतीय कप्तान और आक्रामक बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने पाकिस्तान पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि जब पाकिस्तान के पास चुप रहने का अवसर था,तब उसने युद्ध का रास्ता चुना।

सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स ’ पर वीरेंद्र सहवाग ने पनी नाराज़गी ज़ाहिर की कहा कि, “पाकिस्तान ने अपनी आतंकी संपत्तियों को बचाने के लिए हमला किया है। आगे उन्होंने लिखा कि “पाकिस्तान ने युद्ध का विकल्प चुना,जब उनके पास चुप रहने का अवसर था। उन्होंने अपनी आतंकवादी संपत्तियों को बचाने के लिए हमला किया,जो उनके बारे में बहुत कुछ कहता है। हमारी सेनाएँ सबसे उचित तरीके से जवाब देंगी, जिसे पाकिस्तान कभी नहीं भूलेगा।”

सहवाग के इस बयान को हजारों लोगों ने साझा किया और उनका समर्थन किया। भारत के पूर्व तेज़ गेंदबाज वेंकटेश प्रसाद ने पाकिस्तान के इस रवैये की आलोचना की और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स ’ पर पोस्ट कर कहा, “पाकिस्तान एक दुष्ट देश है। भारत उसे हरा देगा।”

उनकी इस पोस्ट के ज़रिए यह संदेश साफ था कि भारत न सिर्फ शांतिप्रिय है,बल्कि जब ज़रूरत पड़े तो कड़ा जवाब भी देने में सक्षम है।

भारत की शान और दो बार की ओलंपिक पदक विजेता बैडमिंटन खिलाड़ी पी.वी. सिंधु ने भी भारतीय सेना के साहस की सराहना की। उन्होंने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा, “भारतीय सशस्त्र बलों के बहादुर पुरुषों और महिलाओं के लिए आपका साहस,अनुशासन और बलिदान हमारे राष्ट्र की आत्मा है। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ जैसे क्षणों में,हमें उस मौन शक्ति और निःस्वार्थ सेवा की याद आती है,जो हमारे तिरंगे को ऊँचा रखती है। भारत आपके साथ खड़ा है। जय हिंद।”

उनके इस संदेश ने देशवासियों को भावनात्मक रूप से झकझोर दिया और सेना के प्रति गर्व की भावना को और मज़बूत किया।

पाकिस्तान की ओर से किए गए ड्रोन और मिसाइल हमलों की कोशिशों के चलते जम्मू-कश्मीर,पंजाब और राजस्थान के कई इलाकों में ब्लैकआउट कर दिया गया। सुरक्षा कारणों से सायरन बजाए गए और नागरिकों से घर के अंदर रहने तथा सतर्क रहने की अपील की गई।

आपातकालीन प्रोटोकॉल तत्काल प्रभाव से सक्रिय कर दिए गए। सुरक्षा एजेंसियों ने पूरी मुस्तैदी से जवाबी कार्रवाई की और आतंकवादियों की घुसपैठ की हर कोशिश को विफल कर दिया।

इस संकट की घड़ी में सोशल मीडिया पर केवल नाराज़गी नहीं,बल्कि देश की एकता और सेना के प्रति विश्वास भी साफ दिखाई दिया। आम नागरिकों से लेकर खिलाड़ियों और सेलेब्रिटी तक,सभी ने एक सुर में सेना का समर्थन किया और पाकिस्तान की निंदा की।

सहवाग,प्रसाद और सिंधु जैसे खिलाड़ियों की प्रतिक्रियाएँ दिखाती हैं कि जब भी भारत की सुरक्षा पर सवाल उठता है,तब खेल और राजनीति से परे जाकर हर भारतीय एकजुट हो जाता है।

जहाँ एक ओर पाकिस्तान भ्रामक प्रचार और उकसावे वाली कार्रवाई कर रहा है, वहीं भारत की रणनीति स्पष्ट है- मजबूत रक्षा,संयमित प्रतिक्रिया और राष्ट्रीय एकता।

सहवाग जैसे खिलाड़ियों की भावनात्मक प्रतिक्रिया न केवल पाकिस्तान के खिलाफ आक्रोश है,बल्कि यह संदेश भी है कि भारतीय नागरिक और सेना एक साथ खड़े हैं। भारत ने फिर साबित किया है कि जब बात उसकी संप्रभुता और सम्मान की होती है, तो वह किसी भी आक्रामकता का दो गुना जवाब देने में सक्षम है।