रोजगार मेला (तस्वीर क्रेडिट@iShankarLalwani)

पीएम मोदी ने ‘रोजगार मेले’ के तहत 71000 युवाओं को नियुक्ति पत्र प्रदान किया ,बोले- ‘भारत का युवा,नए आत्मविश्वास से भरा हुआ’

नई दिल्ली,23 दिसंबर (युआईटीवी)- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से ‘रोजगार मेला’ के अंतर्गत सरकारी विभागों और संगठनों में चयनित 71,000 से अधिक कर्मियों को नियुक्ति-पत्र प्रदान किए। पीएम मोदी ने इस अवसर पर कहा कि, “आज आपके जीवन की नई शुरुआत हो रही है। आपकी वर्षों की मेहनत सफल हुई है। 2024 का यह साल आपको और आपके परिवार को नई खुशियाँ दे रहा है। आप सभी को मैं बधाई देता हूँ।”

प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि सरकार पिछले दस वर्षों से विभिन्न मंत्रालयों,विभागों और संस्थाओं में सरकारी नौकरी देने का अभियान चला रही है। आज 71,000 से अधिक युवाओं को नियुक्ति पत्र दिए गए हैं,जो एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। पीएम मोदी ने कहा कि पिछले डेढ़ साल में करीब दस लाख युवाओं को सरकारी नौकरी मिली है, जो अपने आप में एक रिकॉर्ड है और यह दर्शाता है कि भारत का युवा अब नए आत्मविश्वास से भरा हुआ है और हर क्षेत्र में अपनी पहचान बना रहा है। भारत के युवाओं की क्षमता और प्रतिभा का पूरा उपयोग करना सरकार की प्राथमिकता है।

प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि भारत हर क्षेत्र में प्रगति की नई ऊँचाइयों को छू रहा है, चाहे वह अंतरिक्ष हो,रक्षा हो,पर्यटन हो या वेलनेस। उन्होंने कहा कि राष्ट्र के सच्चे विकास के लिए युवा प्रतिभा को निखारने की जरूरत है और इसके लिए शिक्षा व्यवस्था की अहम भूमिका है। उन्होंने यह भी बताया कि पहले शिक्षा प्रणाली छात्रों के लिए एक बोझ बन जाती थी,लेकिन अब यह नए विकल्प प्रदान कर रही है। अटल टिंकरिंग लैब्स और आधुनिक पीएम श्री स्कूलों के माध्यम से बचपन से ही इनोवेटिव माइंडसेट को बढ़ावा दिया जा रहा है।

प्रधानमंत्री मोदी ने यह भी बताया कि आज हजारों बेटियों को भी नियुक्ति पत्र दिए गए हैं। उनका यह मानना है कि इन बेटियों की सफलता अन्य महिलाओं को प्रेरित करेगी और उनके लिए नए रास्ते खोलेगी। सरकार का प्रयास है कि हर क्षेत्र में महिलाएँ आत्मनिर्भर बनें और अपने सपनों को साकार करें।

प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि एक समय ऐसा था,जब हाशिए पर रहने वाले समुदायों के लिए भाषा शिक्षा में एक बड़ी बाधा थी,लेकिन सरकार ने इस अंतर को पाटने के लिए अपनी नीतियों में क्रांति ला दी है।आज छात्र 13 भाषाओं में से किसी एक में अपनी परीक्षा देने का विकल्प चुन सकते हैं। यह कदम शिक्षा प्रणाली को और अधिक समावेशी और सुलभ बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

पीएम मोदी ने कहा कि भारत ने 2047 तक एक विकसित राष्ट्र बनाने का संकल्प लिया है। इस संकल्प के तहत,सरकार हर पहलू पर काम कर रही है,ताकि भारत एक सशक्त और समृद्ध राष्ट्र बन सके। प्रधानमंत्री ने कहा कि हम इस संकल्प पर भरोसा रखते हैं और विश्वास है कि हम इसे हासिल करेंगे। आज भारत दुनिया की पाँचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुका है और इसका श्रेय भारत के युवाओं की मेहनत और समर्पण को जाता है।

प्रधानमंत्री मोदी के इस संबोधन से यह स्पष्ट होता है कि वे युवाओं को सशक्त बनाने के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं। उनका उद्देश्य यह है कि भारत के युवा सिर्फ भारत ही नहीं,बल्कि पूरे विश्व में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाए।