प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (तस्वीर क्रेडिट@mlabhagirathi)

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिवसीय गुजरात यात्रा पर,करेंगे 5,400 करोड़ की परियोजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास

नई दिल्ली,25 अगस्त (युआईटीवी)- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार से गुजरात के दो दिवसीय दौरे पर रहेंगे। इस दौरान वे राज्य को विकास की नई सौगातें देंगे और 5,400 करोड़ रुपए से अधिक की लागत वाली कई बुनियादी ढाँचा और विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे। इन परियोजनाओं का दायरा शहरी विकास,ऊर्जा,परिवहन और हरित गतिशीलता जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों तक फैला हुआ है। प्रधानमंत्री का यह दौरा न केवल गुजरात की आर्थिक और सामाजिक प्रगति को नई गति देगा,बल्कि ‘आत्मनिर्भर भारत’ और ‘मेक इन इंडिया’ जैसे विज़न को भी और मजबूत करेगा।

प्रधानमंत्री मोदी सोमवार को अहमदाबाद के खोडलधाम मैदान में एक बड़े सार्वजनिक समारोह को संबोधित करेंगे। वे इस अवसर पर जनता को गुजरात की आधुनिक बुनियादी ढाँचा परियोजनाओं को समर्पित करेंगे। प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) के अनुसार,मोदी का यह दौरा गुजरात को वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनाने और आधुनिक सेवाओं से लैस करने की दिशा में अहम साबित होगा।

दौरे का सबसे महत्वपूर्ण पड़ाव मंगलवार यानी 26 अगस्त को होगा,जब प्रधानमंत्री हंसलपुर जाएँगे। यहाँ वे भारत के इलेक्ट्रिक वाहन क्षेत्र में एक ऐतिहासिक कदम का उद्घाटन करेंगे। इस अवसर पर वे सुजुकी की पहली वैश्विक बैटरी इलेक्ट्रिक वाहन (बीईवी) ‘ई विटारा’ को हरी झंडी दिखाएँगे। यह वाहन 100 से अधिक देशों,जिनमें यूरोप और जापान जैसे बड़े बाजार शामिल हैं,के लिए निर्यात किया जाएगा। पीएमओ ने इसे ‘मेक इन इंडिया’ की सफलता का एक बड़ा उदाहरण बताया है। इस कदम के जरिए भारत वैश्विक इलेक्ट्रिक वाहन उद्योग में अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज कराएगा और देश में निर्मित उत्पादों की गुणवत्ता और क्षमता को प्रदर्शित करेगा।

प्रधानमंत्री मोदी हंसलपुर में टीडीएस लिथियम-आयन बैटरी प्लांट का भी उद्घाटन करेंगे। यह संयंत्र तोशिबा,डेन्सो और सुजुकी का संयुक्त उद्यम है। यहाँ से अब हाइब्रिड बैटरी इलेक्ट्रोड का स्थानीय उत्पादन शुरू होगा,जिसके तहत बैटरी का 80 फीसदी से अधिक हिस्सा भारत में ही निर्मित किया जाएगा। विशेषज्ञों का मानना है कि यह पहल भारत के बैटरी उद्योग के लिए एक बड़ा कदम है और हरित ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगी। यह परियोजना न केवल भारत को आयात पर निर्भरता से मुक्ति दिलाएगी,बल्कि स्वच्छ ऊर्जा नवाचार और पर्यावरण संरक्षण को भी प्रोत्साहित करेगी।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने इस गुजरात यात्रा के दौरान रेलवे क्षेत्र को भी कई महत्वपूर्ण सौगातें देंगे। प्रधानमंत्री लगभग 1,400 करोड़ रुपए की लागत से तैयार रेलवे परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे। इनमें महेसाना-पालनपुर रेल लाइन का दोहरीकरण और गेज परिवर्तन प्रमुख है। इसके साथ ही यात्री और मालगाड़ियों की नई सेवाओं की शुरुआत भी होगी। इन परियोजनाओं से रसद और औद्योगिक कनेक्टिविटी बेहतर होगी,जिससे व्यापार और उद्योग को नई दिशा मिलेगी। रेल नेटवर्क का विस्तार और आधुनिकीकरण गुजरात की औद्योगिक गतिविधियों को नई गति देगा और रोजगार के अवसर भी बढ़ाएगा।

सड़क और परिवहन क्षेत्र में भी प्रधानमंत्री कई बड़े प्रोजेक्ट्स का उद्घाटन करेंगे। इनमें विरमगाम-खुदाद-रामपुरा सड़क का चौड़ीकरण,नए वाहन अंडरपास और रेलवे ओवरब्रिज शामिल हैं। ये परियोजनाएँ यातायात के दबाव को कम करने,सड़क सुरक्षा को बढ़ाने और औद्योगिक उत्पादकता को प्रोत्साहित करने में मदद करेंगी। गुजरात,जो देश का औद्योगिक हब है,इन नई सड़क परियोजनाओं से लॉजिस्टिक्स के क्षेत्र में और अधिक प्रतिस्पर्धी बन सकेगा।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ऊर्जा के क्षेत्र में भी अहम उपलब्धियों का शिलान्यास करेंगे। अहमदाबाद,मेहसाना और गांधीनगर में 1,000 करोड़ रुपए से अधिक की बिजली वितरण परियोजनाओं की शुरुआत की जाएगी। ये योजनाएँ बिजली ढाँचे को मजबूत करेंगी,बिजली आपूर्ति को और भरोसेमंद बनाएँगी और कटौती की समस्या को कम करेंगी। इससे घरेलू उपभोक्ताओं से लेकर उद्योग जगत तक सभी को लाभ होगा।

शहरी विकास पर भी प्रधानमंत्री विशेष ध्यान देंगे। पीएमएवाई (शहरी) के तहत झुग्गी पुनर्वास परियोजनाओं का शिलान्यास होगा,जिससे हजारों परिवारों को बेहतर आवास उपलब्ध होंगे। इसके साथ ही सरदार पटेल रिंग रोड के चौड़ीकरण और आधुनिक सीवरेज व जल प्रबंधन प्रणालियों की आधारशिला भी रखी जाएगी। इन योजनाओं से न केवल शहरी जीवन स्तर बेहतर होगा बल्कि स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण को भी बढ़ावा मिलेगा।

प्रधानमंत्री मोदी की इस यात्रा में प्रशासनिक सुधारों से जुड़ी परियोजनाओं का भी विशेष महत्व है। अहमदाबाद में नया स्टांप और रजिस्ट्रेशन भवन और गांधीनगर में डेटा स्टोरेज सेंटर की शुरुआत होगी। इन पहलों से डिजिटल शासन और डेटा सुरक्षा को मजबूती मिलेगी। डेटा सेंटर के माध्यम से सरकारी कामकाज और अधिक पारदर्शी,सुरक्षित और कुशल होगा,जबकि नया स्टांप एवं रजिस्ट्रेशन भवन नागरिकों को तेजी से सेवाएँ उपलब्ध कराएगा।

प्रधानमंत्री कार्यालय ने यह भी स्पष्ट किया है कि गुजरात में टीडीएस लिथियम-आयन बैटरी संयंत्र से शुरू होने वाला स्थानीय उत्पादन हरित ऊर्जा में आत्मनिर्भरता की दिशा में ऐतिहासिक कदम है। यह न केवल भारत की स्वच्छ ऊर्जा महत्वाकांक्षा को गति देगा बल्कि वैश्विक बाजार में भी देश की भूमिका को मजबूत करेगा।

प्रधानमंत्री मोदी का यह दौरा गुजरात में विकास की नई कहानी लिखने वाला है। इलेक्ट्रिक वाहन से लेकर रेलवे,सड़क,ऊर्जा और शहरी विकास की योजनाएँ गुजरात को नई दिशा देंगी। साथ ही, इन परियोजनाओं के जरिए देश के औद्योगिक और आर्थिक ताने-बाने को भी मजबूती मिलेगी। यह कहना गलत नहीं होगा कि प्रधानमंत्री मोदी की यह यात्रा गुजरात को भविष्य की आवश्यकताओं के अनुरूप ढालने की ओर एक बड़ा कदम है।