पुरी,20 जनवरी (युआईटीवी)- प्रसिद्ध सैंड आर्टिस्ट सुदर्शन पटनायक ने ओडिशा के पुरी बीच पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के शपथ ग्रहण समारोह से पहले एक अद्वितीय सैंड आर्ट तैयार किया है। यह कला 47 फीट लंबी है और इसमें “वेलकम टू व्हाइट हाउस” लिखा हुआ है। सुदर्शन पटनायक ने इस सैंड आर्ट को अपने सैंड आर्ट संस्थान के छात्रों के साथ मिलकर तैयार किया। यह आर्ट ट्रंप के राष्ट्रपति के रूप में शपथ लेने से पहले एक खास संदेश प्रदान करती है। ट्रंप 20 जनवरी को अमेरिकी राष्ट्रपति के रूप में शपथ लेंगे और यह उनकी चार साल बाद व्हाइट हाउस में वापसी है।
पटनायक की इस सैंड आर्ट की विशेषता यह है कि वह पहले भी कई बार डोनाल्ड ट्रंप की छवि को अपने कला रूप में उकेर चुके हैं। पटनायक ने अपनी कला के माध्यम से न केवल ट्रंप को सम्मानित किया है,बल्कि वे विभिन्न सामाजिक और पर्यावरणीय मुद्दों पर भी जागरूकता फैलाते आए हैं। उन्होंने अपने सैंड आर्ट के जरिए एचआईवी/एड्स,ग्लोबल वार्मिंग,कोविड-19,प्लास्टिक प्रदूषण और आतंकवाद जैसे वैश्विक समस्याओं पर भी संदेश दिए हैं। इस तरह,पटनायक की कला न केवल सांस्कृतिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है,बल्कि यह समाज में सकारात्मक बदलाव लाने की दिशा में भी एक प्रेरणा बनती है।
सुदर्शन पटनायक को उनके योगदान के लिए पद्म श्री से सम्मानित किया जा चुका है। वे एक ऐसे कलाकार हैं,जिन्होंने अपने कला रूप को सिर्फ सौंदर्य तक सीमित नहीं रखा,बल्कि इसे सामाजिक जागरूकता फैलाने के एक प्रभावी माध्यम के रूप में इस्तेमाल किया। पटनायक ने अब तक दुनिया भर में 50 से अधिक अंतर्राष्ट्रीय सैंड आर्ट चैंपियनशिप और फेस्टिवल में हिस्सा लिया है और उनके इस प्रयास ने उन्हें कई पुरस्कार दिलाए हैं। उनकी कला न केवल देखने में आकर्षक होती है,बल्कि यह समाज को सकारात्मक दिशा में बदलने की प्रेरणा भी देती है।
सुदर्शन पटनायक के कार्य में परंपरा और आधुनिकता का अद्भुत संगम देखने को मिलता है। पुरी बीच पर उनकी सैंड आर्ट्स ने देश-विदेश में उनकी पहचान बनाई है। उनके द्वारा बनाए गए आर्ट वर्क्स में कला,पर्यावरण और समाज के महत्वपूर्ण मुद्दों को खूबसूरती से प्रदर्शित किया जाता है।
पटनायक का यह नया सैंड आर्ट अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के शपथ ग्रहण समारोह से पहले एक महत्वपूर्ण संदेश प्रदान करता है,जो उनके कला रूप के जरिए वैश्विक स्तर पर साकारात्मक परिवर्तन लाने की कोशिश को उजागर करता है।