नई दिल्ली,13 अप्रैल (युआईटीवी)- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज,शनिवार को कहा कि एक संगठित और कानूनी ढाँचे के तहत ई-स्पोर्ट्स, विशेष रूप से कौशल-आधारित गेमिंग को विकसित किया जाना चाहिए। किसी विनियमन की आवश्यकता कौशल-आधारित गेमिंग के लिए नहीं है। इस क्षेत्र में युवाओं के लिए अधिक अवसर पैदा करने के लिए विश्व स्तरीय नवाचार प्रदान करते हुए,इसे एक संगठित और कानूनी ढाँचे के तहत फलने-फूलने के लिए स्वतंत्र रहना चाहिए।
देश के शीर्ष गेमर्स के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में मुलाकात की थी,जिसका पूरा वीडियो शनिवार सुबह जारी किया गया। गेमर्स से मुलाकात व उनके साथ हुई चर्चा को पीएम मोदी ने शानदार बताया। एक्स पर इस संबंध में प्रधानमंत्री मोदी ने एक पोस्ट कर कहा कि देश के शीर्ष गेमर्स के साथ उनकी मुलाकात बहुत शानदार रही और इस इंडस्ट्री के साथ जुड़े विभन्न मुद्दों पर उनसे चर्चा की।
Had a wonderful interaction with youngsters from the gaming community… You would love to watch this! https://t.co/TdfdRWNG8q
— Narendra Modi (@narendramodi) April 13, 2024
प्रधानमंत्री मोदी ने कुछ प्रमुख भारतीय गेमर्स के साथ बातचीत कर कहा कि कौशल-आधारित गेमिंग को युवाओं के लिए व्यवहार्य करियर विकल्प के रूप में अपनाने के लिए अधिक रास्ते बनाने चाहिए।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि विनियमन ई-स्पोर्ट्स उद्योग के लिए आवश्यक नहीं है और न ही यह मदद करेगा। इसका विकास एक संगठित और कानूनी ढाँचे के तहत होना चाहिए। अब समय आ गया है कि गेमिंग की दुनिया को समझ कर उसे हमारे देश की जरूरतों के अनुरूप ढाला जाए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि,वर्ष 2047 तक देश को उस स्तर और ऊँचाई तक पहुँचाने का लक्ष्य है,जहाँ समाज के मध्यम वर्ग को किसी भी अनावश्यक सरकारी हस्तक्षेप की जरुरत न हो।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा कौशल-आधारित गेमिंग में रचनात्मकता को पहचानने के दृष्टिकोण की गेमर्स ने सराहना किया और अपने लिए प्रधानमंत्री के इस दृष्टिकोण को एक प्रोत्साहन बताया।
उन्होंने कहा कि गेमिंग को आगे बढ़ाने का वक़्त आ गया है,जिससे दूसरे भी प्रेरित होंगे और इस क्षेत्र में व्यवहार्य करियर विकल्प के अधिक अवसर पैदा होंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को गेमर्स ने बताया कि कुछ साल पहले ही गेमिंग की शुरुआत हुई है और आज के इस समय में हममें से कुछ लोगों के लिए यह एक व्यवहार्य करियर विकल्प बन गया है। लोगों की धारणा गेमिंग के प्रति बदल गई है।