प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (तस्वीर क्रेडिट@BJP4MP)

तमिलनाडु सरकार से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मेडिकल कोर्स को तमिल भाषा में कराने की अपील की,ताकि गरीब बच्चे भी डॉक्टर बन सकें

रामेश्वरम,7 अप्रैल (युआईटीवी)- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार, 6 अप्रैल को रामेश्वरम में एक विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम. के. स्टालिन से एक महत्वपूर्ण अपील की। यह अपील भाषा को लेकर थी,जिसमें प्रधानमंत्री ने गरीब बच्चों की शिक्षा को ध्यान में रखते हुए प्रदेश सरकार से आग्रह किया कि वह तमिल भाषा में मेडिकल कोर्स कराए। उन्होंने कहा कि इससे तमिलनाडु के गरीब परिवारों के बच्चों के लिए डॉक्टर बनने का रास्ता आसान हो जाएगा,विशेष रूप से उन बच्चों के लिए जो अँग्रेजी नहीं जानते हैं। पीएम मोदी ने कहा कि मेडिकल कोर्स तमिल में होने से,हर परिवार का बच्चा डॉक्टर बनने का सपना साकार कर सकेगा।

प्रधानमंत्री मोदी ने तमिलनाडु सरकार से कई अन्य विकासात्मक मुद्दों पर भी बात की। उन्होंने राज्य के स्वास्थ्य और चिकित्सा क्षेत्र की सराहना की और कहा कि राज्य में 1400 से अधिक जनऔषधि केंद्र काम कर रहे हैं,जहाँ 80% तक की छूट (डिस्काउंट) पर दवाएँ उपलब्ध हैं। इससे तमिलनाडु के नागरिकों को स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ सस्ते में मिल रहा है,जिससे राज्य के लोगों ने कुल 7,000 करोड़ रुपये की बचत की है। प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि बीते कुछ सालों में तमिलनाडु को 11 नए मेडिकल कॉलेज मिले हैं,जिससे राज्य में चिकित्सा शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार हुआ है और अब गरीब-से-गरीब परिवार के बच्चों के लिए डॉक्टर बनना संभव हो सकता है।

इसके बाद,प्रधानमंत्री मोदी ने पंबन रेल ब्रिज के उद्घाटन की ओर ध्यान आकर्षित किया। उन्होंने कहा कि पंबन ब्रिज भारत का पहला वर्टिकल लिफ्ट सी-ब्रिज है,जिसे विशेष इंजीनियरिंग के साथ बनाया गया है। इस पुल के नीचे से बड़े जहाजों के गुजरने की सुविधा होगी और इस पर ट्रेनें भी तेज गति से चल सकेंगी। प्रधानमंत्री ने इंजीनियरों और श्रमिकों की कड़ी मेहनत को सराहा और कहा कि यह पुल 21वीं सदी के इंजीनियरिंग चमत्कार का प्रतीक है। यह पुल रामेश्वरम को चेन्नई और देश के अन्य हिस्सों से बेहतर तरीके से जोड़ने में मदद करेगा,जिससे व्यापार,पर्यटन और रोजगार के अवसरों में वृद्धि होगी।

प्रधानमंत्री मोदी ने इस अवसर पर कहा कि, “हजारों साल पुराने इस शहर को आज के आधुनिक समय के साथ जोड़ा जा रहा है। यह पुल तमिलनाडु के विकास को नई दिशा देगा और राज्य की कनेक्टिविटी को बेहतर बनाएगा।” उन्होंने इस पुल के निर्माण को राज्य और देश के विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया। इसके साथ ही,उन्होंने कहा कि पिछले 10 वर्षों में भारत ने अपनी अर्थव्यवस्था का आकार दोगुना किया है और यह तेज़ आर्थिक विकास की एक बड़ी वजह उसका शानदार आधुनिक बुनियादी ढाँचा है।

प्रधानमंत्री मोदी ने भारत में चल रहे बड़े निर्माण कार्यों का उल्लेख किया और कहा कि देश में मेगा परियोजनाओं की शुरुआत हो चुकी है। उदाहरण के तौर पर,जम्मू और कश्मीर में चेनाब ब्रिज का निर्माण,मुंबई में अटल सेतु (भारत का सबसे लंबा समुद्री पुल),असम में बोगीबील ब्रिज और दक्षिण में पंबन ब्रिज जैसे महत्वपूर्ण इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स का निर्माण हो रहा है। इन परियोजनाओं से न केवल देश की कनेक्टिविटी बढ़ेगी,बल्कि ये स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी मजबूत बनाएँगे।

प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि, “भारत ने पिछले 10 वर्षों में रेल,सड़क,एयरपोर्ट,पानी, पोर्ट,बिजली,गैस पाइपलाइन और अन्य बुनियादी ढाँचे पर करीब 6 गुना ज्यादा खर्च किया है। ये परियोजनाएँ भारत के तेज़ विकास को सुनिश्चित कर रही हैं। इस तरह के बुनियादी ढाँचे से न केवल नागरिकों की सुविधा बढ़ेगी,बल्कि इससे रोजगार के नए अवसर भी पैदा होंगे।”

इसके अलावा, प्रधानमंत्री ने राज्य को केंद्र से मिल रही वित्तीय मदद का भी जिक्र किया। उन्होंने बताया कि 2014 के बाद से तमिलनाडु को विकास के लिए केंद्र सरकार द्वारा तीन गुना अधिक धनराशि दी गई है। उन्होंने यह भी कहा कि राज्य का रेल बजट पिछले एक दशक में सात गुना बढ़ चुका है और इस बार तमिलनाडु का रेल बजट 6,000 करोड़ रुपये से अधिक है। इस बढ़ी हुई राशि से राज्य के बुनियादी ढाँचे में सुधार होगा और वहाँ के लोगों को बेहतर रेल सेवाएँ मिलेंगी।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि तमिलनाडु का बुनियादी ढाँचा सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। राज्य के 77 रेलवे स्टेशनों का आधुनिकीकरण किया जा रहा है, जिनमें रामेश्वरम रेलवे स्टेशन भी शामिल है। इस आधुनिकीकरण से यात्रियों को बेहतर सुविधाएँ मिलेंगी,जिससे राज्य में पर्यटन और व्यापार को बढ़ावा मिलेगा।

प्रधानमंत्री ने राम नवमी के अवसर पर भगवान श्रीराम की पूजा भी की और इस दिन को खास बताते हुए कहा, “रामेश्वरम में रामलला का तिलक करना मेरे लिए बहुत विशेष अवसर था। भगवान श्रीराम का जीवन और उनका सुशासन राष्ट्र निर्माण के लिए एक प्रेरणा है। आज के दिन मैं 8,300 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं को सौंपने का अवसर पा रहा हूँ। ये परियोजनाएँ तमिलनाडु में कनेक्टिविटी को बढ़ावा देंगी और राज्य के विकास को नई दिशा देंगी।”

प्रधानमंत्री ने भाजपा के स्थापना दिवस पर भी बात की और कहा, “आज रामनवमी के पावन अवसर पर भारतीय जनता पार्टी का स्थापना दिवस भी है। भाजपा के लाखों कार्यकर्ताओं की मेहनत के कारण हम आज देश की सेवा करने के अवसर पर हैं। भाजपा का यह विचार और इसके कार्यकर्ताओं का परिश्रम ही है,जो आज हमें देश को समृद्ध और सशक्त बनाने का मौका दे रहा है। आज देशभर में लोग भाजपा सरकारों का गुड गर्वनेंस देख रहे हैं और हर भारतीय का सीना गर्व से चौड़ा हो रहा है।”

प्रधानमंत्री मोदी का यह संबोधन न केवल तमिलनाडु के विकास की दिशा को स्पष्ट करता है,बल्कि यह भी दिखाता है कि भारत की सरकार किस प्रकार बुनियादी ढाँचे और शिक्षा जैसे क्षेत्रों में समग्र सुधार के लिए काम कर रही है।