नई दिल्ली,30 मार्च (युआईटीवी)- यूक्रेन के भारत के साथ शांति फॉर्मूला और इसके कार्यान्वयन पर विदेश मंत्री एस. जयशंकर के साथ यूक्रेन के विदेश मंत्री दिमित्रो कुलेबा ने ईमानदारी से और व्यापक बातचीत की।
यूक्रेन के विदेश मंत्री दिमित्रो कुलेबा गुरुवार को दो दिवसीय आधिकारिक यात्रा पर दिल्ली पहुँचे। शुक्रवार को भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर और यूक्रेन के विदेश मामलों के मंत्री के बीच रूस-यूक्रेन जारी “संघर्ष और इसके व्यापक प्रभावों पर ध्यान देने के साथ भारत-यूक्रेन के बीच “खुली और व्यापक” द्विपक्षीय बैठक की गई।
विदेश मंत्री दिमित्रो कुलेबा ने कहा कि उनका मकसद शांति स्थापित करने के लिए यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोदिमिर जेलेंस्की और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मध्य बातचीत को आगे बढ़ाने का है।
In New Delhi, I had sincere and comprehensive talks with @DrSJaishankar about Ukrainian-Indian bilateral relations, the situation in our regions, and global security.
We paid specific attention to the Peace Formula and next steps on the path of its implementation.
We also… pic.twitter.com/2aLQQBuqAJ
— Dmytro Kuleba (@DmytroKuleba) March 29, 2024
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स अकाउंट पर विदेश मंत्री जयशंकर से मुलाकात के बाद विदेश मंत्री दिमित्रो कुलेबा ने एक पोस्ट के माध्यम से बताया कि यूक्रेनी-भारत द्विपक्षीय संबंधों,हमारे क्षेत्रों की स्थिति और वैश्विक सुरक्षा के बारे में मैंने नई दिल्ली में डॉ. एस जयशंकर के साथ व्यापक बातचीत की।
आगे उन्होंने कहा कि हमने इस बातचीत के दौरान शांति फॉर्मूला और इसके कार्यान्वयन के लिए उठाए जाने वाले महत्वपूर्ण कदमों पर विशेष ध्यान दिया है।
क्षेत्र में न्यायपूर्ण और दीर्घकालिक शांति के लिए 11 अक्टूबर 2022 को यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोदिमिर जेलेंस्की ने जी7 देशों के नेताओं के सामने एक शांति सूत्र की घोषणा की थी। इस एक शांति सूत्र में आह्वान किया गया था कि रूसी सैनिकों की यूक्रेन से पूर्ण वापसी हो,युद्ध के सभी कैदियों को रिहा किया जाना चाहिए और देश की क्षेत्रीय अखंडता की बहाली हो।