नई दिल्ली,10 मई (युआईटीवी)- टी-20 अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद, भारतीय क्रिकेट में एक और बड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है। हाल ही में टेस्ट क्रिकेट से रोहित शर्मा की विदाई के बाद अब खबरें हैं कि विराट कोहली भी टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने पर विचार कर रहे हैं। यह खबर भारतीय क्रिकेट प्रशंसकों के लिए किसी झटके से कम नहीं है।
बीसीसीआई से जुड़े सूत्रों के हवाले से यह खबर सामने आई है कि 36 वर्षीय विराट कोहली ने हाल ही में खेल के सबसे लंबे प्रारूप से दूर रहने की अपनी इच्छा जताई है। हालाँकि,उन्होंने अभी तक कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की है,लेकिन यह अटकलें तेज़ हो गई हैं कि वह जल्द-ही टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले सकते हैं।
विराट कोहली ने 2011 में टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण किया था और तब से लेकर अब तक उन्होंने न केवल अपने प्रदर्शन से बल्कि कप्तानी और टीम के प्रति अपने जुनून से भारतीय टीम को दुनिया की सर्वश्रेष्ठ टेस्ट टीमों में शामिल किया। उनका क्रिकेट के प्रति समर्पण और आक्रामक रवैया हमेशा टीम इंडिया की ताकत बना रहा है।
कोहली का टेस्ट करियर आँकड़ों और उपलब्धियों से भरा हुआ है। उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में अब तक 9000 से अधिक रन बनाए हैं,जिसमें 30 शतक शामिल हैं। उनकी बल्लेबाजी शैली,आत्मविश्वास और रन बनाने की भूख ने उन्हें इस युग का एक आइकॉनिक टेस्ट क्रिकेटर बना दिया है।
उन्होंने भारत को ऑस्ट्रेलिया,इंग्लैंड,दक्षिण अफ्रीका और वेस्टइंडीज जैसे देशों में ऐतिहासिक जीत दिलाई हैं। उनकी कप्तानी में भारत ने टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल तक भी सफर तय किया था।
बीसीसीआई इस बात को लेकर चिंतित है कि अगर कोहली भी टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले लेते हैं,तो टीम इंडिया को एक अनुभवी और प्रेरणादायक खिलाड़ी की कमी महसूस होगी। बीसीसीआई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने नाम न बताने की शर्त पर बताया कि बोर्ड ने कोहली से संपर्क किया है और उन्हें फैसले पर पुनर्विचार करने के लिए कहा है।
उन्होंने कहा कि, “विराट अभी भी फिट हैं और उनमें रन बनाने की जबरदस्त भूख है। ड्रेसिंग रूम में उनकी उपस्थिति बाकी खिलाड़ियों को प्रेरित करती है। हमने उनसे निवेदन किया है कि वह थोड़ा और समय लें और जल्दबाज़ी में फैसला न लें।”
बीसीसीआई के लिए यह समय बेहद संवेदनशील है,क्योंकि भारत को 20 जून से इंग्लैंड के खिलाफ पाँच मैचों की टेस्ट सीरीज खेलनी है,जो नए विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) चक्र की शुरुआत भी होगी। ऐसे में विराट जैसे सीनियर खिलाड़ी का न होना टीम के लिए एक बड़ी चुनौती बन सकता है।
इससे पहले,भारत के मौजूदा कप्तान रोहित शर्मा ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर दी है। रोहित के फैसले के बाद ही कोहली के संन्यास की अटकलों को हवा मिली है। रोहित और कोहली दोनों ही लंबे समय तक भारतीय टेस्ट क्रिकेट की रीढ़ रहे हैं। ऐसे में दोनों का एक साथ टेस्ट से जाना,युवाओं पर दबाव बढ़ा सकता है।
विराट कोहली के संन्यास की खबर के बाद से ही सोशल मीडिया पर उनके समर्थन में संदेशों की बाढ़ आ गई है। प्रशंसक,पूर्व क्रिकेटर्स और क्रिकेट विशेषज्ञ सभी यही उम्मीद कर रहे हैं कि कोहली इस निर्णय को अभी न लें और कम-से-कम एक-दो साल और टेस्ट क्रिकेट खेलते रहें।
प्रशंसकों का कहना है कि कोहली के पास अभी भी बहुत क्रिकेट बाकी है और भारत को इंग्लैंड जैसी मजबूत टीम के खिलाफ उनकी जरूरत पड़ेगी। कोहली की फॉर्म और फिटनेस भी फिलहाल किसी तरह की गिरावट नहीं दर्शाती।
कुछ जानकारों का मानना है कि कोहली शायद फिलहाल टेस्ट क्रिकेट से ब्रेक लेने की सोच रहे हों,न कि हमेशा के लिए संन्यास की। उनके अनुसार,कोहली शायद अपने करियर के इस पड़ाव पर सीमित प्रारूपों पर ध्यान देना चाहते हों या अपने कार्यभार को संतुलित करना चाह रहे हों।
बीसीसीआई के अधिकारी भी यही मानते हैं कि कोहली अभी सिर्फ विचार कर रहे हैं और उन्होंने कोई अंतिम निर्णय नहीं लिया है। ऐसे में आशा की जा रही है कि विराट टीम के साथ इंग्लैंड दौरे पर नजर आएँगे।
विराट कोहली का टेस्ट क्रिकेट से संभावित संन्यास भारतीय क्रिकेट के लिए एक युग के अंत जैसा होगा। हालाँकि,अभी कुछ भी औपचारिक रूप से घोषित नहीं हुआ है, लेकिन अगर कोहली जाते हैं,तो भारत को सिर्फ एक बल्लेबाज ही नहीं,बल्कि एक प्रेरक नेतृत्वकर्ता की कमी महसूस होगी।
फिलहाल सभी की निगाहें विराट कोहली और बीसीसीआई के अगले कदम पर टिकी हैं। प्रशंसकों को उम्मीद है कि कोहली एक बार फिर से टेस्ट मैदान पर उतरेंगे और भारत को गौरव दिलाने का सफर जारी रखेंगे।