विश्व स्वास्थ्य संगठन

डब्ल्यूएचओ वैश्विक महामारियों से निपटने के लिए अंतर्राष्ट्रीय नियमों में करेगा संशोधन

जिनेवा,3 जून (युआईटीवी)- विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के सदस्य देशों ने वैश्विक महामारियों जैसे-कोविड-19 और एमपॉक्स इत्यादि से निपटने के लिए अंतर्राष्ट्रीय नियमों में संशोधन करने हेतु अंतर्राष्ट्रीय स्वास्थ्य विनियम (2005) में एक पैकेज का संशोधन पारित किया। डब्ल्यूएचओ ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय स्वास्थ्य नियमों (आईएचआर) में संशोधन करने पर विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के सदस्य देशों ने सहमति जताई। ताकि सभी देशों के लिए एक व्यापक और सुदृढ़ सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रणाली स्थापित किया जा सके। सभी देश वैश्विक स्तर पर महामारी जैसी सार्वजनिक स्वास्थ्य आपात स्थितियों से निपटने के लिए तैयार हो सकें,जिसमें वैश्विक स्तर पर रोकथाम,निगरानी और प्रतिक्रिया को मजबूत करना शामिल है।

अंतर्राष्ट्रीय नियमों में संशोधन “महामारी आपातकाल” की परिभाषा को प्रस्तुत करता है। ऐसी घटनाएँ जो महामारी बन सकती हैं या बन चुकी हैं,उन पर प्रतिक्रिया देने के लिए अधिक प्रभावी अंतर्राष्ट्रीय सहयोग को बढ़ावा देना इस संशोधन का मुख्य उद्देश्य है।

“महामारी आपातकाल” की परिभाषा पर विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा कि यह मौजूदा अंतर्राष्ट्रीय स्वास्थ्य विनियम (2005) तंत्र पर आधारित है और यह उच्च स्तरीय चेतावनी का नेतृत्व करता है।

विकासशील देशों को वित्तीय सहायता को मजबूती प्रदान करने लिए “समन्वय वित्तीय तंत्र” की स्थापना को भी इस संशोधन में सम्मिलित किया गया है। साथ ही इसके सहायता से विकासशील देशों की मुख्य क्षमताओं,महामारी की रोकथाम,तैयारी तथा प्रतिक्रिया क्षमताओं के निर्माण को बढ़ावा भी दिया जाएगा।

इसके अलावा “महामारी समझौते” के प्रारूप पर डब्ल्यूएचओ के सदस्य देश अपनी बातचीत को आगे भी जारी रखने पर सहमति जताई है।

विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के महानिदेशक टेड्रोस एडनोम घेब्रेयेसस ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय स्वास्थ्य नियमों में किए जा रहे संशोधन की सफलता से पता चलता है कि आज के इस विभाजित और विभाजनकारी दुनिया में अब भी सभी देश साझा उद्देश्य और साझा आधार की खोज के लिए एक जुट हो सकते हैं।

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