अरविंद केजरीवाल(तस्वीर क्रेडिट@AamAadmiParty)

अरविंद केजरीवाल ने शादी की सालगिरह के अवसर पर परिवार के साथ तिरुपति बालाजी के दर्शन किए

नई दिल्ली,14 नवंबर (युआईटीवी)- आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अपनी शादी की सालगिरह के अवसर पर पत्नी सुनीता केजरीवाल के साथ आंध्र प्रदेश स्थित तिरुपति बालाजी मंदिर में भगवान के दर्शन और पूजा-अर्चना की। यह यात्रा उनके लिए एक विशेष अवसर थी, क्योंकि उन्होंने इस दिन को परिवार के साथ मनाने का निर्णय लिया था और साथ ही भगवान से देश और समाज की भलाई के लिए प्रार्थना की।

सोशल मीडिया पर अरविंद केजरीवाल ने इस यात्रा के बारे में जानकारी साझा करते हुए बताया कि वह और उनकी पत्नी सुनीता तिरुपति बालाजी के दर्शन के लिए मंदिर गए थे। इस दौरान उन्होंने भगवान से सबकी सुख-शांति,स्वास्थ्य और समृद्धि के लिए प्रार्थना की। उनके शब्दों में,”हमने सबके सुख-स्वास्थ्य के लिए प्रार्थना की,भगवान सबकी मनोकामनाएँ पूरी करें। मेरी प्रार्थना है कि हमारे देश के सभी बच्चे खूब पढ़ें और आगे बढ़ें।”

अरविंद केजरीवाल और उनकी पत्नी ने बुधवार को दिल्ली से आंध्र प्रदेश के लिए रवाना हो गए थे और गुरुवार सुबह मंदिर पहुँचकर पूरे विधिपूर्वक पूजा-अर्चना की। उन्होंने मंदिर में पूजा के बाद कहा कि उन्होंने न केवल अपनी भलाई के लिए,बल्कि देश की तरक्की और हर नागरिक की सुख-शांति के लिए भगवान से आशीर्वाद माँगा । उन्होंने अपनी प्रार्थनाओं में विशेष रूप से बच्चों की शिक्षा पर जोर दिया,यह कहते हुए कि “हमारे देश के बच्चे खूब पढ़ें और आगे बढ़ें।”

इस अवसर पर अरविंद केजरीवाल ने एक पोस्ट भी किया,जिसमें उन्होंने लिखा, “अपनी शादी की सालगिरह के अवसर पर आज अपनी पत्नी सुनीता के साथ तिरुपति बालाजी मंदिर दर्शन करने जा रहा हूँ।” उनकी यह यात्रा न केवल व्यक्तिगत थी,बल्कि एक संदेश भी था कि वे अपने परिवार के साथ समय बिताने के साथ-साथ समाज और देश के लिए भलाई की कामना करते हैं।

तिरुपति बालाजी मंदिर,जो आंध्र प्रदेश में स्थित है,भारत के सबसे प्रसिद्ध और पवित्र तीर्थ स्थलों में से एक है। यह मंदिर भगवान श्रीविष्णु को समर्पित है और दुनियाभर से भक्तों के दर्शन करने के लिए आते हैं। अरविंद केजरीवाल की इस यात्रा ने न केवल उनके धार्मिक विश्वास को दिखाया,बल्कि एक नेता के रूप में उनकी जिम्मेदारी और उनके द्वारा समाज के लिए किए गए प्रयासों की ओर भी संकेत किया। उन्होंने इस यात्रा के माध्यम से यह संदेश दिया कि एक नेता को न केवल अपने कामों के लिए प्रार्थना करनी चाहिए,बल्कि समाज के हर वर्ग की भलाई की कामना भी करनी चाहिए।

अरविंद केजरीवाल की इस धार्मिक यात्रा ने उन्हें एक नेता के रूप में ही नहीं,बल्कि एक पति और परिवार के सदस्य के रूप में भी दिखाया,जो अपने परिवार के साथ समय बिताना चाहता है और साथ ही समाज के लिए सकारात्मक ऊर्जा की कामना करता है। इस प्रकार,उनकी तिरुपति यात्रा ने न केवल उनके व्यक्तिगत जीवन को उजागर किया,बल्कि एक नेता के रूप में उनकी जिम्मेदारियों और दृष्टिकोण को भी स्पष्ट किया।