वाशिंगटन,23 मार्च (युआईटीवी)- ब्रह्मांडीय विस्फोटों के रहस्यों को उजागर करने के उद्देश्य से अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) के लिए नासा ने शुक्रवार को छोटे आकार का एक सैटेलाइट बर्स्टक्यूब को लॉन्च किया है।
नासा द्वारा लॉन्च किया गया छोटे आकार का इस बर्स्टक्यूब सैटेलाइट की स्थिति के बारे में बताया जा रह है कि यह नासा की स्पेसएक्स की 30वीं वाणिज्यिक पुनः आपूर्ति सेवा मिशन पर परिक्रमा लैब के रास्ते में है। इसने 21 मार्च (गुरुवार) को स्थानीय समय के अनुसार शाम 4:55 बजे फ्लोरिडा के केप कैनावेरल स्पेस फोर्स स्टेशन के लॉन्च कॉम्प्लेक्स 40 से उड़ान भरी।
इस संबंध में नासा ने बताया कि बर्स्टक्यूब को इस सैटेलाइट के अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर पहुँचने के बाद अनपैक कर कक्षा में छोड़ दिया जाएगा। इसका उद्देश्य उच्च-ऊर्जा प्रकाश की संक्षिप्त गामा-किरण विस्फोटों का पता लगाना और उनका अध्ययन करना है।
Liftoff! Our latest @SpaceX resupply mission to the @Space_Station blasted off from Cape Canaveral Space Force Station at 4:55pm ET (2055 UTC). pic.twitter.com/L90X8fSOsy
— NASA (@NASA) March 21, 2024
बर्स्टक्यूब के मुख्य अन्वेषक जेरेमी पर्किन्स ने बर्स्टक्यूब के बारे में कहा कि बर्स्टक्यूब के छोटा होने की संभावना है,लेकिन यह इन चरम घटनाओं की परीक्षण कर रहा है।अमेरिका के मैरीलैंड के ग्रीनबेल्ट में नासा के गोडार्ड स्पेस फ्लाइट सेंटर में बर्स्टक्यूब के मुख्य इन्वेस्टिगेटर जेरेमी पर्किन्स ने कहा कि जहाँ एक ओर यह नई तकनीक का परीक्षण कर रहा है,तो वहीं यह दूसरी ओर शुरुआती कैरियर खगोलविदों और एयरोस्पेस इंजीनियरों के लिए महत्वपूर्ण अनुभव भी प्रदान कर रहा है।
बर्स्टक्यूब की क्षमता 50 हजार से 1 मिलियन इलेक्ट्रॉन वोल्ट तक की ऊर्जा वाली गामा किरणों का पता लगाने की है। आकाश का करीब 70 प्रतिशत हिस्सा ही वर्तमान गामा-किरण मिशन पकड़ पाते हैं। लेकिन बर्स्टक्यूब में गुरुत्वाकर्षण तरंग का पता लगाने की भी क्षमता है। साथ ही एक संयोग से भी अधिक विस्फोटों का पता इसके सहायता से लगाया जा सकता है।