रायपुर, 8 नवंबर (युआईटीवी/आईएएनएस)- छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में सोमवार को एक शिविर में सोते समय सीआरपीएफ के जवान ने अपने साथी जवानों पर ही फायरिंग कर दी। इसमें चार जवानों की गोली लगने से मौत हो गई और सात अन्य घायल हो गए। आरोपी जवान की पहचान रितेश रंजन के रूप में हुई है।
आधिकारिक बयान के अनुसार, “प्रारंभिक जांच में यह सामने आया है कि रितेश रंजन (आरोपी सीआरपीएफ जवान) ने ड्यूटी के लिए तैयार होने के बाद बैरक में सो रहे अन्य कर्मियों पर बेतरतीब ढंग से गोलियां चला दीं।”
सुकमा जिला पुलिस की ओर से जारी एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि हालांकि इस घटना के सही कारणों का अभी पता नहीं चल पाया है।
सुकमा जिला पुलिस की ओर से जारी एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि हालांकि इस घटना के सही कारणों का अभी पता नहीं चल पाया है।
गोलीबारी में मारे गए केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के चार जवानों में से तीन बिहार के हैं और एक पश्चिम बंगाल का है। इनकी पहचान धनजी, राजीव मंडल, राजमणि यादव और धर्मेंद्र कुमार के रूप में हुई है।
सीआरपीएफ ने एक बयान में कहा, “यह सूचित करने के लिए खेद है कि सीटी/जीडी एफ नंबर 1100110058 रितेश रंजन ने तड़के लगभग 3.15 बजे पीएस मराइगुडा के तहत सी/50 लिंगलपल्ली में अपने साथी जवानों पर गोलियां चलाईं और इस घटना में सात कर्मी घायल हो गए जिन्हें तुरंत प्राथमिक उपचार के लिए भद्राचलम क्षेत्र के अस्पताल ले जाया गया।”
सूत्रों ने आईएएनएस को बताया कि सीआरपीएफ के वरिष्ठ अधिकारियों, महानिरीक्षक (आईजी) बस्तर की एक टीम सुकमा के जिला कलेक्टर के साथ मौके पर पहुंच गई है और आगे की जांच जारी है।
यह घटना राज्य की राजधानी रायपुर से करीब 400 किलोमीटर दूर सुकमा के लिंगमपल्ली गांव में तैनात सीआरपीएफ की 50वीं बटालियन के शिविर में तड़के करीब साढ़े तीन बजे हुई।
इस बीच, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने दुर्भाग्यपूर्ण घटना पर दुख व्यक्त किया है।
मुख्यमंत्री कार्यालय ने एक बयान में कहा कि उन्होंने (बघेल) पुलिस अधिकारियों से यह सुनिश्चित करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जाएं ताकि ऐसी घटनाएं दोबारा न हों।