ज्वालामुखी

इंडोनेशिया में 3 दिन में 5 बार हुआ ज्वालामुखी विस्फोट,सुनामी की चेतावनी,हजारों लोगों को निकाला गया,प्रमुख हवाई अड्डे किए गए बंद

मनीला,18 अप्रैल (युआईटीवी)- इंडोनेशिया में ज्वालामुखी एक बार फिर से आग उगल रहा है और 3 दिन में 5 बार ज्वालामुखी विस्फोट की घटना की खबर सामने आई है। इस बार रुआंग ज्वालामुखी सक्रिय दिखाई दे रहा है। जिसके बाद हजारों लोगों को निकालने के लिए इंडोनेशियाई बचाव दल दौड़ पड़े। मलबे गिरने के बारे में चेतावनी जारी करनी पड़ी जो सुनामी का कारण बन सकती है।

इंडोनेशिया में सुनामी की चेतावनी रुआंग पर्वत ज्वालामुखी के कई विस्फोटों के बाद जारी की गई। स्थानीय अधिकारियों ने बताया कि इंडोनेशिया के कई क्षेत्रों में सुनामी की चेतावनी जारी की गई,जिसके कारण 11,000 से अधिक लोगों वहाँ को निकाला गया है।

गुरुवार सुबह भी ज्वालामुखी से इंडोनेशिया के सबसे बाहरी क्षेत्र में धुआं निकल रहा था। ज्वालामुखी की राख की वजह से इंडोनेशियाई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे को 24 घंटे के लिए बंद करने का आदेश दिया गया है। परिवहन मंत्रालय द्वारा गुरुवार को यह जानकारी दी गई है।

अधिकारियों ने बताया कि आस-पास के क्षेत्रों से 11,000 निवासियों को निकालने के लिए वे दौड़ रहे थे। इसमें लगभग 20,000 निवासियों वाला टैगुलानडांग का सुदूर द्वीप भी शामिल था। साथ ही अधिकारियों ने बताया कि घबराहट में कुछ निवासी पहले से ही भागने का प्रयास कर रहे थे।

मानदो शहर में सैम रतुलंगी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे को ज्वालामुखी की राख के कारण 24 घंटे के लिए बंद कर दिया गया,क्योंकि माउंट रुआंग से यह हवाई अड्डा 100 किलोमीटर (62 मील) दूर है। एक बयान जारी कर मानदो क्षेत्र हवाई अड्डा प्राधिकरण कार्यालय के प्रमुख,अंबर सूर्योको ने बताया कि फ्लाइट सुरक्षा को देखते हुए हवाई अड्डे को बंद करने का निर्णय लिया गया है। फ्लाइट सुरक्षा ज्वालामुखीय राख के फैलने की वजह से खतरे में आ सकती है, इसीलिए गुरुवार शाम तक इसे बंद करने के निर्देश जारी किए गए हैं।

स्थानीय खोज और बचाव एजेंसी के एक अधिकारी जांद्री पैनडोंग ने गुरुवार को एक बयान जारी कर बताया कि, बीते रात को ज्वालामुखी के विस्फोट और छोटी चट्टानों के रूप में सामग्री गिरने के कारण लोग घबराहट में निकासी मार्गों को खोजने के मकसद से अपने आप बिना किसी दिशा के इधर-उधर चले गए।

आगे उन्होंने बताया कि ज्वालामुखी के पास समुद्र तट के किनारे के निवासियों को 20 कर्मचारी रबर की नावों पर निकालने में मदद कर रहे थे। ज्वालामुखी का सामना करने वाले “तट पर या तट के पास के लोगों को सुरक्षित निकलने के लिए उन्होंने अधिक नावों और उपकरणों की माँग की।

पर्यटकों और निवासियों को चेतावनी दी गई थी कि वे छह किलोमीटर के बहिष्करण क्षेत्र से बाहर रहे।

ज्वालामुखी का पहला विस्फोट मंगलवार शाम को हुआ,जिसके बाद रुआंग से 800 से अधिक लोगों को बचाकर टैगुलानडांग द्वीप तक सुरक्षित ले जाया गया था।

 

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