उज्जैन, 27 सितंबर (युआईटीवी/आईएएनएस)| मध्य प्रदेश की धार्मिक नगरी उज्जैन में महाकाल को राजा माना जाता है और यह बात मंगलवार को हुई मंत्रि-परिषद की बैठक में नजर भी आई, जब मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान बैठक में मुख्य कुर्सी की बजाय थोड़ा किनारे कुर्सी डाल कर बैठे और महाकाल की तस्वीर बीचों बीच मुख्य कुर्सी की जगह नजर आई। मंत्रि-परिषद की बैठक मंगलवार को उज्जैन में हुई, इस मौके पर मुख्यमंत्री चौहान ने महाकाल महाराज के चरणों में प्रणाम करते हुए देश, प्रदेश के कल्याण, सभी के सुखी और निरोग होने के साथ सबकी मंगल कामनाओं प्रार्थना की। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि महाकाल महाराज उज्जैन के राजा हैं और हम लोग सेवक हैं। हम सेवक के नाते महाकाल महाराज की नगरी में आज की बैठक कर उनसे प्रार्थना कर रहे हैं, कि उनकी कृपा और आशीर्वाद हम सब पर बना रहें।
वहीं बाद में मुख्यमंत्री चौहान महाकाल लोक की लोकार्पण आयोजक समिति की बैठक में कहा कि हम सबके लिये अत्यन्त गौरव और प्रसन्नता के क्षण हैं कि आज महाकाल लोक के लोकार्पण की आयोजन समिति की पहली बैठक हो रही है। उन्होंने कहा कि महाकाल मन्दिर परिसर विस्तार योजना के विकास कार्य दो चरणों में किये जाने हैं। इन दोनों चरणों में 800 करोड़ रुपये से अधिक के विकास कार्य और सौंदर्यीकरण कार्य किये जायेंगे। प्रथम चरण के कार्यों का लोकार्पण प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 11 अक्टूबर को करेंगे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि महाकाल लोक का लोकार्पण कार्यक्रम सबका आयोजन है। यह समाज को जोड़ने का आयोजन है।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि उज्जैन में विकास के कई कार्य हुए हैं। उन्होंने कहा कि महाकाल मन्दिर में आने वाले भक्तों को दर्शन के बाद ऐसी संरचनाएं देखने को मिलें, जिसमें शिवलोक के दर्शन हो। इसी ²ष्टि से महाकाल परिसर को विस्तारित किया जा रहा है। इसकी रूपरेखा पूर्व में ही बना ली गई थी। सभी वर्गों से विचार-विमर्श के बाद पहले चरण की कार्य-योजना साकार रूप ले चुकी है, जिसे अक्टूबर माह में लोकार्पित किया जायेगा।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि उन्हें सिंहस्थ का समय याद आ रहा है। उस समय यह विचार आया था कि महाकाल महाराज मन्दिर विस्तारीकरण योजना बना कर महाराजवाड़ा को हैरिटेज होटल के रूप में विकसित करने, रूद्र सागर के सौंदर्यीकरण, हॉकर्स झोन विकसित करने, रूद्र सागर के पश्चिमी मार्ग का विस्तारीकरण करने और अन्य महत्वपूर्ण कार्य किये जायें।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि 11 अक्टूबर को उज्जैन में स्थानीय अवकाश रहेगा। आयोजन समिति द्वारा विभिन्न कार्यों के लिये उप समितियां बनाई जायें। शहर में 11 अक्टूबर को दीपावली के पूर्व दीपोत्सव होगा।