मुंबई,2 अप्रैल (युआईटीवी)- भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की 90वीं वर्षगांठ समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शामिल हुए और इस मौके पर 90 रुपये का एक स्मारक सिक्का भी उन्होंने जारी किया। पीएम मोदी के अलावा आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार भी आरबीआई के 90 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में आयोजित समारोह में शामिल हुए।
आरबीआई की 90वीं वर्षगांठ समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आरबीआई की सराहना की और कहा कि अगले 10 साल में भारत को ‘आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर’ बनने का प्रयास करना चाहिए और पूरे आत्मविश्वास के साथ प्रगति व विकास के पथ पर आगे बढ़ना चाहिए। प्रधानमंत्री ने आरबीआई की 90वीं वर्षगांठ समारोह में कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) 2014 में सत्ता में आई और उस समय देश की अर्थव्यवस्था पार्टी को गड़बड़ी की स्थिति में मिली थी। जो पिछले वर्षों में हमारे प्रयासों के कारण ऊपर उठी है और अब हमारी देश की अर्थव्यवस्था उड़ान भरने के लिए तैयार है।
आगे उन्होंने कहा कि हमें एक और बड़ा काम भारत की आर्थिक आत्मनिर्भरता को अगले 10 वर्षों में बढ़ाने का महत्वपूर्ण काम करना है। हमें प्रयास करना है कि दुनिया के संकटों का प्रभाव हमारी अर्थव्यवस्था पर कम-से-कम पड़े। ग्लोबल जीडीपी ग्रोथ में भारत 15 प्रतिशत के साथ ग्लोबल ग्रोथ का इंजन बन रहा है और ऐसी परिस्थिति में हमारे तरफ से प्रयास किया जाना चाहिए कि हमारा रुपया ऊँचाई पर पहुँचे,जिससे पूरी दुनिया में हमारा रुपया ज्यादा एक्सेसिबल और एक्सेप्टेबल हो जाए।
भारत को दुनिया के सबसे युवा देशों में से एक बताते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि अर्थव्यवस्था में हमारी नीतियों ने कई नए क्षेत्र जैसे-हरित ऊर्जा, डिजिटल प्रौद्योगिकी,रक्षा,अंतरिक्ष,एमएसएमई, पर्यटन इत्यादि के द्वार खोले हैं। युवाओं की जो भी आकांक्षाएँ हैं,उसे पूरा करने की जिम्मेदारी आरबीआई को निभानी चाहिए। ‘आउट-ऑफ-द-बॉक्स’ नीतियाँ इन सभी उभरते क्षेत्रों के लिए विकसित करनी चाहिए,जिससे हमारे देश के युवाओं को मदद मिल सकेगा और वे लाभान्वित हो सकेंगे।
पीएम मोदी ने मुद्रास्फीति नियंत्रण और विकास के बीच संतुलन बनाने के बारे में कहा कि यह राष्ट्रों के लिए एक बहुत बड़ी चुनौती है। पीएम मोदी ने आरबीआई का आह्वान करते हुए कहा कि इस चुनौती का सामना करने के लिए आरबीआई को इससे संबंधित मॉडल का अध्ययन कर विकसित करना होगा।