प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (तस्वीर क्रेडिट@BJP4India)

प्रधानमंत्री मोदी देंगे युवाओं को बड़ा तोहफा: 12 जुलाई को होगा रोजगार मेला,51 हजार से अधिक को मिलेंगे नियुक्ति पत्र

नई दिल्ली,11 जुलाई (युआईटीवी)- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार, 12 जुलाई को देश के युवाओं को एक और बड़ा तोहफा देने जा रहे हैं। इस दिन भारत सरकार रोजगार मेला का आयोजन करने जा रही है,जिसमें पीएम मोदी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सुबह 11 बजे जुड़ेंगे और 51,000 से अधिक युवाओं को विभिन्न सरकारी विभागों और संगठनों में नियुक्ति पत्र सौंपे जाएँगे।

यह रोजगार मेला प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) की निगरानी में आयोजित किया जा रहा है। पीएमओ द्वारा शुक्रवार को जारी जानकारी के अनुसार,प्रधानमंत्री न केवल इस आयोजन का हिस्सा बनेंगे,बल्कि नव-नियुक्त कर्मचारियों को सीधे संबोधित भी करेंगे,जिससे उनमें आत्मविश्वास और देश सेवा की भावना को बल मिलेगा।

इस बार का रोजगार मेला अपने आप में खास है,क्योंकि यह 16वां आयोजन है और इसे देशभर के 47 अलग-अलग स्थानों पर एक साथ आयोजित किया जा रहा है। यह आयोजन भारत सरकार की रोजगार सृजन के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

इस रोजगार मेले के माध्यम से जिन युवाओं को नियुक्ति पत्र दिए जाएँगे,उन्हें केंद्र सरकार के विभिन्न मंत्रालयों और विभागों में नियुक्त किया जाएगा। इनमें प्रमुख रूप से रेल मंत्रालय,गृह मंत्रालय,डाक विभाग,स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय,वित्तीय सेवा विभाग,श्रम एवं रोजगार मंत्रालय और कई अन्य मंत्रालय और विभाग शामिल हैं।

इन युवाओं का चयन पूरे भारत से हुआ है और यह दिखाता है कि यह कार्यक्रम केवल किसी एक क्षेत्र या राज्य तक सीमित नहीं है,बल्कि इसका असर राष्ट्रीय स्तर पर है।

रोजगार मेला योजना की शुरुआत प्रधानमंत्री मोदी ने 22 अक्टूबर 2022 को की थी। तब से यह कार्यक्रम मिशन मोड में चलाया जा रहा है,यानी समयबद्ध और लक्ष्य आधारित। इसका उद्देश्य केंद्र सरकार के अधीन सभी विभागों और संगठनों में रिक्त पदों की भरपाई करना और देश के युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान करना है।

यह पहल न केवल रोजगार सृजन तक सीमित है,बल्कि यह एक व्यापक उद्देश्य के तहत युवाओं को सशक्त बनाने और राष्ट्र निर्माण में उनकी भागीदारी सुनिश्चित करने की दिशा में कार्य कर रही है।

कार्मिक,लोक शिकायत एवं पेंशन मंत्रालय की रिपोर्ट के अनुसार,इस पहल ने केंद्र सरकार के विभिन्न मंत्रालयों और संगठनों को रिक्तियों को भरने की प्रक्रिया को तेज करने में मदद की है। इससे यह सुनिश्चित हुआ कि देशभर के स्कूलों,अस्पतालों,रेलवे स्टेशनों,पुलिस स्टेशनों,कर कार्यालयों आदि में गुणवत्तापूर्ण नागरिक सेवाएँ समय पर और प्रभावी रूप से मिलें।

इसके अतिरिक्त,रक्षा और आंतरिक सुरक्षा से जुड़े संगठनों को भी इससे लाभ हुआ है। क्योंकि उन्हें समय पर मानव संसाधन मिल पाए हैं,जिससे उनकी कार्यक्षमता में बढ़ोतरी हुई है।

आधिकारिक आँकड़ों के अनुसार,इस अभियान के तहत अब तक देशभर में आयोजित विभिन्न रोजगार मेलों के जरिए 10 लाख से अधिक नियुक्ति पत्र पहले ही वितरित किए जा चुके हैं। इससे यह स्पष्ट होता है कि यह कार्यक्रम केवल एक औपचारिकता नहीं,बल्कि सरकार की युवा सशक्तिकरण की नीति का महत्वपूर्ण हिस्सा है।

प्रधानमंत्री मोदी हमेशा से युवाओं को राष्ट्र निर्माण का आधार मानते रहे हैं। रोजगार मेला उनके इस दृष्टिकोण का विस्तार है,जिसमें वे यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि युवाओं को सरकारी सेवा में आने के लिए सार्वजनिक,पारदर्शी और समान अवसर मिलें।

प्रधानमंत्री का मानना है कि जब युवाओं को समय पर और योग्यतानुसार नौकरी मिलती है,तो न केवल उनका भविष्य उज्जवल होता है,बल्कि वे देश के विकास में सक्रिय भागीदार भी बनते हैं।

12 जुलाई का रोजगार मेला प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत सरकार की रोजगार और युवा सशक्तिकरण की प्रतिबद्धता का प्रमाण है। यह आयोजन न केवल हजारों युवाओं के लिए एक नया जीवन आरंभ करने का अवसर देगा,बल्कि यह संदेश भी देगा कि सरकार युवाओं के साथ है,उनके सपनों के साथ है। इस पहल के माध्यम से सरकार ने यह साबित किया है कि ‘सबका साथ,सबका विकास’ की नीति में युवाओं की भूमिका सबसे महत्वपूर्ण है और रोजगार मेला उसी दिशा में एक निर्णायक कदम है।