कीव,11 जुलाई (युआईटीवी)- रूस ने 10 जुलाई, 2025 को कीव पर एक और भीषण मिसाइल और ड्रोन हमला किया,जिसमें दो लोगों की मौत हो गई और कम से कम तेरह अन्य घायल हो गए। रात भर हुए इस हमले से हवाई हमले के सायरन बजने लगे,जिससे कई निवासियों को भूमिगत मेट्रो स्टेशनों में शरण लेनी पड़ी। कीव के पाँच ज़िलों में आग लग गई,जिससे कई आवासीय इमारतों,बुनियादी ढाँचे और निजी वाहनों को नुकसान पहुँचा। आपातकालीन सेवाएँ रात भर आग बुझाने और निवासियों को निकालने में जुटी रहीं।
यह हमला यूक्रेन में अब तक हुए सबसे भीषण हमलों में से एक के बाद हुआ है और रिपोर्टों के अनुसार पिछले हमलों में 700 से ज़्यादा ड्रोन का इस्तेमाल किया गया था। विश्लेषकों का मानना है कि रूस लगातार और लगातार बढ़ते हमलों के साथ यूक्रेन की वायु रक्षा प्रणालियों को व्यवस्थित रूप से कमज़ोर करने की कोशिश कर रहा है। दिन के उजाले में ड्रोन और मिसाइलों का इस्तेमाल एक चलन बन गया है,जो न केवल सैन्य ठिकानों पर बल्कि नागरिकों पर मनोवैज्ञानिक दबाव बनाने की रणनीति का संकेत देता है।
बढ़ते हमलों के जवाब में,अमेरिका ने यूक्रेन को महत्वपूर्ण हथियारों की आपूर्ति फिर से शुरू कर दी है। इसमें महत्वपूर्ण गोला-बारूद और सटीक-निर्देशित रॉकेट शामिल हैं,जिनकी आपूर्ति पहले स्थगित कर दी गई थी। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में एक बयान में कहा कि रूस की बढ़ती आक्रामकता के बीच यूक्रेन की आत्मरक्षा क्षमता को मज़बूत करने के लिए यह कदम ज़रूरी था।
हमलों की इस नई लहर के समय ने अंतर्राष्ट्रीय पर्यवेक्षकों की भी चिंता बढ़ा दी है। कुछ का मानना है कि मास्को कूटनीतिक अनिश्चितता और वैश्विक व्याकुलता का फायदा उठाकर कीव पर दबाव बढ़ा रहा है। तनाव कम होने के कोई संकेत न होने के कारण,स्थिति अस्थिर बनी हुई है और यूक्रेन के सहयोगी इस बात पर विचार कर रहे हैं कि इस चल रहे संघर्ष का सबसे अच्छा जवाब कैसे दिया जाए।