अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन

अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन को गाजा में युद्ध विराम समझौता लागू होने की उम्मीद

यरूशलेम,12 जून (युआईटीवी)- अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन को गाजा में युद्ध विराम समझौता लागू होने की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि गाजा संघर्ष में हमास द्वारा युद्ध विराम के प्रस्ताव का स्वागत करना युद्ध विराम समझौता की ओर एक सकारात्मक संकेत है।

इजरायल के कान टीवी न्यूज की एक रिपोर्ट के मुताबिक,मंगलवार को हमास के वरिष्ठ प्रवक्ता सामी अबू जुहरी ने कहा कि युद्ध विराम प्रस्ताव को हमास द्वारा स्वीकार कर लिया गया है,जिसके बाद अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि गाजा में युद्ध विराम समझौता लागू होने की उम्मीद है। युद्ध विराम समझौते को लेकर ब्लिंकन फिलफाल मिडिल ईस्ट की दौरे पर हैं।

इससे पहले,टेलीग्राम पर हमास ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव को स्वीकृत किए जाने का एक बयान जारी कर कहा कि वह संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के उस प्रस्ताव का स्वागत करता है,जो गाजा में युद्ध विराम,बंधकों के बदले फिलिस्तीनी कैदियों की अदला-बदली तथा इजरायली बलों की पूर्ण वापसी का समर्थन करता है।

सिन्हुआ समाचार एजेंसी के अनुसार,ब्लिंकन ने इस प्रस्ताव पर गाजा में हमास नेताओं से स्पष्ट रूप से पुष्टि करने का आह्वान किया। उन्होंने इसे महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि यह सब पहलू बहुत मायने रखती है,जिसके स्पष्टीकरण में अभी भी हमें कमी लग रही है।

इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन सोमवार रात को युद्धविराम प्रस्ताव पर बातचीत करने हेतु मुलाकात की और कहा कि युद्धविराम प्रस्ताव पर प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने अपनी प्रतिबद्धता को पुनः स्पष्ट कर दिया है।

काहिरा में सोमवार को ब्लिंकन ने मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल-फतह अल-सिसी से विचार-विमर्श किया। उसके बाद उन्होंने इजरायली अधिकारियों से भी इस युद्ध विराम के प्रस्ताव पर बातचीत करने के लिए मुलाकात की।

इससे पहले सोमवार को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने गाजा में युद्ध समाप्त करने के अमेरिकी प्रस्ताव को मंजूरी दी। इसके तहत युद्धविराम समझौता तीन चरणों में लागू किया जाएगा।

इन तीन चरणों में से पहले चरण में महिलाओं,बुजुर्गों और घायलों सहित बंधकों की रिहाई की माँग की गई है। साथ ही इसमें माँग की गई है कि जो बंधक इस युद्ध के दौरान मारे गए हैं,उनमें से कुछ के अवशेषों को वापस किया जाए और तत्काल पूर्ण युद्धविराम की बात फिलिस्तीनी कैदियों की अदला-बदली के साथ किया जाए। फिलिस्तीनियों को अपने घरों और समुदायों में लौटने की अनुमति दी जाए। इस प्रस्ताव में माँग की गई है कि गाजा के आबादी वाले इलाकों को इजराइली सैनिक छोड़ दें और व्यापक तथा सुरक्षित रूप से मानवीय सहायता का वितरण किया जाए।

दूसरे चरण में शत्रुता के स्थायी अंत की माँग की गई है और इसके बदले में उन सभी बंधकों को रिहा कर दिया जाएगा,जो गाजा में कैद हैं। इजराइली सेना गाजा से पूरी तरह से वापस लौट जाएगी। तीसरे चरण में एक प्रमुख बहुवर्षीय पुनर्निर्माण योजना गाजा के लिए शुरू होगी। अभी भी जो मृत बंधक के अवशेष गाजा पट्टी में मौजूद हैं,उसे इजराइल को लौटा दिया जाएगा।

14 मतों के साथ इस प्रस्ताव को मंजूरी दी गई। मतदान से रूस ने दूरी बनाते हुए इसमें हिस्सा नहीं लिया।

प्रस्ताव में कहा गया है कि इस समझौते को इजरायल ने स्वीकार कर लिया है और अब इस पर हमास के तरफ से भी सकारात्मक प्रतिक्रिया दे दी गई है।

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