इंडियन ऑईल

आईओसीएल ने 22,000 करोड़ रुपये के प्रस्तावित राइट्स इश्यू को वापस लेने का फैसला किया

मुंबई,1 अक्टूबर (युआईटीवी)- भारत की सबसे बड़ी तेल विपणन कंपनी (ओएमसी), इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन (आईओसी) ने आज,सोमवार को 22,000 करोड़ रुपये तक के प्रस्तावित राइट्स इश्यू को वापस लेने का फैसला किया है। आईओसीएल ने केंद्रीय बजट 2024-25 में कंपनियों को पूँजी समर्थन के लिए कोई धनराशि आवंटित नहीं किए जाने के कारण अपने प्रस्तावित 22,000 करोड़ रुपये के राइट्स इश्यू को वापस लेने की घोषणा की है।

7 जुलाई, 2023 को कंपनी के बोर्ड ने राइट्स आधार पर इक्विटी शेयर जारी करके फंड जुटाने की मंजूरी दी थी। एक्सचेंज फाइलिंग में कंपनी ने कहा कि,बोर्ड ने 30 सितंबर 2024 को आयोजित अपनी बैठक में भारत सरकार (प्रमोटर्स) की राइट इश्यू में गैर-भागीदारी (नॉन-पार्टिसिपेशन) को देखते हुए इक्विटी शेयरों के प्रस्तावित राइट इश्यू को वापस लेने का फैसला किया है। पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय (एमओपीएंडएनजी) ने कहा है कि,केंद्रीय बजट 2024-25 में ओएमसी को पूँजी समर्थन हेतु कोई धनराशि का आवंटन नहीं किया गया है,जबकि पहले यह आवंटन 30,000 करोड़ रुपये का प्रस्तावित था।

फाइलिंग में कंपनी ने कहा है कि,हम इस संबंध में सूचित करना चाहते हैं कि पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय ने अवगत कराया है कि ऑयल मार्केटिंग कंपनियों को केंद्रीय बजट 2024-25 में पूँजी समर्थन हेतु कोई फंड आवंटित नहीं की गई है। इसलिए 30 सितंबर 2024 को बोर्ड द्वारा आयोजित बैठक में बोर्ड ने राइट इश्यू में भारत सरकार (प्रमोटर्स) के गैर-भागीदारी को देखते हुए,इक्विटी शेयरों के प्रस्तावित राइट इश्यू को वापस लेने का फैसला किया है।

सुबह 11:30 बजे निदेशक मंडल की बैठक शुरू हुई और यह दोपहर 2:30 बजे समाप्त हुई। आईओसी भारत की सबसे बड़ी तेल विपणन कंपनी है। कंपनी की वेबसाइट के मुताबिक,यह प्रतिदिन 1.6 मिलियन बैरल से अधिक कच्चे तेल का प्रसंस्करण करती है।आईओसी हर दिन 26 लाख से अधिक एलपीजी सिलेंडर भी डिलीवर करता है।

आईओसी ने जून 2024 को समाप्त तिमाही के लिए 81 फीसदी की गिरावट अपने स्टैंडअलोन नेट प्रॉफिट में दर्ज की। कंपनी का शेयर सोमवार को 0.18 फीसदी की गिरावट के साथ 179.69 रुपये पर बंद हुआ। आईओसी के शेयर पिछले एक साल में लगभग दोगुने हो गए हैं,जबकि इस साल अब तक 38.4 फीसदी की बढ़ोतरी देखी गई है।