नई दिल्ली,9 दिसंबर (युआईटीवी)- संसद से तृणमूल कांग्रेस की महुआ मोइत्रा को ‘अनैतिक आचरण’ के लिए निष्कासित कर दिया गया है। उन्हें कैश फॉर क्वेरी के कथित आरोप में निष्कासित किया गया है। जिसके पश्चात महुआ मोइत्रा ने सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि आचार समिति (एथिक्स कमेटी) के पास ऐसा कोई अधिकार नहीं है,जिसके तहत वह मुझे निष्कासित कर सकता है। यह बीजेपी के अंत की शुरुआत है। उन्होंने आगे कहा कि वह अभी 49 साल की हैं। आगे आने वाले वाले 30 साल तक बीजेपी से संसद के अंदर और बाहर लड़ती रहेंगी।
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने तृणमूल कांग्रेस की महुआ मोइत्रा को कैश फॉर क्वेरी के कथित आरोप में निष्कासन की घोषणा करते हुए कहा कि, ” समिति द्वारा निकाले गए निष्कर्षों को यह सदन स्वीकृत करता है कि एक सांसद के रूप में महुआ मोइत्रा का आचरण अनैतिक और अशोभनीय था। इसलिए उनका सांसद बने रहना उचित नहीं है।”
इसके पश्चात महुआ मोइत्रा ने मीडिया से कहा कि, ” मुझे बिना किसी सबूत के निष्कासित कर दिया गया है। मैंने अपना लोकसभा पोर्टल लॉगिन साझा किया,इसे आधार मान कर मुझे निष्कासित किया गया है। इस प्रकार का कोई नियम नहीं है। आगे उन्होंने कहा कि आचार समिति द्वारा की गई सुनवाई से ऐसा प्रतीत होता है कि हम सभी सांसद कन्वेयर बेल्ट हैं। जो नागरिकों से,जनता से सवाल पूछने और संसद में आवाज उठाने के लिए हैं। ”
उन्होंने कहा कि, ” अब मुझे परेशान करने के लिए मेरे घर सीबीआई भेजी जाएगी और मुझे अगले छह महीने तक परेशान किया जाएगा।”
तृणमूल कांग्रेस की महुआ मोइत्रा ने कहा कि, ” मैं अभी 49 साल की हूँ और अगले 30 वर्षों तक संसद के अंदर और बाहर मैं आपसे लड़ूँगी। निष्कासित करने की कोई शक्ति आचार समिति के पास नहीं है। मुझे निष्कासित करने में सही प्रक्रिया नहीं अपनाई है और हर सिद्धांत का दुरुपयोग किया है। जिससे आपके (भाजपा) अंत की शुरुआत का पता चलता है। हम फिर से वापस आएँगे और आपका (भाजपा) का अंत देखेंगे।”
संसद से तृणमूल कांग्रेस की महुआ मोइत्रा को जब निष्कासित किया गया,तो उसके पश्चात सदन का विरोध करते हुए कांग्रेस नेता सोनिया गांधी समेत विपक्षी सांसदों ने वाकआउट किया।