अहमदाबाद,8 फरवरी (युआईटीवी)- अदाणी समूह के चेयरमैन गौतम अदाणी के छोटे बेटे जीत अदाणी और सूरत के प्रसिद्ध हीरा कारोबारी जैमिन शाह की बेटी दिवा अदाणी का विवाह शुक्रवार को एक छोटे और निजी समारोह में संपन्न हुआ। यह विवाह अहमदाबाद में पारंपरिक रीति-रिवाजों के साथ हुआ, जहाँ दोनों परिवारों के करीबी रिश्तेदार और कुछ विशेष पारिवारिक मित्र ही उपस्थित थे। गौतम अदाणी ने इस खुशी के अवसर पर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर नवविवाहित जोड़े की एक तस्वीर शेयर की और पोस्ट में लिखा, “परमपिता परमेश्वर के आशीर्वाद से जीत और दिवा आज विवाह के पवित्र बंधन में बँध गए। यह विवाह आज अहमदाबाद में प्रियजनों के बीच पारंपरिक रीति-रिवाजों और शुभ मंगल भाव के साथ संपन्न हुआ।”
गौतम अदाणी ने यह स्पष्ट किया कि यह एक छोटा और बेहद निजी समारोह था, इसलिए उन्होंने सभी शुभचिंतकों को आमंत्रित नहीं किया। उनका यह कदम यह दिखाता है कि परिवार ने इस अवसर को एक खास और व्यक्तिगत अनुभव बनाने की कोशिश की। अपनी पोस्ट में,गौतम अदाणी ने दिवा को अपनी “बेटी” कहा और उनसे और जीत से संबंधित शुभकामनाएँ देने की अपील की। उन्होंने लिखा, “मैं आप सभी से बेटी दिवा और जीत के लिए स्नेह और आशीर्वाद का हृदय से आकांक्षी हूँ।”
तस्वीर में नवविवाहित जोड़ा,जीत और दिवा,पारंपरिक वैवाहिक जोड़े में बेहद खूबसूरत नजर आ रहे थे और उनका स्टेज गुलाब की पंखुड़ियों से सजा हुआ था। यह एक शानदार और रोमांटिक माहौल था,जो शादी के महत्व को और बढ़ा रहा था। इस निजी समारोह में उपस्थित लोग इस पल के साक्षी बने और सभी ने नवविवाहित जोड़े को शुभकामनाएँ दीं।
गौतम अदाणी के बेटे जीत अदाणी की यह शादी एक विशेष अवसर था,जिसे उनके परिवार ने बड़े धूमधाम और सादगी के साथ मनाया। इसके अलावा,गौतम अदाणी ने इस अवसर पर समाज के लिए एक बड़ी पहल भी की है। उन्होंने 10,000 करोड़ रुपये का दान दिया,जिसका प्रमुख हिस्सा स्वास्थ्य,शिक्षा और कौशल विकास से जुड़ी परियोजनाओं के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर बनाने पर खर्च किया जाएगा। यह दान समाज के हर वर्ग के लिए सुलभ सुविधाओं की ओर एक महत्वपूर्ण कदम है। इसके तहत विश्व स्तरीय अस्पताल,12वीं तक के स्कूल और एडवांस वैश्विक कौशल वाले संस्थान बनाए जाएँगे,जो भविष्य में देश के विभिन्न हिस्सों में लोगों की जिंदगी को बदलने का काम करेंगे।
परमपिता परमेश्वर के आशीर्वाद से जीत और दिवा आज विवाह के पवित्र बंधन में बंध गए।
यह विवाह आज अहमदाबाद में प्रियजनों के बीच पारंपरिक रीति रिवाजों और शुभ मंगल भाव के साथ संपन्न हुआ।
यह एक छोटा और अत्यंत निजी समारोह था, इसलिए हम चाह कर भी सभी शुभचिंतकों को आमंत्रित नहीं कर सके,… pic.twitter.com/RKxpE5zUvs
— Gautam Adani (@gautam_adani) February 7, 2025
जीत अदाणी,जो वर्तमान में अदाणी एयरपोर्ट होल्डिंग्स के निदेशक हैं,देश की सबसे बड़ी एयरपोर्ट इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनी का संचालन कर रहे हैं। यह कंपनी देश के आठ हवाई अड्डों के प्रबंधन और विकास से जुड़ी हुई है। इसके अलावा,जीत अदाणी अदाणी समूह के अन्य महत्वपूर्ण क्षेत्रों जैसे डिफेंस,पेट्रोकेमिकल्स और कॉपर कारोबार का भी प्रबंधन कर रहे हैं। वह समूह के डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन के प्रभारी भी हैं। यह सभी जिम्मेदारियाँ उन्हें एक वरिष्ठ और सक्षम व्यवसायी के रूप में स्थापित करती हैं,जो व्यापार और उद्योग जगत में महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं।
गौतम अदाणी ने 21 जनवरी 2025 को महाकुंभ के दौरान घोषणा की थी कि जीत अदाणी की शादी का समारोह बेहद छोटा और निजी होगा और इसे एक पारिवारिक आयोजन के रूप में मनाया जाएगा। इस आयोजन में केवल परिवार के करीबी लोग और विशेष मित्र ही आमंत्रित थे और यह एक अभूतपूर्व अनुभव था।
जीत अदाणी ने अपनी शादी से पहले एक सामाजिक कार्य की शुरुआत भी की थी। उन्होंने ‘मंगल सेवा’ नामक एक पहल की शुरुआत की,जिसके तहत वह हर साल 500 दिव्यांग महिलाओं की शादी में 10-10 लाख रुपये की आर्थिक मदद देने का संकल्प लिया है। यह कदम समाज के जरूरतमंद वर्ग के लिए एक बड़ी मदद साबित हो सकता है। 5 फरवरी 2025 को अपने घर पर,जीत ने 21 नवविवाहित दिव्यांग महिलाओं और उनके पतियों के साथ इस पहल की शुरुआत की और उन्हें 10-10 लाख रुपये के चेक प्रदान किए। इस अवसर पर उन्होंने इन जोड़ों का आशीर्वाद लिया और उन्हें एक नई शुरुआत की शुभकामनाएं दीं।
जीत अदाणी का यह कदम न केवल समाज सेवा की दिशा में एक महत्वपूर्ण योगदान है,बल्कि यह भी दर्शाता है कि उनका दिल समाज के प्रति कितना संवेदनशील है। यह पहल उन महिलाओं और परिवारों के लिए एक उम्मीद की किरण बन सकती है, जो किसी कारणवश विवाह के लिए आवश्यक आर्थिक संसाधनों से वंचित होते हैं।
गौतम अदाणी के बेटे जीत अदाणी और दिवा की शादी न केवल एक पारिवारिक खुशी का अवसर था,बल्कि यह समाज के प्रति जिम्मेदारी और योगदान की भावना को भी उजागर करती है। यह शादी सिर्फ एक निजी समारोह नहीं थी,बल्कि एक महत्वपूर्ण सामाजिक संदेश भी थी,जो समाज में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए प्रेरित करती है।