पर्याप्त सबूत नहीं होने के कारण अलेक्जेंडर ज्वेरेव को नहीं करना पड़ेगा अनुशासनात्मक कार्रवाई का सामना

पर्याप्त सबूत नहीं होने के कारण अलेक्जेंडर ज्वेरेव को नहीं करना पड़ेगा अनुशासनात्मक कार्रवाई का सामना

नई दिल्ली, 1 फरवरी (युआईटीवी/आईएएनएस)- वर्ष 2020 यूएस ओपन चैंपियन और जर्मन टेनिस स्टार अलेक्जेंडर ज्वेरेव को उनकी पूर्व प्रेमिका द्वारा लगाए गए घरेलू दुर्व्यवहार के आरोपों में किसी भी अनुशासनात्मक कार्रवाई का सामना नहीं करना पड़ेगा, क्योंकि आरोपों को साबित करने के लिए पर्याप्त सबूत नहीं हैं। ज्वेरेव की पूर्व प्रेमिका ओलेआ शारिपोवा द्वारा घरेलू शोषण के आरोपों के बाद अक्टूबर 2021 में एटीपी द्वारा जांच शुरू की गई थी। यह जांच द लेक फॉरेस्ट ग्रुप (एलएफजी) द्वारा की गई थी, जिसका नेतृत्व संस्थापक और मुख्य कार्यकारी जी माइकल वर्डेन और जेनिफर मैकोवजक ने किया था।

जांच ने शारिपोवा और ज्वेरेव दोनों के ऑडियो और तस्वीरों सहित सबमिशन की समीक्षा की। इसमें तीसरे पक्ष के फोरेंसिक विशेषज्ञ के माध्यम से ज्वेरेव के इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों से निकाली गई सामग्री शामिल थी। एलएफजी ने सोशल मीडिया सहित तीसरे पक्ष के गवाहों और सार्वजनिक रिकॉर्ड द्वारा प्रस्तुत दस्तावेजों की भी समीक्षा की और अपनी पूरी रिपोर्ट एटीपी को सौंपी।

एटीपी ने मंगलवार को अपने ब्यान में कहा, “शारिपोवा, ज्वेरेव और अन्य साक्षात्कारकर्ताओं के बयानों के अलावा, विश्वसनीय साक्ष्य और प्रत्यक्षदर्शी रिपोटरें की कमी के आधार पर, जांच दुरुपयोग के आरोपों को साबित करने में असमर्थ थी या एटीपी के ऑन-साइट अपराधों या खिलाड़ी के बड़े अपराधों के नियमों का उल्लंघन निर्धारित करने में असमर्थ थी।”

आगे उन्होंने कहा, “नतीजतन, ज्वेरेव के खिलाफ एटीपी द्वारा कोई अनुशासनात्मक कार्रवाई नहीं की जाएगी। हालांकि इस निर्धारण का पुनर्मूल्यांकन किया जा सकता है यदि नए साक्ष्य प्रकाश में आते हैं, या किसी कानूनी कार्रवाई से एटीपी नियमों के उल्लंघन का पता चलता है।”

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