वियना,28 फरवरी (युआईटीवी)- यूक्रेन में अपनी थल सेना भेजने से जर्मन रक्षा मंत्री बोरिस पिस्टोरियस ने इनकार कर दिया है। यूरोपीय देश के ऐसा करने के बारे में फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन ने एक दिन पहले ही सुझाव दिया था।
समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के मुताबिक,जर्मन रक्षा मंत्री बोरिस पिस्टोरियस ने ऑस्ट्रियाई रक्षा मंत्री क्लाउडिया टान्नर के साथ मंगलवार को वियना में बैठक की। बैठक के बाद एक संवाददाता सम्मेलन में जर्मन रक्षा मंत्री बोरिस पिस्टोरियस ने कहा कि, ” जर्मनी के संघीय गणराज्य के लिए जमीन पर सेना उतारने का कोई विकल्प नहीं है।”
फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन के टिप्पणियों को ऑस्ट्रियाई रक्षा मंत्री क्लाउडिया टान्नर ने “चिंताजनक संकेत” बताया है।
फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन ने पेरिस में 20 यूरोपीय नेताओं की एक सभा में जमीनी सैनिकों को यूक्रेन में भेजने की संभावना को खारिज करने के लिए अपनी अनिच्छा व्यक्त की। उन्होंने कहा कि यूक्रेन में रूस की जीत न होने के लिए पश्चिम सब कुछ करेगा। यूरोपीय नेताओं की सभा में मैक्रॉन ने यूरोपीय नेताओं के बीच आधिकारिक तौर पर कोई सहमति नहीं होने के बारे में भी कहा था।
यूक्रेन में रूस की सैन्य प्रगति पर यूरोपीय प्रतिक्रिया को मजबूत करने के लिए यूरोपीय नेताओं की यह बैठक बुलाई गई थी,जहाँ इस मामले पर सर्वसम्मत रुख के अभाव पर प्रकाश डाला गया।
मैक्रॉन ने बैठक के बाद रूस की बढ़ती महत्वाकांक्षाओं पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि कई देशों के लिए रूस की व्यापक क्षेत्रीय महत्वाकांक्षाएँ महत्वपूर्ण खतरा पैदा करती हैं।
रूस के बदलते रुख का जिक्र करते हुए फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन ने कहा कि,रूस अपने रुख में बदलाव कर रहा है। अब रूस आगे के क्षेत्र पर कब्ज़ा करने की कोशिश में लगा हुआ है। वह सिर्फ यूक्रेन ही नहीं बल्कि कई अन्य देशों पर भी कब्ज़ा करना चाह रहा है,इसलिए यह मानना गलत नहीं होगा कि एक बड़े ख़तरे को रूस पेश कर रहा है।
ब्रिटेन के विदेश सचिव लॉर्ड कैमरन,जर्मन चांसलर ओलाफ स्कोल्ज़,डच प्रधान मंत्री मार्क रुटे,पोलिश राष्ट्रपति आंद्रेज डूडा इत्यादि सहित कई उल्लेखनीय हस्तियाँ यहाँ उपस्थित थे।