नई दिल्ली, 13 जनवरी (युआईटीवी/आईएएनएस)- पावर ट्रांसमिशन कंपनी स्टरलाइट पावर ने बुधवार को अपनी पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी स्टरलाइट पावर ग्रिड वेंचर्स लिमिटेड के मूल कंपनी में विलय की घोषणा की। इस विलय के साथ, कंपनी ने परिचालन को एकीकृत करके और कॉर्पोरेट संरचना को सुव्यवस्थित करके बाजार में अपनी स्थिति मजबूत कर ली है।
विलय के बाद, स्टरलाइट पावर ने वित्तीय वर्ष 2020 के लिए ऑडिट किए गए वार्षिक परिणामों की भी घोषणा की, जिसमें समेकित राजस्व में सालाना आधार पर 44 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 5,158 करोड़ रुपये दर्शाए गए हैं। समेकित शुद्ध लाभ में भी साल-दर-साल 280 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाई गई है।
कंपनी ने एक बयान में कहा कि वह अक्षय ऊर्जा (आरई) को ग्रिड में एकीकृत करने पर केंद्रित है और राष्ट्रीय ग्रिड को साफ और हरित ऊर्जा से जोड़ने वाली महत्वपूर्ण परियोजनाओं में शामिल है।
कंपनी ने शेड्यूल से 28 महीने पहले ब्राजील में अपना पहला प्रोजेक्ट शुरू किया था। कंपनी के प्रदर्शन पर टिप्पणी करते हुए स्टरलाइट पावर के प्रबंध निदेशक प्रतीक अग्रवाल ने कहा, “भारत ने 2030 तक 450 गीगावॉट नवीकरणीय ऊर्जा का लक्ष्य रखा है, हम आवश्यक ट्रांसमिशन अवसंरचना का निर्माण करके इस नेक काम में योगदान देंगे, ताकि हरित ऊर्जा अधिक घरों तक पहुंच सके।”