व्लादिमीर पुतिन और जो बाइडेन

बाइडेन के साथ मुलाकात के बाद व्लादिमीर पुतिन ने अमेरिका पर साधा निशाना

जिनेवा, 17 जून (युआईटीवी/आईएएनएस)- रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने बुधवार को अपने अमेरिकी समकक्ष जो बाइडेन के साथ रचनात्मक वार्ता के बाद हथियारों पर नियंत्रण, मानवाधिकार, साइबर हमलों सहित अन्य मुद्दों पर अमेरिका को आड़े हाथों लिया है।

पुतिन ने अपने एकल प्रेस ब्रीफिंग के दौरान कहा कि जनवरी में बाइडेन के पदभार संभालने के बाद से ये पहली बैठक ओपन थी । सामान्य मूल्यांकन के लिए, एक दूसरे पर पार्टियों का कोई दबाव नहीं था, मेरा मानना है कि हमारे बीच कोई शत्रुता नहीं है ।

समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, पुतिन ने कहा, ” दोनों पक्ष ‘कई मामलों में भिन्न हैं, लेकिन हमने एक दूसरे को समझने और स्थिति को करीब लाने के तरीकों की तलाश करने की इच्छा दिखाई। ये पहल काफी रचनात्मक था। ”

जिनेवा में 18 वीं शताब्दी के विला ला ग्रेंज में आयोजित बैठक में आमने- सामने चर्चा हुई।

पुतिन ने पत्रकारों से कहा, “पश्चिम का मानना है कि रूसी नीति अप्रत्याशित है। खैर, मैंने जवाब में कहा है कि साल 2002 में एबीएम (एंटी बैलिस्टिक मिसाइल) संधि से अमेरिका की वापसी भी अप्रत्याशित रही थी।”

मानवाधिकारों के मुद्दों के लिए, पुतिन ने अमेरिका में ब्लैक लाइव्स मैटर आंदोलन, अफगानिस्तान में अमेरिकी हमलों और ग्वांतानामो बे जेल के अस्तित्व का हवाला दिया।

पुतिन ने कहा कि एक हमले में करीब 120 लोग मारे जा सकते हैं। ठीक है, मान लीजिए कि यह एक गलती थी जो युद्ध में होती है, लेकिन एक ड्रोन से शूटिंग, एक निहत्थे भीड़ पर, स्पष्ट रूप से नागरिक भीड़, यह क्या कहेंगे इस बारे में? और इसके लिए कौन जिम्मेदार है?

उन्होंने पूछा कि और आप उस व्यक्ति को कैसे बुलाएंगे? अब हत्यारा कौन है?

साइबर हमले पर पुतिन ने कहा कि सामान्य तौर पर “अमेरिका के लिए, और रूस के लिए भी समान मात्रा में” दुनिया में इसका महत्वपूर्ण महत्व है।

पुतिन ने कहा कि उनके देश को पिछले साल से अब तक साइबर हमलों के संबंध में रूस के दर्जनों अनुरोधों पर अमेरिका से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली है।

पूरी बैठकों को अच्छा और सकारात्मक बताते हुए, बाइडेन ने किसी तरह अपनी अलग प्रेस कॉन्फ्रेंस में चेतावनी दी कि अगर अमेरिका में राष्ट्रपति चुनावों के दौरान दूसरे देश हस्तक्षेप करते हैं, तो वह कार्रवाई करेंगे।

बाइडेन ने कहा, “मैंने स्पष्ट कर दिया है कि हम अपनी लोकतांत्रिक संप्रभुता का उल्लंघन करने या अपने लोकतांत्रिक चुनावों को अस्थिर करने के प्रयासों को बर्दाश्त नहीं करेंगे और हम इसका जवाब देंगे।”

अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि उन्होंने अपने रूसी समकक्ष को 16 विशिष्ट संस्थाओं की एक सूची दी, जिसमें ऊर्जा क्षेत्र से लेकर जल प्रणालियों तक शामिल हैं, जिन्हें अमेरिका द्वारा महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे के रूप में परिभाषित किया गया था और साइबर या किसी अन्य माध्यम से हमले की सीमा से बाहर होना चाहिए।

साझा घोषणापत्र में बताया गया है कि दोनों पक्षों ने जलवायु परिवर्तन कोविड से उत्पन्न स्थिति हथियारों की होड़ खत्म करने और यूक्रेन के साथ-साथ सीरिया में क्षेत्रीय संघर्षो पर भी चर्चा की। परमाणु ताकत से संपन्न दोनों देशों का मानना था कि परमाणु युद्ध को कभी भी जीता नहीं जा सकता। इसे होना भी नहीं चाहिए। दोनों देशों ने भविष्य में समन्वित दिपक्षीय स्थिरता के महत्व पर जोर देने और अपसी सहयोग बढ़ाने पर बल दिया।

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