मनोज कुमार (तस्वीर क्रेडिट@Subhash_online)

अभिनेता मनोज कुमार को राजकीय सम्मान के साथ दी जाएगी अंतिम विदाई,पंचतत्व में होंगे विलीन

मुंबई,5 अप्रैल (युआईटीवी)- हिंदी सिनेमा के महान अभिनेता मनोज कुमार का अंतिम संस्कार मुंबई स्थित पवन हंस श्मशान घाट में शनिवार को राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा। देशभक्ति से जुड़ी फिल्मों के लिए मशहूर मनोज कुमार का 87 साल की उम्र में शुक्रवार को निधन हो गया। अभिनेता को साल 1992 में भारत सरकार द्वारा पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया था और उन्होंने भारतीय सिनेमा को अपनी विशेष फिल्मों से एक अमिट छाप छोड़ी थी।

मनोज कुमार का निधन मुंबई में उनके बेटे कुणाल गोस्वामी के मुताबिक कुछ समय से बीमार रहने के कारण हुआ। कुणाल ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि उनके पिता 2 से 3 सप्ताह से बीमार थे और इलाज के लिए उन्हें कोकिलाबेन अस्पताल में भर्ती कराया गया था। दुखद रूप से,शुक्रवार को उन्होंने अंतिम सांस ली। कुणाल गोस्वामी ने कहा कि उनके पिता वास्तविक जीवन में सभी से जुड़े हुए थे और उनकी फिल्मों में जो देशभक्ति का संदेश था,वह हमेशा प्रासंगिक रहेगा।

मनोज कुमार का फिल्मी करियर शानदार रहा है और उन्होंने अपने अभिनय और निर्देशन से कई यादगार फिल्में दीं। उनकी प्रमुख फिल्मों में ‘उपकार’, ‘रोटी कपड़ा और मकान’, ‘पूरब पश्चिम’ और ‘क्रांति’ जैसी फिल्मों का नाम शामिल है, जिनमें उन्होंने भारतीय समाज और देशभक्ति के विषयों को खूबसूरती से दर्शाया। यह फिल्में न सिर्फ अपने समय में प्रासंगिक थीं,बल्कि आज भी दर्शकों के दिलों में जीवित हैं।

उनकी फिल्मों का संदेश और उनका अभिनय दोनों ही देशभक्ति की भावना से भरपूर थे। उनके द्वारा निर्देशित और अभिनीत फिल्मों ने भारतीय सिनेमा को एक नई दिशा दी थी और उन्होंने अपनी फिल्मी यात्रा में हमेशा देश की सेवा और समाज के प्रति अपने कर्तव्यों को प्राथमिकता दी। मनोज कुमार की फिल्में आज भी देशभक्ति के प्रतीक के रूप में याद की जाती हैं।

मनोज कुमार के निधन की खबर ने बॉलीवुड में शोक की लहर पैदा कर दी है। फिल्म निर्माता अशोक पंडित ने उनके निधन को भारतीय सिनेमा के लिए बड़ी क्षति बताया। वहीं,गीतकार मनोज मुंतशिर ने कहा कि वे अपने गीतों के लिए मनोज कुमार से प्रेरित थे। फिल्म निर्माता और निर्देशक विवेक अग्निहोत्री ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि उनके जैसे देशभक्त कलाकार कभी नहीं मरते,उनका काम और उनके योगदान हमेशा जीवित रहते हैं।

अभिनेत्री हेमा मालिनी ने मनोज कुमार के साथ चार फिल्मों में काम किया था। उन्होंने भी उनके निधन पर सोशल मीडिया पर अपने शोक संदेश साझा किए। हेमा मालिनी ने लिखा कि मनोज कुमार के पास फिल्म निर्माण का एक शानदार दृष्टिकोण था और वह एक बेहतरीन निर्माता और निर्देशक थे। हेमा मालिनी ने बताया कि उन्हें ‘संन्यासी’, ‘दस नंबरी’, ‘क्रांति’ और ‘संतोष’ जैसी फिल्मों में मनोज कुमार के साथ काम करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ था। उन्होंने कहा कि मनोज कुमार का व्यक्तित्व बहुत ही सादगीपूर्ण और प्रेरणादायक था और वह भारतीय सिनेमा के एक अमूल्य रत्न थे।

मनोज कुमार का परिवार,उनके दोस्त और प्रशंसक सभी उनके निधन से गहरे दुखी हैं। उनके योगदान को हमेशा याद किया जाएगा और उनकी फिल्मों के जरिए वे हमेशा भारतीय सिनेमा में जीवित रहेंगे। शनिवार को उनके पार्थिव शरीर को मुंबई के कोकिलाबेन अंबानी अस्पताल से उनके घर लाया जाएगा,जहाँ परिवार के करीबी सदस्य और मित्रों के साथ अंतिम दर्शन और प्रार्थना की जाएगी। इसके बाद उनका अंतिम संस्कार पवन हंस श्मशान घाट पर राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा।

मनोज कुमार के निधन से बॉलीवुड ने एक महान अभिनेता और निर्देशक खो दिया है, लेकिन उनकी फिल्में,उनके अभिनय और उनके द्वारा दिए गए देशभक्ति के संदेश हमेशा जीवित रहेंगे। उनकी फिल्मों ने भारतीय समाज और राष्ट्र की सेवा की दिशा में एक नया दृष्टिकोण प्रस्तुत किया और उन्हें हमेशा भारतीय सिनेमा के इतिहास में एक महत्वपूर्ण स्थान मिलेगा।